कांग्रेस के संजय नाला टेपिंग में हुए भ्रष्‍टाचार का खुलासा करेंगे, भाजपा के भार्गव – इंदौर का ट्रैफिक सुधारेंगे

इंदौर में मेयर प्रत्याशी जीते तो यहां रहेगा फोकस …?

इंदौर में निकाय चुनाव के वोटिंग होने के बाद अब दोनों हीं बड़ी पार्टियां अपने-अपने जीत का दावा कर रही हैं। मेयर के साथ निगम परिषद भी उन्हीं की रहेगी, यह कह रहे हैं। हालांकि इंदौर में इलेक्शन के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब कोई भी पार्टी यह बात खुलकर नहीं कह रही है कि उनके प्रत्याशी को कौन सी विधानसभा में कितनी लीड मिलने वाली है।

 इसी बीच …. ने भाजपा के मेयर प्रत्याशी पुष्यमित्र और कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला से बात कर उनकी जीत और जीत के बाद उनके प्लान के बारे में जाना…

सवाल- मतदान होने के बाद अब क्या रुटीन है,आप चुनाव को कैसे देख रहे हैं?

  • पुष्यमित्र भार्गव – रोजाना की तरह अभी भी सुबह 6.30 बजे उठ जाता हूं, जिसके बाद चुनाव में लगे कार्यकर्ताओं से मिलने उनका आभार व्यक्त करने जाता हूं। वहीं, समय निकालकर बच्चों से मिलने आश्रम जा रहा हूं। भाजपा ने शुरू से मुद्दों पर चुनाव लड़ा। मतदान वाले दिन जो हुआ उससे साफ है कि हार की बौखलाहट है। हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले हुए, जिसका जवाब भी हमने कानूनी तरीके से दिया।
  • संजय शुक्ला – शहर के सभी लोगों से मिल रहा हूं। जिन लोगों ने मेरे लिए काम किया, उन्हें बधाई, धन्यवाद दे रहा हूं। जिन पार्टी के नेताओं ने भाजपा के हो या कांग्रेस के हम सब ने मिलकर चुनाव लड़ा, जिसका इंदौर को लेकर एक अच्छा मैसेज गया, लेकिन आखिरी दिन भाजपा के नेताओं ने हमारे कार्यकर्ताओं और पुलिस को मारा, यह इंदौर के लिए दुर्भाग्य की बात है।

सवाल – भाजपा के अपने जीत के दावे हैं, कांग्रेस के अपने…। मेयर प्रत्याशी के नाते आप परिणाम को कैसे देख रहे हैं?

  • पुष्यमित्र भार्गव – पहले दिन से ही यह कह रहा हूं कि भाजपा ने जो शहर का विकास किया है, वह हमारी जीत का पक्का आधार है। भारतीय जनता पार्टी की जीत तो सुनिश्चित है। हर विधानसभा में कार्यकर्ता ने लगन से काम किया है, हम सभी विधानसभा से जीत रहे हैं।
  • संजय शुक्ला – देखिए परिवार में दो बेटे हों या चार बेटे हों, कोई भी माता-पिता बेटा कैसा भी हो, उसे आशीर्वाद पूरा देते हैं। उसे आधा अधूरा नहीं देते। मैं इंदौर का बेटा हूं, मुझे भरपूर आशीर्वाद मिला है। आशीर्वाद मिल गया, जीत मिल गई और जीत-जीत होती है।

सवाल- मेयर बनने के बाद इंदौर को लेकर आपकी पहली प्राथमिकता क्या होगी?

  • पुष्यमित्र भार्गव – पहले दिन से हम कह रहे हैं कि इंदौर को अब ट्रैफिक में नंबर – 1 बनाना है। उसी का हम प्रयास करेंगे।
  • संजय शुक्ला – सबसे पहले पानी, ड्रैनेज और ट्रैफिक इन तीनों पर काम करूंगा। इंदौर शहर में पानी, ट्रैफिक और ड्रैनेज की बहुत समस्या है। 20 साल में भाजपा ने इन तीनों पर कोई काम नहीं किया। सिर्फ सफाई पर ही काम हुआ और जो भ्रष्‍टाचार हुआ उसका खुलासा करना है।

सवाल- बीआरटीएस को लेकर लोगों की अपनी-अपनी राय है। किसी को सही लगता है किसी को गलत…। आपको क्या लगता है?

