पांंच साल में 1.58 लाख बेरोजगारों ने कराया पंजीयन, रोजाना 102, इनमें से रोजगार सिर्फ 8 फीसदी युवाओं को ही मिल सका
कोरोना काल ने निजी सेक्टर के रोजगार और व्यापार की कमर तोड़ दी है। यही कारण है कि ये सेक्टर अभी तक इससे उभर नहीं पाए हैं। इसके साथ ही बेरोजगारी भी लगातार बढ़ रही है। जिला रोजगार कार्यालय के अनुसार ग्वालियर में पिछले 5 साल में 1.58 लाख लोगों ने रोजगार के लिए पंजीयन कराया है। रोजाना की बात करें तो 102 लोगों ने पंजीयन कराया। बेरोजगारों की सर्वाधिक संख्या 2020-21 के दौरान बढ़ी। जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 के बीच 57 हजार 237 बेरोजगारों ने पंजीयन कराकर सरकार से रोजगार की गुहार लगाई। जबकि रोजगार कार्यालय 62 रोजगार मेलों का आयोजन कर 12 हजार 786 लोगों को ही रोजगार दिला पाया।
इस साल पीएससी, शिक्षा विभाग एवं दूसरे विभागों में भर्ती के लिए एग्जाम हुए थे। उनको देखते हुए जनवरी से मार्च के बीच 10 हजार से ज्यादा पंजीयन हुए हैं। ये आंकड़ा पूरे साल में हुए कुल रजिस्ट्रेशन 2944 से 4 गुना ज्यादा हैं।
जॉब निकलते हैं तो बढ़ जाते हैं पंजीयन:
ये बात सही है कि कोविड लहर के दौरान और उसके बाद रोजगार पंजीयन की संख्या कई गुना बढ़ी है। लेकिन पंजीयन की प्रक्रिया आम है। सरकार विभिन्न विभागों में जॉब निकालती है या एग्जाम कराती है तो भी रोजगार कार्यालय के पंजीयन बढ़ने लगते हैं। पवन कुमार भिमटे, उपसंचालक/ रोजगार कार्यालय
… और ऐसे बढ़ते गए बेरोजगार: भत्ते और कोविड लहर में नौकरी छिनने से बढ़ गए पंजीयन कराने वाले
2018: 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2018 तक ग्वालियर में 2 हजार 944 बेरोजगारों के पंजीयन थे। इस वर्ष के अंत में कांग्रेस प्रदेश की सत्ता में आई। कांग्रेस ने बेरोजगारों को रोजगार न मिलने तक 4 हजार रुपए मासिक भत्ता देने का ऐलान किया था।
2019: कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद युवाओं ने बड़ी संख्या में रोजगार कार्यालय में पंजीयन कराया। ताकि उन्हें बेरोजगारी भत्ता मिल सके। लेकिन कांग्रेस की घोषणा अमल में नहीं बदल पाई। जनवरी 2019 से दिसंबर 2019 तक 22 हजार 25 बेरोजगारों ने पंजीयन कराया था।
2020: मार्च में कोरोना की दस्तक के साथ ही रोजगार और व्यापार पर संकट आने का असर रोजगार पंजीयन पर भी देखा गया। इस साल ग्वालियर में 6 हजार 533 बेरोजगार बढ़े।
2021: कोरोना की पहली लहर के असर से लाखों लोगों का रोजगार छिना और इसका सीधा असर दूसरी लहर के दौरान हुए पंजीयन में देखा गया। इस वर्ष में रिकॉर्ड 57 हजार 237 बेरोजगारों ने ग्वालियर में पंजीयन कराया।
2022: पीएससी, शिक्षा विभाग एवं दूसरे विभागों में भर्तियां व एग्जाम आने के साथ ही पंजीयन काफी तेजी से बढ़े। जनवरी 2022 से मार्च 2022 तक ग्वालियर में 10 हजार 125 बेरोजगारों ने पंजीयन कराए हैं। अप्रैल का रिकॉर्ड अभी अपडेट नहीं है।
ग्वालियर में बेरोजगारी और रोजगार के हाल
- जनवरी 2018 से मार्च 2022 तक 1,58,279 पंजीयन
- 5 वर्षों में लगे 62 रोजगार मेले
- 12786 को मेलों से मिला रोजगार
कोविड में 49 हजार पुरुषों ने मांगी नौकरी
कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान 2020 में जिन लोगों के रोजगार एवं व्यापार छिने। उन लोगों ने नौकरी के लिए 2020 की तिमाही से रोजगार कार्यालय में पंजीयन कराना शुरू कर दिए थे। लेकिन बंपर पंजीयन 2021 में हुए। सबसे ज्यादा मार पुरुषों पर रही, दूसरे शहरों से वापस आने वाले और स्थानीय स्तर पर रोजगार खोने वाले लोगों ने भी पंजीयन कराए। जिनमें 49 हजार 53 पुरुष और 8 हजार 185 महिलाएं शामिल हैं।
कोविड में 49 हजार पुरुषों ने मांगी नौकरी
कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान 2020 में जिन लोगों के रोजगार एवं व्यापार छिने। उन लोगों ने नौकरी के लिए 2020 की तिमाही से रोजगार कार्यालय में पंजीयन कराना शुरू कर दिए थे। लेकिन बंपर पंजीयन 2021 में हुए। सबसे ज्यादा मार पुरुषों पर रही, दूसरे शहरों से वापस आने वाले और स्थानीय स्तर पर रोजगार खोने वाले लोगों ने भी पंजीयन कराए। जिनमें 49 हजार 53 पुरुष और 8 हजार 185 महिलाएं शामिल हैं।