काले हिरण से जुड़ी जानकारी … सींग पाने और मांस खाने के लिए लालायित रहते हैं बॉलीवुड स्टार; बिश्नोई समाज और करणी माता से भी कनेक्शन

जानिए, काले हिरण से जुड़ी A टू Z जानकारी

काला हिरण का शिकार करना भारत में अवैध है। बावजूद देश में इनका शिकार होता है। इसका सबसे ताजा मामला मध्यप्रदेश के गुना में देखने को मिला है, जहां कुछ शिकारियों ने अपनी भतीजी की शादी में काले हिरण का गोश्त परोसने के खातिर ना सिर्फ 5 हिरण मारे बल्कि तीन पुलिसवालों की भी हत्या कर दी। देश में काले हिरण का सबसे ज्यादा शिकार मध्यप्रदेश में ही किया जाता है।

 बड़ी बात यह है कि काला हिरण इतना ख़ास क्यों है, जिसके चलते इसका शिकार किया जाता है और शिकार करना गैरकानूनी है? आइए जानते हैं…

  • काले हिरण के सींग बेहद घुमावदार और सुंदर होते हैं। इनकी लंबाई लगभग 20 से 24 इंच के करीब होती है। रोचक बात यह है कि नर हिरण के ही सींग होते हैं, मादा हिरण के सींग नहीं होते हैं। ऐसे में सुंदर सींग पाने की लालसा के चलते नर काले हिरण का शिकार किया जाता है।
  • काले हिरण के सींग ना सिर्फ सुंदर होते हैं बल्कि इनसे बनने वाली हर्बल दवाईयां कई तरह की त्वचा से जुड़ी बीमारियों के इलाज में भी काम आती हैं। ऐसे में काले हिरण के सींग काफी महंगे बिकते हैं, जिसके कारण लोग इनका शिकार करते हैं।
  • आजादी से पहले भारत की कई रियासतों में काले हिरण का शिकार उसकी खाल पाने के लिए होता था। यह खाल दिखने में काफी खूबसूरत और मुलायम होती है, जिस पर गहरे काले या भूरे धब्बे होते हैं। उस दौर में महल में लटकी हुई जंगली जानवरों की खाल वीरता की निशानी भी मानी जाती थी, लेकिन आज भी ऐसे विकृत मानसिकता के लोग मौजूद हैं जो एक मूक जानवर की खाल को सुन्दरता और वीरता का प्रतीक मानते हैं, जिसके चलते काले हिरणों का शिकार होता है।
  • काले हिरण का जुड़ाव हिन्दू धर्म से भी है। हिंदू धर्म में काले हिरण की खाल को ना सिर्फ पवित्र माना जाता है बल्कि उस पर बैठने का अधिकार भी सिर्फ ताकतवर लोगों को होता है। ऐसे में लोग खुद को ताकतवर साबित करने के लिए काले हिरण का शिकार करते हैं। हालांकि भारत और नेपाल में कई ऐसी स्थानीय जनजातियां हैं जो काले हिरणों का सम्मान करती हैं और उनका शिकार नहीं करती।
  • माना जाता है कि काले हिरण का मांस सबसे स्वादिष्ट मांस में से एक है। यह ना सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी होता है। इसमें जिंक, विटामिन बी-12 और विटामिन बी-3 होता है। जिससे प्रतिरोधक क्षमता बढती है, ब्लड प्रेशर नियंत्रण में आता है और मानसिक स्वास्थ्य भी मजबूत बनता है। कई जगहें ऐसी भी हैं जहां काले हिरण का मीट बकरे से भी सस्ता बिकता है, जिनमें से महाराष्ट्र एक है।

काले हिरण में कई विशेषताएं होती हैं, जिसके चलते इसे दूसरे जानवरों से अलग माना जाता है। आइए जानते हैं इसकी कुछ विशेषताओं के बारे में…

