ग्वालियर : पार्षदों की बाड़ाबंदी…:
भाजपाई दिल्ली दरबार में तो कांग्रेसी रामराजा सरकार की शरण में ओरछा पहुंचे …
नई नगर सरकार में निगम परिषद में सभापति की आसंदी को लेकर भाजपा और कांग्रेस में छिड़ी सियासी जंग चरम पर है। बीती रात भाजपा पार्षदों को शहर से बाहर ले जाकर हरियाणा के रेवाड़ी में एक रिसोर्ट में ठहराए जाने के बाद बुधवार की सुबह कांग्रेस भी अपने पार्षदों को लेकर चौकन्ना हुई।
इसके बाद पार्टी नेताओं ने अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी करते हुए 28 पार्षदों को बस में बैठाकर पहले दतिया और बाद में वहां से ओरछा पहुंचा दिया। हालांकि पार्टी के नेता इसे धार्मिक यात्रा का नाम दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले मंगलवार सुबह भाजपा नेता अपने सभी 34 पार्षदों को लेकर दिल्ली रवाना हुए थे। रात में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर 3 निर्दलीय पार्षदों को भी अपने साथ ले गए।
अजय भाटिया रेवाड़ी से| ग्वालियर में 57 साल में पहली बार महापौर की सीट गंवाने वाली भाजपा अब सभापति के मामले में किसी भी तरह की रिस्क लेने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि पार्टी नेता अपने 34 और तीन निर्दलीय पार्षदों के साथ मंगलवार की रात से शहर 340 किलोमीटर दूर हरियाणा में रेवाड़ी के एक रिसोर्ट में डेरा डाले हुए हैं।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और चुनाव प्रभारी जीतू जिराती ने इनसे चर्चा कर भरोसा दिलाया कि सभापति भाजपा का ही बनेगा। आपके पास तमाम ऑफर आएंगे, लेकिन छोटे से स्वार्थ के लिए राजनीतिक भविष्य दांव पर लगाने की जरूरत नहीं है। देर शाम सभी पार्षद बस से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने राजीव गांधी भवन रवाना हुए। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले पर पहुंचे।
रिसोर्ट में सख्ती, आने-जाने वालों से पूछताछ
रिसोर्ट में पार्षदों की खूब आवभगत हो रही है। बुधवार सुबह उन्होंने स्विमिंग पूल में तैराकी का लुत्फ उठाया। महिला पार्षदों ने ब्रेकफास्ट-लंच की टेबल पर गुफ्तगू में या फिर रूम में समय बिताया। सुबह 10 बजे तक रिसोर्ट के गेट खुले थे तथा इक्का-दुक्का लोग आ-जा रहे थे, मगर इसके बाद गेट बंद कर दिए गए।
रिसोर्ट के सुरक्षा गार्ड को निर्देश दिए गए कि यहां से बाहर जाने वाला मैनेजर से बात करने के बाद ही निकल सकेगा। गार्ड से पूछने पर बताया कि यह सख्ती 2 दिन के लिए की गई है। देर शाम तक कोई बड़ा नेता-मंत्री यहां नहीं पहुंचा था।