शहरी मतदाता खामोशकैलाश…? महिलाओं ने चप्पलें बरसाईं, कांच भी फोड़ा
भोपाल. प्रदेश में नगरीय निकाय के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा। छिटपुट विवादों को छोड़कर ईवीएम तोड़ने, बूथ कैप्चरिंग जैसी घटनाएं सामने नहीं आईं। इस बार शहरी मतदाता खामोशी की चादर ओड़े रहे। पांच बजे तक आंकड़ों के अनुसार 61 फीसदी वोटिंग हुई। यह पिछली बार से लगभग सात फीसदी कम है। कई जगह बूथ बदलने पर वोटर भटकते रहे। बिना मतदान के ही लौटे भी।
पहले चरण में बुधवार को 11 नगर निगम, 36 नगर पालिका और 86 नगर परिषद में मतदान हुआ। दोपहर 5 बजे तक 61% से ज्यादा मतदान हुआ। सबसे ज्यादा 88.40% मतदान आगर-मालवा जिले के निकायों में हुआ। सबसे कम 43.80% वोटिंग भोपाल जिले में हुई। तीन बजे तक के आंकड़ों के अनुसार 59.10% महिलाओं और 63.20% पुरुषों ने वोटिंग की। कई निकायों में 5 बजे के बाद भी वोटिंग जारी रही।
सबसे ज्यादा वोटिंग
88.40
आगर मालवा रतलाम देवास शाजापुर जबलपुर
मशीनें हुईं खराब,रुका रहा मतदान
114 से ज्यादा बैलेट यूनिट और 61 कंट्रोल यूनिट खराब हुईं। मशीनें बदलने तक मतदान रुका रहा। सबसे ज्यादा ईवीएम इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में खराब हईं। प्रदेश के 44 जिलों में से 11 जिलों में एक भी ईवीएम खराब नहीं हुई है। जिन जिलों में ईवीएम खराब नहीं हुई हैं उनमें श्योपुर, गुना, अशोक नगर, टीकमगढ़, पन्ना, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, बालाघाट, रायसेन और धार जिला शामिल हैं।
– अन्य का वोटिंग प्रतिशत