सिंधिया के गढ़ में BJP की हार, कांग्रेस का तंज …? प्रियंका बोलीं-ग्वालियर-जबलपुर में इतिहास रचा …

PM ने CM को दी बधाई; ओवैसी बोले- मजबूत होगी AIMIM…

मध्यप्रदेश में नगरीय निकायों के प्रथम चरण के चुनाव का रिजल्ट घोषित होने के बाद अब बीजेपी-कांग्रेस सोशल मीडिया पर अपने-अपने तरीके से पार्टी की जीत का श्रेय दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मप्र में बीजेपी की जीत के लिए जैसे ही शिवराज सरकार को बधाई दी, ठीक 5 मिनट बाद ही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का ट्वीट आ गया। उन्होंने लिखा- मप्र नगर निकाय चुनावों में सराहनीय व साहसी प्रदर्शन के लिए मप्र कांग्रेस के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को बधाई। भाजपा सरकार के चौतरफा हमलों, धन-बल के बावजूद आपकी जी-तोड़ मेहनत ने आज ग्वालियर नगर निगम में 57 साल बाद व जबलपुर में 23 साल बाद कांग्रेस का झंडा गाड़ कर इतिहास रच दिया।

मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 11 नगर निगमों में से 7 में जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस ने ग्वालियर, जबलपुर और कमलनाथ के गृह जिले की नगर निगम में कब्जा किया है। देर शाम रिजल्ट घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर लिखा था- नगरीय निकाय चुनावों के पहले चरण में बीजेपी ने 11 में 7 नगर निगम, 36 में 27 नगर पालिका, 86 में 64 नगर परिषद पर विजय प्राप्त कर चुकी है। आपके (प्रधानमंत्री) नेतृत्व में देश का अभूतपूर्व विकास, विश्व पटल पर भारत का गौरव और मध्यप्रदेश की विकास की गति तेज हुई है, जिसे अपार जनसमर्थन मिल रहा है।

जयराम रमेश ने बिना नाम लिए सिंधिया पर कसा तंज
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ग्वालियर में कांग्रेस की जीत पर बधाई देने के साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर इशारे में तंज कसा। उन्होंने लिखा ग्वालियर नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत से ज्यादा खुशी मुझे किसी और चीज में नहीं हुई। शानदार प्रदर्शन। भाजपा यहां ‘क्रैश’ होकर गिर गई है। बता दें कि ग्वालिर सिंधिया का गढ़ है।

जानिए, ओवैसी ने क्या कहा
निकाय चुनाव के परिणाम को लेकर AIMIM चीफ ओवैसी ने वीडियो जारी कर बयान जारी किया। ओवैसी ने कहा कि मप्र की जनता ने AIMIM के उम्मीदवारों को अपनी मोहब्बत और दुआओं से नवाजा है। खासतौर पर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खंडवा और बुरहानपुर व रतलाम की अवाम ने वोट भी दिया और दुआओं से नवाजा। मैं आपका शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। मुझे मध्यप्रदेश में आने मौका मिला। मैं इंदौर, खरगोन और रतलाम नहीं आ सका। मैं आगे यहां जरूर आऊंगा। आपने वोट भी दिया और मजलिस के उम्मीदवारों को कामयाब भी किया। AIMIM का मप्र में सियासी सफर शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में AIMIM मप्र में और मजबूत होगी।

MP में ओवैसी की बदलेगी सियासी समीकरण, 4 पार्षद जीते

हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन AIMIM पार्टी ने मध्यप्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में एंट्री कर कांग्रेस को बड़ा जख्म दिया है। AIMIM के चार पार्षद कैंडिडेट चुनाव जीत गए। पार्टी ने प्रदेश में पांच शहरों में 53 प्रत्याशी उतारे थे। जबलपुर में दो तो खंडवा व बुरहानपुर में एक-एक पार्षद चुनाव जीतने में सफल रहे। जबकि बुरहानपुर नगर निगम में पार्टी ने कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी का खेल बिगाड़ दिया। जिससे बीजेपी को जीत मिली।

