भोपाल नगर निगम आरक्षण …. 85 में से 23 वार्ड OBC के लिए रिजर्व, 12 पर महिलाएं लड़ेंगी चुनाव;
आरक्षण प्रक्रिया पर कांग्रेस की आपत्ति …
नगर निगम के वार्डों के आरक्षण रविंद्र भवन के ऑडिटोरियम में हो रहा है। इस दौरान पूरा हॉल लोगों की भीड़ से भर गया।
- पंचायत चुनाव का आरक्षण भी हुआ
राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन के ऑडिटोरियम में नगर निगम के वार्ड आरक्षण की प्रोसेस शुरू हो गई है। कुल 85 वार्डों का नए सिरे से रिजर्वेशन होगा। आरक्षण की शुरुआत होने से पहले ही ऑडिटोरियम हाउसफुल हो गया। एक भी सीट खाली नहीं है। BJP- कांग्रेस के नेता भी आरक्षण की कार्रवाई देखने पहुंचे हैं। वहीं, हर वार्ड से लोग आए हैं। ताकि, वार्ड की तस्वीर के बारे में पता चल सके। कलेक्टर अविनाश लवानिया की मौजूदगी में वार्डों का आरक्षण हो रहा है। आरक्षण से पहले कांग्रेस ने आरक्षण की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी धनोपिया ने खड़े होकर प्रक्रिया पर सवाल उठाए और कलेक्टर से प्रक्रिया के बारे में पूछा। इससे आरक्षण प्रक्रिया कुछ देर तक रूकी रही।
भोपाल नगर निगम चुनाव के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला) एवं अनारक्षित (महिला) के वार्डों का आरक्षण होने के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी। इसलिए नेताओं की सभी 85 वार्डों पर नजर है।इसके बाद कइयों के समीकरण बनेंगे तो बिगड़ेंगे भी। हालांकि, कांग्रेस ने आरक्षण प्रक्रिया पर ही आपत्ति लगा दी है। पूर्व पार्षद अमित शर्मा ने एससी-एसटी को छोड़ बाकी सभी वार्डों को आरक्षण की कार्रवाई में शामिल करने की मांग उठाई।
… और कांग्रेसी बोले- आ जाओं मैदान में
ओबीसी के लिए वार्डों का आरक्षण होने के बाद कई नेताओं के समीकरण बिगड़ गए तो कई खुश नजर आए। वार्ड 31 भी ओबीसी के लिए रिजर्व हो गया। इसी वार्ड के पूर्व पार्षद अमित शर्मा की आरक्षण पर नजर थी, लेकिन यह ओसीबी कैटेगिरी के लिए चला गया। ऐसे में अब शर्मा इस वार्ड से दोबारा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इधर, वार्ड 46 के पार्षद रहे गुड्डू चौहान का वार्ड आरक्षण में नहीं आया। ऐसे में उनके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी और वे ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाने लगे। बोले कि आ जाओं अब मैदान में। मैं तैयार हूं। पास में बैठे कांग्रेस नेता मोनू सक्सेना भी अपने वार्ड 27 को कैटेगिरी में शामिल नहीं होने से खुश नजर आए।
कांग्रेस-भाजपा के नेता रहे मौजूद
आरक्षण की कार्रवाई के दौरान भाजपा और कांग्रेस के नेता मौजूद रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी, निगम के पूर्व अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, कांग्रेस नेता धनोपिया समेत कई नेता मौजूद थे।
ओबीसी के लिए 23 वार्ड
ओबीसी कैटेगिरी के लिए कुल 23 वार्ड रिजर्व किए गए हैं। इनमें से 50% वार्ड पर महिलाएं चुनाव लड़ेंगी। ऐसे में 12 वार्ड आरक्षित किए गए हैं।

इससे पहले जिले की 222 ग्राम पंचायत, 3 हजार से ज्यादा पंच, फंदा-बैरसिया जनपद अध्यक्ष-सदस्य और जिला पंचायत वार्ड के लिए रिजर्वेशन की प्रोसेस की गई। फंदा और बैरसिया में सरपंच-पंच के लिए आरक्षण प्रक्रिया की गई। जिला पंचायत में कलेक्टर अविनाश लवानिया की मौजूदगी में आरक्षण की कार्रवाई हुई। जिपं के कुछ वार्डों को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बनी रही। बाद में अधिकारियों ने आशंकाओं को दूर किया। दोपहर 2 बजे से जनपद सदस्यों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया की गई, जो डेढ़ घंटे तक चली।

