आजमगढ़ जेल से 12 मोबाइल, 97 पुड़िया गांजा मिला …?
2019 में भी बरामद हुए थे 37 मोबाइल, पूर्व मंत्री अंगद यादव का जेल से चलता था फेसबुक एकांउट….
आजमगढ़ की जिला जेल में 26 जुलाई को डीएम और एसपी की छापामारी होती है। बंदियों की बैरक से 12 मोबाइल, 97 गांजा की पुड़िया और चार्जर मिलते हैं। इसकी रिपोर्ट शासन को भी भेजी गई है। जेल में CCTV और जेमर लगने के बाद भी ये हालात चौंकाने वाले हैं।
नहीं मिली गोदाम की चाभी
आजमगढ़ जिला कारागार में छापेमारी करने गई प्रशासन की टीम को जेल कर्मियों से भी निपटना पड़ा। जेल के गोदाम का निरीक्षण करने पहुंची टीम को 40 मिनट से ज्यादा देर की मशक्कत करनी पड़ी। जेल कर्मियों ने गोदाम की चाभी ही गायब कर दी थी। हालांकि बाद में गोदाम का ताला तोड़वाया गया तो वहां से गांजा के साथ अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई
2019 में मिले थे 37 फोन
अब आपको जेल से जुड़ी कुछ पुरानी बातें भी पढ़वा दें। 26 जुलाई 2022 से पूर्व जब जिला प्रशासन ने 17 मार्च 2019 को जब जिला कारागार में तत्कालीन डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसपी त्रिवेणी सिंह ने छापेमारी की थी तो देर रात तक 37 मोबाइल फोन, चार्जर और बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई थी। उस समय बंदियो ने छापेमारी का विरोध करते हुए प्रशासन की टीम पर भी पथराव किया था। हालांकि बाद में मामले में जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम, जेलर हरीश कुमार, डिप्टी जेलर और बड़ी संख्या में बंदी रक्षकों को निलंबित किया गया था।
जेल से पूर्व मंत्री अंगद यादव चलाते थे फेसबुक एकाउंट
आजमगढ़ की जेल में बंद रहे पूर्व मंत्री अंगद यादव जेल से ही अपना फेसबुक एकाउंट चलाते थे। 14 नवंबर 2018 को अंगद यादव को लोगों को शुभकामना और बधाई देने वाला मैसेज वायरल हुआ था। तत्कालीन जेल अधीक्षक ने अपने बयान में अपने को जिले से बाहर होना बताया था। इसके साथ ही जन्मदिन समारोह तक की तस्वीरें जेल से बाहर आती रही हैं।
यही नहीं 2019 में हुई छापेमारी में जिला प्रशासन ने जो 37 फोन बरामद किया था उसमें से पूर्व मंत्री अंगद यादव के पास पांच फोन, पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा के पास से चार फोन, एआईएमआईएम के पूर्व जिलाध्यक्ष कलीम जामई के पास से तीन फोन बरामद हुआ था। हालांकि बाद में अंगद यादव को आजमगढ़ कारागार से नैनी कारागार शिफ्ट कर दिया गया।
2015 में मिले थे 58 फोन
प्रदेश में सपा सरकार के दौरान 26 मई 2015 को जेल में की गई छापेमारी के दौरान जेल में 58 फोन मिले थे। उस समय कारागार मंत्री जिले के ही रहने वाले बलराम यादव थे। इस मामले में बाद में जेलर को निलंबित किया गया था। 26 दिसंबर 2016 को हुई छापेमारी में बड़ी संख्या में मोबाइल, चार्जर, लाइटर, तंबाकू, गुटखा और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई थी।