साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए करें टू स्टेप वेरिफिकेशनकिसी के साथ भी ओटीपी शेयर न करें

जि तनी तेजी से सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से साइबर फ्रॉड भी हो रहे हैं। इसलिए जरूरी है किसी भी वेबसाइट या किसी भी सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म का सावधानी से उपयोग करना। पैरेंट्स भी ध्यान रखें कि उनके बच्चे मोबाइल में क्या चला रहे हैं। ऐसी ही तमाम जानकारी हमें पत्रिका के 40 अंडर 40 में चयनित हुए साइबर और डिजिटल एक्सपर्ट सन्नी वाधवानी ने दी है।

फाइनेंशियल फ्रॉड तेजी से बढ़ने की मुख्य वजह क्या है?

गूगल पे, पेटीएम और बैंक अकाउंट को हैक कर होने वाला फ्रॉड हमारी ही गलती से होता है। वजह, हम ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) शेयर कर देते हैं। आरोपी द्वारा इमोशनली या फिर डराकर ओटीपी अथवा कोड मांग लिया जाता है। किसी के भी झांसे में न आएं। इसके बावजूद फ्रॉड होता है तो तुरंत साइबर थाने में शिकायत करें।

पैरेंट्स किस तरह बच्चोंको साइबर क्राइम से दूर रख सकते हैं?

सबसे ज्यादा जरूरी है कि वे बच्चों को मोबाइल से जितना हो सके दूर रखें। उन्हें कम्प्यूटर सिखाएं, लेकिन वे किस तरह के कार्टून देख रहे हैं और मोबाइल में कौन सी एप्लीकेशन चला रहे हैं, इस बात का विशेष ध्यान रखें। खाना खिलाते वक्त या फिर उनकी जिद पूरी न कर पाने के चलते मोबाइल दे देना, सही नहीं है। कोविड के कारण ऑनलाइन एजुकेशन होने से भी ज्यादातर बच्चे मोबाइल फ्रेंडली हो गए हैं। ऐसे में उन्हें जरा सी देर मोबाइल न दो तो वे चिढ़चिढ़े हो जाते हैं। पैरेंट्स ध्यान रखें किकुछ गेम्स खेलने के दौरान बच्चे पैसों का भी इस्तेमाल कर लेते हैं।

साइबर और डिजिटल की दुनिया में आप क्याकाम कर रहे है?

सोशल मीडिया के तमाम फायदे हैं, लेकिन फिर भी लोग साइबर क्राइम का शिकार हो जाते हैं। इसलिए मैं लोगों को बताता हूं कि किस तरह फर्जी प्रोफाइल बनाकर आपको ब्लैकमेल या आपके अकाउंट से आरोपी पैसे निकाललेते हैं। इसलिए भारी नुकसान हो इसके पहले सावधान हो जाएं।

आप कब से साइबर और डिजिटल की दुनियासे काम कर रहे हैं।

मैं साल 2004 से इस फील्ड से जुड़ा हूं। तब मैं केवल फोर्थ क्लास में पढ़ता था। उस समय ऑरकुट चलता था। तब मैंने कम्प्यूटर को असेंबल करना सीख लिया था। स्कूल में दोस्तों की सोशल मीडिया से संबधित समस्या का हल कर देता था। इस तरह देखते ही देखते नॉलेज बढ़ता गया।

सोशल साइट्स के उपयोग का सुरक्षित तरीका क्या है?

टू स्टेप वेरिफिकेशन और टू स्टेप अथेंटिकेशन सबसे ज्यादा प्रमुख है। आप जितने भी सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करते हैं, चाहे वो ई-मेल हो या फिर सोशल मीडिया ऐप, सभी पर टू स्टेप वेरिफेशन एक्टीवेट करें। हमेशा अकाउंट और पासवर्ड से ही लॉगइन करें,ताकि आपके मोबाइल में ही ओटीपी आ जाए। फिर तुरंत अपना पासवर्ड बदल लें।

सामाजिक सरोकार के तहत मैं देश के साथ फ्रांस के बच्चों के लिए भी अवेयरनेस सेशन चलाता हूं। ब्लाइंड स्कूल में कम्प्यूटर के बारे में बताता हूं ताकि बच्चे कॅरियर बना सकें।

 

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