  • पुष्यमित्र भार्गव – मुझे नहीं लगता है कि बीआरटीएस में कोई समस्या है। इस बीआरटीएस में चलने वाली बसें आज पूरे हिंदुस्तान में बड़े ट्रांसपोर्ट का पर्याय बनी हैं और पूरे भारत के पटल पर ट्रांसपोर्टेशन में नाम कमाया है।
  • संजय शुक्ला – मुझे बीआरटीएस शुरू से ही गलत लगा। मेयर बना तो बीआरटीएस का जनता से सर्वे कराऊंगा। जनता को लगेगा की, इसे हटाना है जो हटा देंगे, नहीं तो इसकी बेसिक दिक्कतें दूर करेंगे। लोक परिवहन तो पूरे शहर में चल रहा है सिर्फ एबी रोड पर नहीं चल रहा है। इस हिसाब से तो पूरे शहर में बीआरटीएस बना देना चाहिए।

सवाल – नाला टैपिंग को लेकर नगर निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, उनका खुलासा कैसे करेंगे?

  • पुष्यमित्र भार्गव – इन सब विषयों पर समय आने पर जरूर बात करेंगे, लेकिन अभी ऐसा है कि जितना काम 15 से 20 सालों में इन मुद्दों पर हुआ है, वह प्रभावी है। शहर की जनता को उससे कहीं ना कहीं राहत है। बड़े शहर की बड़ी योजना होती है। सारी चीजें इम्प्लीमेन्ट होने में समय लगता है, जो बचा हुआ काम है, आने वाले समय में सभी लोग मिलकर करेंगे।
  • संजय शुक्ला – 20 साल में निगम में कोई काम नहीं हुआ। सिर्फ सफाई का काम हुआ और इसके साथ भ्रष्टाचार हुआ। नाला टैपिंग में जो भ्रष्‍टाचार हुआ, उसका मुझे खुलासा करना है, क्योंकि इंदौर शहर में लाखों-करोड़ों रुपया आया, लेकिन वह कहां गया? इंदौर जो बर्बाद हुआ उसकी मैं जांच कराऊंगा, जो अधिकारी या नेता दोषी होंगे, उन पर कार्यवाई कराई जाएगी।

सवाल – चुनाव में लक्ष्मीपुत्र और सरस्वती पुत्र का जो टैग आप दोनों को मिला है। उसे कैसे देखते हैं?

  • पुष्यमित्र भार्गव – मां लक्ष्मी और मां सरस्वती हमारी आराध्य हैं। दोनों ही आराध्य के बिना किसी भी प्रकार की रिद्धि-सिद्धि मिलना संभव नहीं है। विषय केवल इतना था कि यह पुरा चुनाव धन-बल के विरुद्ध आत्मबल, कार्यकता की इच्छा शक्ति की लड़ाई थी।
  • संजय शुक्ला– लक्ष्मी पुत्र का टैग तो अपनी जगह है, लेकिन लक्ष्मीपुत्र की लक्ष्मी जनता की सेवा के लिए उपयोग में होती है। विधायक खरीदने के लिए नहीं। वहीं, इंदौर की जनता यह अच्छे से जानती है कि चुनाव प्रचार में जनता के धन का भाजपा सरकार द्वारा कितना गलत तरीक से दुरुपयोग किया गया है। वहीं, पुष्यमित्र ने सरस्वती का ज्ञान गलत जगह इस्तेमाल किया। वह जनता के खिलाफ कोर्ट में सरकार का पक्ष रखने की जगह जनता का रखते तो ज्यादा अच्छा रहता।

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