  • नर काले हिरण का वजन 35 से 45 किलो तक का होता है। जबकि मादा काले हिरण का वजन 30 से 40 किलो होता है, साथ ही ये कद में छोटे होते हैं और इनके सींग भी नहीं होते। इसी कारण नर काले हिरण का शिकार ज्यादा होता है।
  • नर काले हिरणों का रंग सर्दियों में काले से भूरा हो जाता है। जबकि दक्षिण भारत में ऐसे काले हिरण पाए जाते हैं जो कभी काले नहीं होते, आजीवन भूरे ही रहते हैं।
  • काले हिरण की गति काफी तेज होती है। ये 70 मील प्रति घंटे के हिसाब से दौड़ते हैं। साथ ही इनकी नजर भी काफी तेज होती है।
  • 20 एकड़ इलाके में एक ही काला हिरण होता है जो बच्चे पैदा करता है। 6 महीने तक वह अपने बच्चे को साथ रखता और बाद में छोड़ देता हैं। काला हिरण एक साल में दो बच्चे पैदा करता है।

तीन राज्यों का है राज्य पशु
काला हिरण देश के तीन राज्यों का राज्य पशु है। हरियाणा, पंजाब और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों ने इसे राज्य पशु घोषित कर रखा है। हरियाणा में काले हिरण ज्यादातर खुले खेतों में पाए जाते हैं। एक समय पर पूरे हरियाणा में काले हिरण पाए जाते थे लेकिन अब ये महज दक्षिण-पश्चिम हिस्से में ही हैं। पंजाब में काले हिरण ज्यादातर बिश्नोई समाज के खेतों में ही पाए जाते हैं। पंजाब बायोडाइवर्सिटी बोर्ड के मुताबिक़ साल 2011 में पंजाब में 3500 काले हिरण थे, जो 2017 में घटकर 3273 हो गए। आंध्रप्रदेश में करीब एक दशक पहले गौतमी और गोदावरी नदियों के द्वीपों पर काले हिरण बड़ी संख्या में पाए जाते थे लेकिन बीते सालों में वन विभाग की उदासीनता, जंगलों के कटाव और शिकार के चलते इनकी संख्या में गिरावट आ गई है।

सलमान और सैफ के पिता का नाम जुड़ा है काले हिरण के शिकार से
साल 1998 में फिल्म हम साथ-साथ हैं की शूटिंग के दौरान अभिनेता सलमान खान पर आरोप लगा था कि उन्होंने जोधपुर के कनकनी गांव में दो काले हिरणों का शिकार किया है। इस मामले में अभिनेता सलमान खान और सैफ अली खान समेत अभिनेत्री सोनाली बिंद्रे, नीलम और तब्बू के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई थी। जिसके बाद साल 2018 में जोधपुर जिला अदालत ने सलमान को अपराधी माना था। एक दूसरे मामले में सैफ अली खान के पिता मंसूर अली खान पटौदी समेत सात लोगों पर 2005 में फरीदाबाद के झज्जर कस्बे में काले हिरण के शिकार करने का मामला दर्ज हुआ था। जिसके बाद पटौदी की बेटी सोहा अली खान की बंदूकों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया।

काले हिरण के साथ बिश्नोई समाज का ये है कनेक्शन
चिपको आंदोलन को हर किसी ने अपने स्कूली समय पर पढ़ा ही होगा। लेकिन उससे पहले भी चिपको आंदोलन जैसा एक आंदोलन हुआ। 1730 में हुए इस आंदोलन में बिश्नोई समाज के 363 लोगों ने जान गंवाई। आंदोलन का अंत होने पर बिश्नोई समाज के 84 गावों ने एक शपथ पत्र तैयार किया था, जिसमें यह लिखा गया था कि उनके इलाके में न तो हरा पेड़ काटा जाएगा और न ही किसी जानवर को मारा जाएगा। ऐसे में जब सलमान खान ने काले हिरण को मारा तो बिश्नोई समाज को यह अपनी परंपरा पर प्रहार लगा और उन्होंने इसका जमकर विरोध किया। राजस्थान की एक लोकप्रिय देवी करणी माता से भी काले हिरण को जोड़ा जाता है। कहा जता है कि करणी माता काले हिरण की रक्षा करती थीं। इसी कारण राजस्थान के बीकानेर जिले के देशनोक कस्बे में करणी माता के मंदिर में काले हिरणों से जुड़ी कलाकृतियां भी बनी हुई हैं।

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