अस्पताल का स्टाफ बीमार:जेपी अस्पताल के 180 कर्मचारियों में से 47 बीमार, सबसे ज्यादा 25 बीपी के मरीज; अब ऑनलाइन रहेगा इनका मेडिकल रिकॉर्ड

  • मेडिकल जांच में हुआ खुलासा, अभी सिर्फ 46% कर्मचारियों का ही हुआ है चैकअप
  • जिन कर्मचारियों की जांच हो गई हैं उनका डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कराया जा रहा

जेपी अस्पताल का एक चौथाई स्टाफ खुद बीमार है। इसका खुलासा पिछले दिनों कराई गई अस्पताल स्टाफ की मेडिकल जांच से हुआ है। हालांकि अभी अस्पताल के तृतीय-चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ही जांच कराई है। ऐसे में लगभग 46% कर्मचारियों की जांच की गई है।

बाकी स्टाफ की जांच के लिए अगले हफ्ते विशेष कैंप की तैयारी की जा रही है। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर, नर्सिंग, पैरामेडिकल, टेक्नीकल स्टाफ समेत बाकी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का चैकअप होगा, जो कर्मचारी बीमार मिले हैं उनका सही ढंग से इलाज कराने को कहा गया है।

जेपी अस्पताल के कर्मचारियाें का गणित

  • 64 डॉक्टर
  • 140 नर्सिंग स्टाफ
  • 75 पैरामेडिकल स्टाफ
  • 107 अन्य कर्मचारी
  • 386 कुल कर्मचारी

पुराना रिकॉर्ड संभालकर रखने की जरूरत नहीं

जिन कर्मचारियों की जांच हो गई हैं उनका डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कराया जा रहा है। आगे जिन कर्मचारियों की जांच होंगी उनका प्रिंट उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन इस पूरे रिकॉर्ड को डिजिटल रखकर एनएचएम की ओर से तैयार कराए जा रहे पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि भविष्य में कोई कर्मचारी बीमार पड़ता है तो उसकी मेडिकल हिस्ट्री पोर्टल से एक क्लिक पर देश के किसी भी अस्पताल में आसानी से उपलब्ध हो जाएगी।

परिजनों को भी रिकॉर्ड में जोड़ा जाएगा

जेपी अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पहले चरण में अस्पताल के 386 कर्मचारियों की मेडिकल जांच कराकर उनका रिकॉर्ड एकत्रित करेंगे। दूसरे चरण में डॉक्टरों समेत तमाम कर्मचारियों के परिजनों को भी इस योजना से जोड़कर उनकी भी नि:शुल्क जांचें कराई जाएंगी।

अब गुमराह नहीं कर सकेंगे

डिजिटल डाटा तैयार होने के बाद कर्मचारियों को आयुष्मान भारत योजना से भी जोड़ा जाएगा। ऐसे में बीमार होने पर नि:शुल्क उपचार मिलेगा। कर्मचारी अस्पताल से सांठगांठ कर झूठे मेडिकल बिल लगाकर छुट्टी लेते हैं। लेकिन, योजना का लाभ मिलने पर यह संभव नहीं होगा।

डॉक्टरों समेत सभी स्टाफ की जांच कराई जानी है। डाटा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा। कर्मचारियों को भविष्य में इलाज कराने के दौरान फायदा मिलेगा। फाइलें संभालकर रखने से मुक्ति मिल जाएगी।
डॉ. राकेश श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, जेपी

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