ग्वालियर। यहां ड्यूटी जाने का समय तय है, लौटने का नहीं…अक्सर पुलिस की नौकरी में यह कहा ही जाता है। क्योंकि फील्ड में पदस्थ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी कब कहां लग जाए, कब इन्हें दूसरे शहर में ड्यूटी करने जाना पड़े कुछ नहीं पता रहता। इसलिए खराब लाइफ स्टाइल के कारण अब स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। पुलिसकर्मियों को ब्लडप्रेशर और डायबिटीज की शिकायत बढ़ती जा रही है। य

ही वजह है- अब ग्वालियर में पुलिस अफसरों ने योग और परेड से इनके स्वास्थ्य को सुधारने की कोशिश शुरू कर दी है। सप्ताह में एक दिन परेड, गेम्स, कांबेट से जुड़ा अभ्यास और एक दिन योग की क्लास लगाई जा रही है। इसमें पुलिसकर्मी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। क्योंकि अब इन्हें खुद अपने स्वास्थ्य की चिंता सताने लगी है। पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य को सुधारने की जिम्मेदारी ली है एएसपी ऋषिकेष मीणा ने। एएसपी मीणा खुद डाक्टर हैं, उनका कहना है- जब शरीर स्वस्थ्य रहेगा, तभी पुलिसकर्मी ड्यूटी बेहतर ढंग से कर सकेंगे। इसलिए यह प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिसकर्मियों का स्वास्थ्य सुधारने का यह तीन प्रयास

1- स्वास्थ्य परीक्षण शिविर

थानों और पुलिस विभाग के अलग-अलग कार्यालयों में पदस्थ पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाने की शुरुआत की गई है। सबसे पहले पुलिस कंट्रोल रूम फिर अलग-अलग थानों में स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। दो माह में सभी थानों और कार्यालयों में पुलिसकर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण होने के बाद दोबारा से इसे पुलिस कंट्रोल रूम से शुरू किया जाएगा, जिससे औसतन हर दो माह में स्वास्थ्य परीक्षण हो सके। इसमें जिन पुलिसकर्मियों को बीमारी निकलती है, उनकी ड्यूटी में बदलाव किया जाता है।

2- परेड:

लंबे समय से पुलिस लाइन में होने वाली परेड बंद थी। परेड होती थी तो इसमें सिर्फ पुलिस लाइन में पदस्थ पुलिसकर्मी ही शामिल होते थे। लेकिन अब पिछले करीब डेढ़ महीने से सप्ताह में मंगलवार, शुक्रवार को परेड हो रही है। कभी मंगलवार तो कभी शुक्रवार को परेड होती है। जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से लेकर सभी सीएसपी, थाना प्रभारी और थानों का स्टाफ शामिल होता है। इससे शरीर चुस्त, दुरुस्त, टर्न आउट सुधरता है। परेड के अलावा गेम्स, कांबेट से जुड़ा अभ्यास कराया जा रहा है, जिससे शारीरिक गतिविधियां होती है।

3- योग:

शहर के अलग-अलग थानों में योग की क्लास लगवाई जा रही है। इसकी शुरुआत मई माह से ही हुई। जिसमें सबसे पहले रिटायर्ड आईजी ने सिरोल थाने में पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मियों की योग की क्लास ली। इसके जरिये तनाव प्रबंधन के गुर सिखाये जा रहे हैं। पुलिसकर्मियों को योग सिखाया जा रहा है, जिससे वह घर पर नियमित रूप से इसका अभ्यास कर खुद को स्वस्थ्य रख सकें।

वर्जन:

पुलिसकर्मियों को स्ट्रेस आउट करने के लिए अलग-अलग गतिविधियां करवाई जा रही हैं। खराब लाइफ स्टाइल की वजह से बीपी और डायबिटीज जैसी समस्याएं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में कई पुलिसकर्मियों को निकली, इस वजह से अब फिजिकल फिटनेस व तनाव प्रबंधन को लेकर कुछ प्रयास किए गए हैं।

ऋषिकेष मीणा, एएसपी