पर्यावरण मंत्रालय की आपत्ति …? अटल प्रोग्रेस-वे अब बीहड़ों से नहीं निकलेगा, फिर सर्वे
पर्यावरण मंत्रालय की कड़ी आपत्ति के बाद अटल प्रोग्रेस-वे से जुड़ा काम फिलहाल रोक दिया गया है। मंत्रालय के अफसरों ने भारत सरकार के समक्ष आपत्ति पेश की है कि चंबल के बीहड़ों में किसी हाईवे को बनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। इसी के साथ इस मंत्रालय ने ईको सेंसिटिव जोन के अफसरों से भी मना कर दिया है कि वह भी इस प्रोजेक्ट के लिए बीहड़ की जमीन का उपयाेग नहीं होने दें।
इस हाल में एनएचएआई कोटा से भिंड के बीच नया सर्वे किया जाएगा। चंबल संभाग के मुरैना, भिंड व श्योपुर जिलों से होते हुए चंबल नदी के किनारे-किनारे प्रस्तावित अटल प्रोग्रेस-वे मप्र में 404 किलोमीटर लंबाई का प्रस्तावित है।
इस प्रोजेक्ट के लिए चंबल के बीहड़ की जमीन का उपयोग किया जाना था। 2300 किसानों को जमीन के बदले मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही थी। प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई ग्वालियर राजेशचंद्र गुप्ता ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए अब नए सिरे से रूट सर्वे किया जाएगा।