राजधानी में इन दिनों पिछले तीन सालों से सबसे अधिक वाहन चोरी की वारदात 2022 में हो रही है। वाहन चोरी की आंकड़ा इस समय पांच माह में पांच सौ के पार पहुंच गया है। शहर से रोजाना वाहन चोरी की वारदात हो रही है। पुलिस की तमाम कोशिश के बाद वाहन चोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। इन वारदात को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने शहर के अन्य पुलिस उपायुक्त के साथ मिलकर वाहन चोरी को रोकने के लिए यह नई रणनीति तैयार की गई है। इसमें उन थानों का शामिल किया जा रह है। जहां पर वाहन चोरी की संख्या अधिक है।

जोन तीन में किया गया प्रयोग

चार्ली को निर्धारित स्थान का चिन्हित कर जोन तीन में प्रयोग किया गया था। जहां के टीलाजमालपुरा, तलैया , हनुमानगंज, कोहेफिजा ,शाहजहांबनाद समेत अन्य थानों में चार्ली का एक निर्धारित स्थान तय किया गया, इस

निर्धारित स्थान पर वह ड्यूटी के समय पर तैनात रहे। और किसी दूसरे स्थान पर नहीं गए। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद इन थानों में वाहन चोरी की घटनाए काफी कम हुई हैं। इधर, जब निर्धारित स्थान पर तैनात चार्ली को

थाना क्षेत्र में किसी घटना या हादसे की जानकारी मिलेगी तो वह उस स्थान पर पहुंचकर मदद करने के बाद वापस अपने स्थान पर आ जाएगे। इससे चार्ली अब अपनी लोकेशन को गलत जानकारी नहीं दे पाएगे। दूसरा थाने से बल पहुंचने से पहले हादसे या किसी आपराधिक घटना पर पहले पहुंच जाएगी।

इनका कहना है

राजधानी में अब थानों की चार्ली भी निर्धारित स्थान पर तैनात करने की तैयारी हैं। इसका मकसद वाहन चोरी के अलावा थानास्तर पर हादसा या अपराधिक घटना होने पर पहले पहुंच जाएगी। इससे पुलिस भी सड़क पर नजर आएगी।

सचिन अतुलकर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त