NRI ने बिना रुपयों के 29 राज्यों का सफर

स्पेन से बिजनेस करने आए एनआरआई ने 6 सालों में 50 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी की , बोले- भारत के लोग बहुत मददगार, खाने-पीने और ठहरने पर नहीं हुआ एक भी रुपया खर्च

देश के 29 राज्यों की 50 हजार किलोमीटर की पद यात्रा पूरी कर चुके भारतीय मूल के स्पेनिश नागरिक बीते 6 वर्षो से बिना रुपयों के भारत यात्रा कर रहे है। 2015 में भारत में बिज़नेस करने के इरादे से पहुंचे जेवियर दीपक सदारंगनी अब तक बिना रुपयों के देश के 29 राज्यों की यात्रा कर चुके है। दीपक अपनी यात्रा पैदल या लिफ्ट लेकर पूरी करते है। रतलाम में भी दीपक की मुलाकात पिपलोदा राजपरिवार के सदस्यों और रतलाम एसपी गौरव तिवारी से हुई। जिन्होंने रतलाम में एनआरआई दीपक सदारंगनी की मेजबानी की है । गुजरात के भावनगर जाते समय दीपक सदारंगनी ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि 2015 में वे भारत बिजनेस के लिए आये थे लेकिन भारत आकर उनका मन अचानक बदल गया जिसके बाद उन्होंने राजस्थान के पुष्कर से कन्याकुमारी तक की पैदल यात्रा शुरू कर दी। अपनी भारत यात्रा पर सदारंगनी तीन किताब भी लिख रहे है। जिसमें अ जर्नी विदाउट मनी ,सिनर टू सेंट और सिख धर्म पर आधारित किताब प्रमुख है।

कोरोना महामारी के समय हरियाणा के गांवों में रह कर गुजारा समय ,अब स्पेन जाकर लिखेंगे किताब

देश के 29 राज्यों की 50 हजार किलोमीटर की पद यात्रा पूरी कर चुके जेवियर दीपक सदारंगनी ने बताया की भारत के लोग बेहद मददगार है । पूरी यात्रा के दौरान उन्हें हर जगह मदद करने वाले लोग मिले जिन्होंने खाने पीने और ठहरने की व्यवस्था की । यही नहीं कोरोना की महामारी के दौरान भी हरियाणा के गाँवों में उन्हें मदद मिली । दीपक सदारंगनी ने बताया की रतलाम में भी उन्हें पिपलोदा राजपरिवार के सदस्यों और एसपी गौरव तिवारी जैसे लोगों की मेजबानी का लाभ मिला । अपनी यात्रा के दौरान भाषा की कठिनाई के बारे उन्होंने कहा की यहां के लोग मानवता की भाषा समझते है। जहां उन्हें इतनी लम्बी यात्रा में कही कोई परेशानी नहीं हुई। दीपक सदारंगनी अब स्पेन पहुँच कर अपनी भारत यात्रा के बारे 3 किताबे लिखेंगे।

इस तरह की अनोखी भारत यात्रा करने वाले दीपक सदारंगनी से मिल कर रतलाम एसपी गौरव तिवारी भी उनसे प्रभावित हुए और उन्होंने बताया की दीपक सदारंगनी से उनकी भारत यात्रा के अनुभव जानने को मिला है । फॉरेन पुलिसिंग के बारे भी उनसे बहुत कुछ सिखने को मिला है। वही भारत में पुलिसिंग के बारे में भी उनसे पॉज़िटिव फीडबैक मिला है ।

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