बुरहानपुर में ओवैसी ने मेयर के साथ 15 पार्षद उतारे थे। मेयर प्रत्याशी शाइस्ता सोहेल हाशिमी यहां तीसरे स्थान पर रहीं। उन्हें कुल 10 हजार 322 मत मिले। जबकि यहां भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस की प्रत्याशी को महज 388 मतों से मात दी। भाजपा की माधुरी अतुल पटेल 52 हजार 629 मत पाकर विजयी रहीं। यहां आप को 2908 तो बसपा को 3185 मत मिले। बुरहानपुर में वार्ड 2 से पार्षद प्रत्याशी रफीक अहमद ने जीत दर्ज की। वहीं 5 वार्डों में पार्टी के पार्षद प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे।

निकाय चुनाव के परिणाम को लेकर AIMIM चीफ ओवैसी ने वीडियो जारी कर बयान जारी किया। ओवैसी ने कहा कि मप्र की जनता ने AIMIM के उम्मीदवारों को अपनी माेहब्बत और दुआओं से नवाजा है। खासतौर पर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खंडवा और बुरहानपुर व रतलाम की अवाम ने वोट भी दिया और दुआओं से नवाजा। मैं आपका शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। मुझे मध्यप्रदेश में आने मौका मिला। मैं इंदौर, खरगोन और रतलाम नहीं आ सका। मैं आगे यहां जरूर आऊंगा। आपने वोट भी दिया और मजलिस के उम्मीदवारों को कामयाब भी किया। AIMIM का मप्र में सियासी सफर शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में AIMIM मप्र में और मजबूत होगी।

मुस्लिम समुदाय को बढ़ावा देंगे
खंडवा के घासपुरा वार्ड से AIMIM के टिकट पर शकीरा बी पार्षद चुनी गईं। उनके पति व पार्टी के जिला सचिव बिलाल पेंटर ने दैनिक भास्कर से कहा- कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिमों को अपना वोट बैंक माना, लेकिन इस समुदाय ने अन्याय सहा। हम जीतकर आए हैं तो समुदाय में सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक विकास को बढ़ावा देंगे।

निमाड़ की राजनीति में बदले सियासी समीकरण
AIMIM ने खंडवा में महापौर प्रत्याशी के साथ 11 वार्डों में पार्षद प्रत्याशी भी उतारे थे। चुनावी नतीजों में AIMIM, कांग्रेस-बीजेपी के बाद तीसरे नंबर पर रही। यहीं वजह रही कि, निमाड़ की राजनीति के सारे समीकरण ही बदल दिए। कांग्रेस के मुस्लिम वोट बैंक का आधा हिस्सा AIMIM की ओर झुका और कांग्रेस की हार के अंतर जितने वोट AIMIM को मिले। खंडवा में बीजेपी 20 हजार वोट के अंतर जीती, यहां AIMIM को करीब 9 हजार 601 वोट मिले। बड़ा नुकसान बुरहानपुर में हुआ, जहां कांग्रेस की मुस्लिम महापौर प्रत्याशी महज 542 वोट से हारी, जबकि यहां AIMIM को 10 हजार से ज्यादा वोट मिले है।

ओवैसी की पार्टी किसके साथ और कहां है, ये पता चल गया- कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुरहानपुर की हार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ओवैसी की पार्टी की वजह से कांग्रेस को 388 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। ये तो हम पहले से कहते आ रहे हैं कि ओवैसी की पार्टी बीजेपी का समर्थन करती है। विधानसभा चुनाव से पहले इस पार्टी के बारे में खुलासा हो गया। लोगों को पता चल गया कि ये पार्टी किसके साथ और कहां खड़ी है। हमारा मुकाबला सिर्फ बीजेपी से नहीं था, ओवैसी सहित दूसरी पार्टी और पुलिस-प्रशासन व पैसे से था।

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