Gwalior Anti Mafia Campaign: एंटी माफिया अभियान के तहत चलाए जा रहे अवैध कालोनियों के खिलाफ अभियान में भवन अधिकारी, सहायक सिटी प्लानर केवल दिखावे की कार्रवाई कर रहे हैं। यह लोग अवैध कालोनियों में तोड़फोड़ कर वापस लौट रहे हैं। जबकि कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल, सिटी प्लानर पवन सिंघल ने लिखित में निर्देश दिए हैं कि अवैध कालोनी काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई के साथ पुलिस में भी एफआइआर दर्ज कराई जाए, लेकिन करीब एक दर्जन अवैध कालोनियों काे काटने वालाें के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं कराई गई है। इसके कारण कालोनाइजर फिर से थोडे समय बाद अवैध कालोनी का निर्माण कर उसे बेच देता है। नगर निगम की भवन शाखा ने मंगलवार को कार्रवाई की, लेकिन एफआइआर के लिए आवेदन नहीं दिया।

नगर निगम ग्वालियर एवं जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में विकसित की जा रहीं अवैध कालोनियों पर निगम के अमले द्वारा मंगलवार को कार्रवाई की गई। इस दौरान निगम अमले ने कालोनियों में किए जा रहे विकास कार्यों को हटवाया तथा पक्के निर्माण को तोड़ा गया। कार्रवाई के तहत कार्रवाई के तहत ग्राम खुरैरी में सर्वे क्रमांक 569 पर नारायणी वेवा रतिराम, पंकज पुत्र रतिराम द्वारा अवैध कालोनी विकसित की जा रही थी। वहीं ग्राम खेरिया मोदी सर्वे क्रमांक 39 पर शीतल यादव पुत्र केसरी लाल, मनीष यादव पुत्र यदुनाथ, जगदीश सिंह आदि एवं सर्वे क्रमांक 51/2, 37 पर अरविंद पुत्र ज्ञान सिंह पाल द्वारा अवैध कालोनी विकसित की जा रही थी। साथ ही ग्राम सिंगारपुरा सर्वे क्रमांक 100, 101 रकवा 12 बीघा पर एवं शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 37 पर धर्मेन्द्र सिंह, इन्दर सिंह यादव द्वारा अवैध कालोनी विकसित की जा रही थी तथा ग्राम उदयपुर बड़ागांव में सर्वे क्रमांक 56/3 भरत यादव पुत्र लालता प्रसाद यादव द्वारा अवैध कालोनी काटी जा रही थी। इसके साथ ही ग्राम जिरैना वार्ड 62 सर्वे क्रमांक 528,526,529,530,531, 532 रकवा 110 बीघा शासकीय भूमि पर पुत्तू दामोदर, कृष्णा लोधी, कप्तान लोधी पर अवैध कालोनी काटी जा रही थी। साथ ही शासकीय भूमि से कब्जा मुक्त कराया गया, लेकिन इनमें से किसी पर भी एफआइआर दर्ज नहीं कराई गई।