टैंकरों से गैस की चोरी … ?
इंदौर का सरगना प्रदेश के 6 ठिकानों पर हर महीने चुरा रहा था 12 करोड़ की एलपीजी ….
गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ से गुजरने वाले हाईवे पर बड़े टैंकरों से एलपीजी चोरी करने वाला अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय है। यह हाईवे पर फैले ढाबों, तौलकांटों के नेटवर्क की मदद से हर रात 200 से ज्यादा टैंकरों से 50 टन तक गैस चुरा रहा है। …… ने चार दिन में 600 किमी सफर तय कर इस गैंग की सारी जानकारी जुटाई।
….. ने वीडियो सहित सारी डिटेल पुलिस को उपलब्ध कराई, जिस पर बुधवार को एसटीएफ ने मुख्य सरगना महेश सोलंकी सहित आठ बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। 75 रुपए किलो की गैस को ये टैंकर ड्राइवरों से 22 रुपए में खरीद मप्र व महाराष्ट्र के कुछ पेट्रोल पंप, वेल्डिंग कंपनियों और फेब्रिकेटर्स को 44 रुपए किलो में बेच देते थे।
पिटोल बैरियर पर रात 3.30 बजे गैस चोरी
- पिटोल बैरियर पर भास्कर टीम ने ढाबों की आड़ में टैंकर्स से गैस चोरी करते गैंग के सदस्यों काे रिकॉर्ड किया।
19 साल पुराने टैंकर में गैस ढो रहा था गैंग का सरगना
चोरी की गैस ढोने का काम पुराने, रिजेक्टेड टैंकर से हो रहा था, ताकि पकड़े जाने पर बड़ा नुकसान ना हो। टैंकर्स पर कंपनियों के नाम, लाइसेंस नंबर व लोगो भी असली की तरह बने हुए हैं। मुख्य सरगना महेश के नाम रजिस्टर्ड टैंकर एमपी 09- केसी 8027 वर्ष 2003 का है, जिसका 3 सालों से ना तो टैक्स भरा गया है और ना ही फिटनेस हुआ है। सोलंकी का ही टैंकर एमपी-09 केसी 3677 पेट्रोल पंप में चोरी की गैस खाली करते हुए पहले भी पकड़ा जा चुका है।
54 हजार किलो एलपीजी की चोरी हर दिन हो रही थी
आरोपियों ने एसटीएफ को बताया कि मप्र में छह पॉइंट पर 54 हजार किलो गैस की चोरी एक दिन में कर लेते थे। यानी 40 लाख 50 हजार रुपए रोज की गैस चोरी। हर माह 12 करोड़ की गैस गैंग चुरा लेती थी। एसटीएफ टीआई ममता कामले के अनुसार, आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।
20 साल से कर रहे चोरी, कमाई से 10 होस्टल बनाए
गैंग के सरगना महेश के इंदौर में 10 से ज्यादा होस्टल हैं। 20 साल से गैस चोरी के रैकेट से जुड़ा है। भाई शिवा सोलंकी, मनीष सोलंकी (मैनेजर), मुनीम बनवारी (गुजरात पॉइंट), प्रतीक नावले (मंडला पॉइंट) भी गैंग में शामिल हैं। शहर के कुछ पंप को भी गैस बेचने की बात कबूल की है।
15-20 मिनट में ही चुरा लेते थे 5-6 टन गैस
सरगना महेश ने धार में एलपीजी की टंकियों से गैस चुराना शुरू किया था। 5 एचपी की मोटर से 15 से 20 मिनट में 5 से 6 टन गैस दूसरे टैंकर में भर देते थे।
जांच में और भी किरदार सामने आ सकते हैं
भास्कर से मिले इनपुट के बाद हमने टीम से पड़ताल कराई। इसमें महेश साेलंकी और उसकी पूरी गैंग की करतूत सामने आ गई। अभी आठ को गिरफ्तार किया है। इनमें चार सरगना की गैंग के सदस्य हैं तो चार ट्रक ड्राइवर हैं। अभी जांच चल रही है। इसमें और भी किरदार सामने आ सकते हैं। – विपिन माहेश्वरी, एडीजी एसटीएफ