सोना-चांदी से भरी रहती हैं ये बसें, जानिए पूरा सच:500 साल पुराने रूट पर …… की सबसे बड़ी पड़ताल
जयपुर ….. जिस रास्ते पर अपना कब्जा जमाने के लिए मुगल बादशाह अकबर ने महाराणा प्रताप से युद्ध किया, वही रास्ता आज हवाला कारोबार का गोल्डन हाईवे बना हुआ है। यह है आज का नेशनल हाईवे-8, जो दिल्ली को मुंबई से जोड़ता है। अहमदाबाद से लेकर जयपुर तक इसी रूट के जरिए रोज करोड़ों के कैश, गोल्ड-सिल्वर, डायमंड की तस्करी हो रही है। बीते दिनों उदयपुर और डूंगरपुर में बैक टू बैक हुई दो कार्रवाई में 20 करोड़ की तस्करी पकड़ी गई।
हवाला कारोबार का रेटकार्ड भी फिक्स है। देश के किसी भी शहर में आप महज 300 रुपए में 1 लाख रुपए कुछ ही मिनटों में भिजवा सकते हैं। इनका ट्रांजेक्शन बैंक से भी फास्ट होता है। इसी तरह 1 किलो चांदी भेजने का चार्ज है महज 100 रुपए। इसके लिए एक कच्ची रसीद बतौर इंश्योरेंस भी दी जाती है। इसका मतलब है कि माल पकड़े या खो जाने पर उसकी पूरी भरपाई की जाएगी। चांदी की तस्करी के लिए हवाला का पूरा नेटवर्क कुरियर सर्विस की आड़ में चलता है। इसे टारगेट तक पहुंचाने के लिए खास मॉडिफाइड बसों का इस्तेमाल होता है।
लगातार मामले सामने आने के बाद दैनिक भास्कर रिपोर्टर जयपुर में बैठे हवाला कारोबारियों के पास बोगस ग्राहक बनकर पहुंचा और स्मगलिंग की दुनिया का पूरा सच निकाला। इस बार संडे स्टोरी में तस्करी के सिल्वर रूट पर दैनिक भास्कर की सबसे बड़ी पड़ताल….









