ग्वालियर में JU की असिस्टेंट प्रोफेसर से रेप, ठगी …
मेट्रिमोनियल साइट पर ID बनाई, तीनों आरोपियों ने खुद को पुलिस जवान बताया….
ग्वालियर में जीवाजी यूनिवर्सिटी की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर (संविदा) से रेप का मामला सामने आया है। महिला ने 9 साल पहले मेट्रिमोनियल साइट पर शादी के लिए आईडी बनाई थी। इसके बाद उसे कॉल आए। तीन अलग-अलग लोगों ने उसे कॉल किया। तीनों आरोपियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया। महिला को शादी का झांसा देकर कई बार दुष्कर्म किया। यही नहीं, एक आरोपी ने महिला प्रोफेसर की बहन को नौकरी का झांसा देकर एक लाख रुपए भी ठग लिए। मामले में मंगलवार रात केस दर्ज किया गया।
42 वर्षीय महिला जीवाजी यूनिवर्सिटी में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर (संविदा) पदस्थ है। 9 साल पहले साल 2013 में मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर शादी के लिए आईडी बनवाई थी। उसके जरिए सत्यप्रकाश तिवारी ने उनसे संपर्क किया। वह खुद को गोंडा, लखनऊ और बहरीन में रहने वाला बताता था। उसने शादी का झांसा देकर दो साल तक शारीरिक शोषण किया। इस बीच, जरूरत बताकर 50 हजार रुपए भी ले लिए।
2015 में जेयू स्थित क्वार्टर में आकर रेप किया। जब असिस्टेंट प्रोफेसर ने सत्यप्रकाश के बारे में पता लगाया, तो उसके तेवर बदल गए। उसने बदनाम करवाने की धमकी देकर फिर रेप किया। इसके बाद आरोपी ने महिला प्रोफेसर का मोबाइल नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया।
दूसरे ने भी जाल में फंसा कर ठगा
असिस्टेंट प्रोफेसर ने बताया कि वह सत्यप्रकाश से धोखा खाकर वह टूट गई थी। 2019 में सनोज नाम के युवक ने इसी वेबसाइट का हवाला देकर संपर्क किया। उसने खुद को कॉन्स्टेबल बताया। कहा- वह उज्जैन में पदस्थ है। सनोज ने कहा- वह शादी के लिए राजी है। विवाह से पहले उज्जैन बुलाया। वहां होटल में ले जाकर सनोज ने उसके साथ रेप किया। घर पर पैसों की जरूरत बताकर 51 हजार रुपए लिए। जब महिला ने शादी का दबाव डाला, तो सनोज ने खुद काे शादीशुदा बता दिया। धमकी दी कि अगर किसी से शिकायत की, तो उसे मरवा देगा, क्योंकि उसका परिवार जेल में है।
तीसरे युवक ने RPF सिपाही बनकर शिकार बनाया
पीड़िता ने बताया कि ठगी का सिलसिला यहीं थमा। इसी वेबसाइट का हवाला देकर बजरंग लाल नाम के युवक ने संपर्क किया। उसने खुद को RPF (रेलवे पुलिस फोर्स) में सिपाही बताया। बोला- उसकी दिल्ली में गहरी पैठ है। उनकी बहन की नौकरी रेलवे पुलिस में लगवा देगा। उसके बाद शादी करेगा। इसके बाद बताया कि शादी से पहले उसने नोएडा में एक फ्लैट लिया है। उसमें 2 लाख रुपए कम पड़ रहे हैं।
इस पर एक लाख रुपए असिस्टेंट प्रोफेसर ने उसे नेट बैंकिंग के जरिए दे दिए। इसके बाद वह मुकर गया और धमकाने लगा। इसके बाद किसी शिवकुमार शर्मा का फोन आया। उसने भी इसी वेबसाइट के जरिए संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन तीन बार ठगने के बाद वह अलर्ट थी।
एक ही गिरोह द्वारा प्लानिंग कर वारदात की आशंका
मामले में सीएसपी रत्नेश तोमर का कहना है कि पीड़िता की शिकायत पर रेप और ठगी का केस दर्ज किया है। आरोपी एक ही गिरोह के हो सकते हैं, उनकी तलाश की जा रही है।