7 दिन में 2 नरबलि का मामला……ग्वालियर में दोनों कॉल गर्ल से किया था सेक्स, बलि के समय वीडियो कॉल पर था तांत्रिक

ग्वालियर में संतान के लिए 7 दिन में 2 कॉलगर्ल की नरबलि देने की कहानी फिल्मी होती जा रही है। आरोपियों से पूछताछ में पता लगा है कि दोनों कॉलगर्ल की हत्या से पहले मास्टरमाइंड नीरज परमार ने उनसे सेक्स किया था। तांत्रिक ने उसे ऐसा करने के लिए कहा था। इसके बाद उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। यही नहीं, तांत्रिक भी शातिर और हाईटेक है। दोनों बलि के समय वह वीडियो कॉल पर मौजूद था। वह वहीं से तंत्र मंत्र पढ़ रहा था। नेटवर्क न होने से वीडियो डिस्कनेक्ट तो कॉलिंग कर मंत्र पढ़ने लगा।

बाबा के पास से कॉलगर्ल का सिम कार्ड भी मिला है, जिसे वह अपने मोबाइल में चला रहा था। यह सिम कॉलगर्ल नीरू का था। इसकी की मदद से पूरा राज खुला। CSP रवि भदौरिया ने घटना स्थल पर भी पड़ताल की। जिस छत पर कॉलगर्ल आरती की हत्या की गई थी, वहां से सिंदूर, कलावा, शराब की बोतल मिली हैं। पुलिस ने सामान जब्त कर लिया है। साथ ही, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

यह है मामला
21 अक्टूबर की सुबह हजीरा के IIITM कॉलेज के पास मुरैना रोड पर महिला का शव सड़क किनारे मिला था। उसकी पहचान हजीरा की रहने वाली आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा (40 साल) के रूप में हुई थी। पुलिस ने मोतीझील की ममता, उसके पति बेटू भदौरिया, बेटू की बहन मीरा राजावत, मीरा का बॉयफ्रेंड नीरज परमार और तांत्रिक गिरवर यादव को गिरफ्तार किया था। ममता और बेटू को शादी के 18 साल बाद भी बच्चे नहीं हो रहे थे। तांत्रिक ने उन्हें नरबलि देने को कहा था। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने इससे पहले 13 अक्टूर को कॉलगर्ल नीरू की भी हत्या की है।

तांत्रिक के कहने पर किया था सेक्स
पूछताछ में पता चला कि पहली बलि उन्होंने 13 अक्टूबर दुर्गाष्टमी के दिन नीरू की दी थी। मास्टरमाइंड नीरज परमार ने नीरू के साथ पहले सेक्स किया फिर उसकी हत्या की। हत्या से पहले नीरू ने शराब पी ली थी, जिस पर तांत्रिक इस बलि को खंडित बताकर दूसरी बलि का इंतजाम करने के लिए कहा। पहली लाश की पहचान भी नहीं हो पाई थी। इससे सभी का हौसला बढ़ गया। इसके बाद उन्होंने आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा को टारगेट किया। 10 हजार रुपए में उसे लेकर गए। मोतीझील में बेटू भदौरिया की छत पर उसके साथ नीरज ने संबंध बनाए फिर गला घोंट दिया। जिस समय वह उसकी हत्या कर सिंदूर लगा रहा था, तो उस समय तांत्रिक अपने घर से मोबाइल के जरिए मंत्रों का उच्चारण कर रहा था।

सिम से खुला पहली हत्या का राज
पुलिस ने जब 20 अक्टूबर को आरती की हत्या के मामले में तांत्रिक सहित पांचों को गिरफ्तार कर पूछताछ की, तो उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस को भी लगा कि एक ही हत्या की है। जब तांत्रिक के मोबाइल में दो सिम कार्ड की जांच की गई, तो एक उसके नाम पर था। दूसरा नीरू के नाम पर था। पता किया तो जानकारी मिली कि वह भी कॉलगर्ल है। इसके बाद पुलिस का माथा ठनका। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो सभी ने 13 अक्टूबर उसकी भी हत्या की बात कबूल की।

बेटू भदौरिया के दो भाई पुलिस में
मुख्य आरोपी बेटू भदौरिया का रिकॉर्ड तो थाने में नहीं मिला है, लेकिन पता चला है कि वह झगड़ालू किस्म का इंसान है। उसके पिता पुलिसकर्मी थे। बेटू भी चार भाई हैं, जिनमें से दो भाई मध्य प्रदेश पुलिस में हैं। एक भाई जो सब इंस्पेक्टर था, उसकी कोरोना से शिवपुरी में मौत हो गई थी।

कॉल गर्ल की मौत के बाद कोई जलाने वाला नहीं मिला
नीरज परमार और उसकी प्रेमिका मीरा राजावत ने बलि के लिए दो ऐसी कॉल गर्ल को चुना था, जिनका कोई नहीं था। जिससे यदि वह गायब भी हो जाएं, तो कोई गुमशुदगी दर्ज कराने भी नहीं आएं। इसका फायदा उनको यह मिला कि 14 अक्टूबर को सरायछोला के बीहड़ में बॉडी मिलने के बाद भी पहचान नहीं हो सकी। इसी तरह, आरती की पहचान में भी मुश्किल हुई थी। मुरैना में नीरू के शव को पुलिस ने अज्ञात में दफनाया है। इधर, आरती मिश्रा के शव का अंतिम संस्कार पुलिस अफसरों ने उसके रिश्तेदार को ढूंढ़कर करवाया है।

पुलिस को आशंका
SP अमित सांघी ने बताया कि आशंका है कि तांत्रिक इससे पहले भी तंत्र मंत्र की आड़ में लोगों से रुपए ठगने, महिलाओं के साथ अभद्रता करने या अन्य तरह के मामलों में शामिल हो सकता है। उससे पूछताछ की जा रही है। उसके बारे में पता करने दतिया एसपी अमन सिंह राठौर को भी डिटेल भेज दी है। CSP रवि भदौरिया को सूचना मिली है कि उसने किसी महिला से 3 लाख रुपए ठगे हैं। पड़ताल की जा रही है।

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