खस्ताहाल सड़कों पर मचेगा सबसे ज्यादा हंगामा
ग्वालियर। नगरीय निकायों के चुनाव की अधिसूचना दो हफ्तेे में जारी करने के लिए सर्वाेच्य न्यायालय के आदेश के बाद सरकार ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। परिषद के गठन के बाद सबसे अधिक हंगामा अगर बरपेगा तो वह है शहर की खस्ताहाल सड़कें। तीन साल से नगर निगम ने शहर की खस्ताहाल सड़कों की सुध नहीं ली है। शहर की सड़कें जर्जर हैं, नगर निगम ने एस्टीमेट तैयार कर लिया है, लेकिन सड़कों के निर्माण के लिए शासन के पास पैसा नहीं है। ऐसे में शहर की 95 सड़काें का कार्य अटका हुआ है। इसके लि नगर निगम को 250 करोड़ रुपये चाहिए। जबकि एक माह बाद बारिश के कारण सड़कों के निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हो सकेगा।
सरकार ने नगरीय निकायों की तैयारी करते हुए माननीयों के इंतजार में लंबे समय से अटके विकास कार्याे का लोकार्पण एवं भूमिपूजन 17 मई को संवाद कार्यक्रम में किया जाएगा। इस कार्यक्रम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आनलाइन संबोधित करेंगे। इस आयोजन में जिले के मंत्री, सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। नगर निगम के विकास कार्याे के लोकार्पण एवं भूमिपूजन को लेकर प्रभारी कलेक्टर आशीष तिवारी भी अधिकारियों की बैठक ले चुके हैं जिसमें 5 सड़कों को भूमिपूजन के लिए चिन्हित किया गया है। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन लोगों को राशि का वितरण किया जाना है, उन हितग्रहियों को लाभ दिया जाएगा। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी के विकास कार्याे का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया जाएगा। बैठक में निर्देश दिए गए कि कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों के लिए पानी एवं अन्य व्यवस्थाएं की जाएं। भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम प्रदेशस्तर पर शाम को 4 बजे प्रारंभ होगा जबकि जिले स्तर पर यह आयोजन दोपहर 3 बजे से प्रारंभ होगा। लेकिन भूमिपूजन के बाद सड़कों के निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हो सकेगा। शहर के आमजनों को खस्ताहाल सड़कों पर अक्टूबर माह तक चलना होगा।
शहर की सड़कें जर्जर हैं, नगर निगम ने एस्टीमेट तैयार कर लिया है, लेकिन सड़कों के निर्माण के लिए शासन के पास पैसा नहीं है।