जिपं सदस्यों के लिए गोटी निकाली
जिला पंचायत के कुल 10 निर्वाचन क्षेत्र यानी 10 वार्डों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया सबसे पहले की गई। इनमें ओबीसी, सामान्य, एससी-एसटी सीटों को लेकर मटकी में से गोटी निकालकर आरक्षण की प्रक्रिया की गई। जैसे-जैसे वार्डों का आरक्षण हो रहा था, वैसे ही कइयों के समीकरण बन रहे थे और बिगड़ रहे थे। इस दौरान कई नेताओं के चेहरों पर खुशी और मायूसी दोनों ही देखने को मिली। करीब आधे घंटे में जिपं के वार्डों की आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। आरक्षण पूरा होने के बाद ओबीसी के कोटे में कुल 3 सीटें गई हैं। वहीं, 3 सीटें ऐसी रही, जिन पर कोई भी चुनाव लड़ सकता है।
अध्यक्ष का पद इन कैटेगिरी के हिस्से
जनपद फंदा और बैरसिया के अध्यक्ष पद के लिए भी आरक्षण की प्रक्रिया हुई। इसमें फंदा जनपद ओबीसी और बैरसिया जनपद महिला के हिस्से आई।
जिला पंचायत के इन वार्डों का आरक्षण
वार्ड-1 | ओबीसी |
वार्ड-2 | ओबीसी (महिला) |
वार्ड-3 | अनारक्षित |
वार्ड-4 | अनारक्षित |
वार्ड-5 | ओबीसी (महिला) |
वार्ड-6 | सामान्य (महिला) |
वार्ड-7 | एससी |
वार्ड-8 | अनारक्षित |
वार्ड-9 | एससी (महिला) |
वार्ड-10 | महिला |

भोपाल में दो जनपदें हैं, फंदा और बैरसिया। इनमें कुल 222 ग्राम पंचायतें हैं। पहले यह 185 थीं, जो परिसीमन के बाद बढ़ गई। दोनों ही जनपदों में कुल 3149 वार्ड है। इनके लिए भी रिजर्वेशन हो रहा है। जिला पंचायत के हॉल में जनपद अध्यक्ष-सदस्य के लिए आरक्षण प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोनों जगह हुजूर और बैरसिया एसडीएम आरक्षण की कार्रवाई करा रहे हैं। वहीं, जिला पंचायत में कलेक्टर की मौजूदगी में सीईओ ऋतुराज और एडीएम दिलीप यादव प्रक्रिया करा रहे हैं। यहां करीब सवा घंटा देरी से प्रोसेस शुरू हुई है।
बैरसिया जनपद के 25 में से 13 वार्ड में महिलाएं चुनाव लड़ेंगी
बैरसिया जनपद के 25 वार्डों की तस्वीर भी साफ हो गई है। यहां पर 13 वार्ड पर महिलाएं चुनाव लड़ सकेंगी। ओबीसी, एससी-एसटी कैटेगरी तय करने के बाद मटकी में से गोटी निकालकर आरक्षण की प्रोसेस की गई। दोपहर 2.30 बजे बैरसिया जनपद की आरक्षण प्रक्रिया पूरी कर ली गई।
बैरसिया के वार्डों का यह आरक्षण
- वार्ड-1 अनारक्षित (महिला)
- वार्ड-2 एससी
- वार्ड-3 ओबीसी
- वार्ड-4 अनारक्षित
- वार्ड-5 अनारक्षित (महिला)
- वार्ड-6 एससी
- वार्ड-7 अनारक्षित
- वार्ड-8 एसटी (महिला)
- वार्ड-9 अनारक्षित (महिला)
- वार्ड-10 अनारक्षित
- वार्ड-11 एससी (महिला)
- वार्ड-12 ओबीसी (महिला)
- वार्ड-13 एससी
- वार्ड-14 अनारक्षित (महिला)
- वार्ड-15 अनारक्षित
- वार्ड-16 ओबीसी (महिला)
- वार्ड-17 एससी (महिला)
- वार्ड-18 एससी (महिला)
- वार्ड-19 अनारक्षित
- वार्ड-20 अनारक्षित (महिला)
- वार्ड-21 ओबीसी
- वार्ड-22 अनारक्षित महिला
- वार्ड-23 अनारक्षित
- वार्ड-24 ओबीसी (महिला)
- वार्ड-25 अनारक्षित

बिना सैनिटाइज के एंट्री नहीं
रविंद्र भवन में होने वाले वार्ड आरक्षण में किसी को भी बिना सैनिटाइज के एंट्री नहीं दी जाएगी। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया, नगर निगम वार्डों के आरक्षण प्रोसेस देखने के लिए ऑडिटोरियम के बाहर टीवी स्क्रीन लगाई जाएगी। सभी एंट्री गेट पर सैनेटाइजर रखा जाएगा।

