ग्वालियर : निकाय चुनाव …? महापौर-पार्षद के शपथ ग्रहण एवं अध्यक्ष के चुनाव का जारी नहीं हुआ नोटिफिकेशन
महापौर और नगर निगम सहित 7 नगरीय निकाय के 171 पार्षद के शपथ ग्रहण, सम्मेलन तथा अध्यक्ष के चुनाव का नोटिफिकेशन शुक्रवार को भी जारी नहीं हो सका। दूसरी तरफ पंचायतों में उप सरपंच व जनपद, जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को लेकर कलेक्टर ने अफसरों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने एक दिन पहले महापौर-पार्षद की शपथ, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी चुने गए पार्षदों को शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी होने की उम्मीद थी। शाम तक गजट नोटिफिकेशन न होने से अब यह प्रक्रिया अगले दो दिन छुटि्टयों के कारण होना मुश्किल है।
नोटिफिकेशन के 15 दिन के अंदर ही कलेक्टर को शपथ, सम्मेलन व अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व अपील समिति के चुनाव की प्रक्रिया पूरी करनी है। दूसरी तरफ जिले की 263 ग्राम पंचायतों में उप सरपंच की प्रक्रिया 24 जुलाई से प्रारंभ होगी। जिले की 32 पंचायतों में उप सरपंच नहीं चुने जाएंगे क्योंकि यहां पर पंच की संख्या तीन से कम है।
उप सरपंच के लिए तीन पंच (एक-एक प्रत्याशी, समर्थक व प्रस्तावक) का होना जरूरी है। प्रभारी जिला पंचायत सीईओ विजय दुबे ने कहा कि मुरार व भितरवार में 24 जुलाई को उप सरपंच चुने जाएंगे। अगले दिन 25 जुलाई को घाटीगांव तथा डबरा में 26 जुलाई को उप सरपंच का चुनाव होगा।
जनपद मुरार व भितरवार में 27 को तथा घाटीगांव-डबरा में 28 जुलाई को अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुने जाएंगे। दुबे के मुताबिक जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव 29 जुलाई को कलेक्टर की देखरेख में होगा। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि उप सरपंच, जनपद और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। एक दिन पहले सभी को निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
जिनकी जमानत बची वे पैसे वापस लेने नहीं पहुंचे, रिपोर्ट मांगी
जमानत बचाने में कामयाब रहे पार्षद पद के प्रत्याशी पैसा वापस लेने कलेक्ट्रेट नहीं पहुंचे हैं। दूसरी तरफ निर्वाचन कार्यालय ने सभी सहायक रिटर्निंंग ऑफिसरों से यह पूछा है कि उनके 11-11 वार्ड क्षेत्र में कितने प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई और कितनों को पैसा वापस करना है? इसकी प्रक्रिया तत्काल चालू कर दी जाए।
महापौर पद के लिए कुल 7 प्रत्याशी मैदान में थे, इनमें से पांच की जमानत जब्त हो चुकी है। पार्षद पद के लिए 358 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें से 66 ने जीत हासिल की है। कुल 91 उम्मीदवार जमानत बचाने में कामयाब हुए हैं। कुछ उम्मीदवारों ने नामांकन फॉर्म लेने के बाद उसे जमा नहीं कराया था।