कंडोम गर्ल का इंटरव्यू …. देश को गिफ्ट करना चाहती हूं पॉपुलेशन कंट्रोल …?

कंडोम गर्ल का इंटरव्यू:प्रयागराज की अन्नपूर्णा बोलीं- मैं दिल से बागी हूं, देश को गिफ्ट करना चाहती हूं पॉपुलेशन कंट्रोल

बॉलीवुड फिल्म ‘जनहित में जारी’ में कंडोम बेचने वाली लड़की का रोलकर भले ही एक्ट्रेस नुसरत भरूचा ट्रोल हुई हों, मगर प्रयागराज की एक लड़की इन चीजों से बेफिक्र है। नाम अन्नपूर्णा मिश्रा। वे प्रयागराज की मलिन बस्तियों में जाकर फ्री में कंडोम बांटकर वाहवाही बटोर रही हैं। इसके लिए अपनी पॉकेट मनी का इस्तेमाल करती हैं।

अब उन्हें प्रयागराज के लोग ‘कंडोम गर्ल’ कह रहे हैं। मगर अन्नपूर्णा मिश्रा के लिए ये सब इतना भी आसान नहीं था। दैनिक भास्कर से उन्होंने संघर्ष की कहानी बताई। आप भी पढ़िए…

LLB स्टूडेंट अन्नपूर्णा अपनी पढ़ाई से रोज 2 घंटा निकालकर मलिन बस्ती में जाती हैं।
LLB स्टूडेंट अन्नपूर्णा अपनी पढ़ाई से रोज 2 घंटा निकालकर मलिन बस्ती में जाती हैं।

सवाल- आप मलिन बस्तियों में जाकर कंडोम क्यों बांटती हैं?
जवाब- पॉपुलेशन कंट्रोल के लिए जरूरी है, लोग अवेयर हों। मेरा मानना है कि भारत में आज जो भी समस्याएं हैं, उसके पीछे जनसंख्या की बढ़ोतरी है। इसलिए मैं बस्तियों में जाकर जागरूक करती हूं। मुझे ये प्रेरणा अपने घर से ही मिली है। मैं अपने मां-बाप की सिंगल चाइल्ड हूं। मेरे पेरेंट्स ने दूसरी संतान पैदा नहीं की। मेरे लिए लोग कहते हैं कि मैं दिल से बागी हूं।

सवाल- आपने कहा मैं दिल से बागी हूं। पहली बगावत कब और क्यों की?
जवाब- मैं मंगल पांडेय को अपना आदर्श मानती हूं। मैं उसी सरजमीं से हूं और मैं दिल से बागी हूं। मैं जब 18 साल की हुई तो मेरे घर में जींस पहनना लड़कियों को मना था। मैंने अपने मां-बाप से 2013 में पहली बार सवाल किया था कि आखिर मैं जींस क्यों नहीं पहन सकती? अपने घर वालों के दिमाग में जो बाउंड्रीज थी, उसे मैंने तोड़ा और मैं अपने खानदान की जींस पहनने वाली लड़की बनीं। अपने खानदान की मैं पहली बेटी हूं, जिसने विद्रोह करके बाइक चलाना सीखा। तब यहां तक कहा गया कि इसने खानदान की नाक कटवा दी।

इस काम में अन्नपूर्णा मिश्रा को अपनी मां दुर्गा मिश्रा से काफी सपोर्ट मिलता है।
इस काम में अन्नपूर्णा मिश्रा को अपनी मां दुर्गा मिश्रा से काफी सपोर्ट मिलता है।

सवाल- आप एक लड़की हैं। लोगों को कंडोम देते आपको शर्म भी आती होगी?
जवाब- बिल्कुल नहीं। महिलाएं तो अपने देश में मेडिकल स्टोर पर जाकर कंडोम मांगती भी नहीं हैं। यहां तक कि पुरुषों को भी कंडोम मांगने में शर्म आती है। इसमें कोई हिचक नहीं होनी चाहिए। मुझे न कोई झिझक होती है और न ही शर्म आती है। जब आप किसी बड़े सोशलकॉज के लिए काम कर रहे होते हैं, तो फिर आपको किसी भी काम को करने में शर्म या झिझक महसूस नहीं होती।

सवाल-आपको क्या लगता है, एक अकेले आपके लोगों को पॉपुलेशन कंट्रोल के लिए अवेयर करने से कुछ फर्क पड़ेगा?
जवाब- मैं मानती हूं, आज मैं अकेली हूं लेकिन मैं रवींद्र नाथ टैगोर की वो पंक्तियां याद करती हूं कि एकला चलो रे…। एक दिन मेरे पीछे कारवां चलेगा। मेरा मानना है कि बेरोजगारी, अशिक्षा, गरीबी, भ्रष्टाचार, अपराध, प्रदूषण आदि समस्याओं की जड़ पॉपुलेशन विस्फोट है। इस पर कंट्रोल जरूरी है।

सवाल- आप कहां की रहने वाली हैं? प्रयागराज में क्या कर रही हैं? जवाब- मैं मंगल पांडेय की जमीन बलिया से हूं। बलिया को बागी बलिया भी कहते हैं। जैसे स्वतंत्रता आंदोलन में पहली बगावत मंगल पांडेय ने की थी, वैसे ही मैंने भी समाज की कुरीतियों और जनसंख्या बढ़ोतरी के खिलाफ बगावत की है।

सवाल- जब आपके मां-बाप को पता चला कि आप मलिन बस्तियों में लोगों को कंडोम बांटती हैं तो उनकी क्या प्रतिक्रिया थी?
जवाब- मेरे पिता विपिन कुमार मिश्रा बलिया जिला एवं सत्र न्यायालय में एडवोकेट हैं। मां दुर्गा मिश्रा एक हाउस वाइफ हैं। जब मेरे मां-बाप को ये पता चला कि मैं क्यों ऐसा कर रही हूं, तो उन्होंने कहा-इस काम में हमारा आपको पूरा सपोर्ट रहेगा।

अब अन्नपूर्णा को देखकर महिलाएं खुद ही आगे आकर बात करती हैं। पहले संकोच करती थीं।
अब अन्नपूर्णा को देखकर महिलाएं खुद ही आगे आकर बात करती हैं। पहले संकोच करती थीं।

सवाल- मंगल पांडेय ने तो बगावत देश की आजादी के लिए की थी, आपकी बगावत किसको लेकर है?
जवाब- मेरी बगावत देश को भुखमरी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अन्याय और कुप्रथाओं से छुटकारा दिलाने को लेकर है।

सवाल- सोशल मीडिया पर जब अनाप-शनाप सवाल करते हैं, लोग तो क्या करती हैं?
जवाब- कंडोम बांटने को लेकर कई बार लोग सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप कमेंट्स करते हैं। मेरे बारे में भी उल्टी-सीधी बातें कही जाती हैं। पर मैं उनसे घबराती नहीं हूं। मेरा उद्देश्य बड़ा है। अगर इन सब बातों में मैं उलझ जाऊंगी तो फिर मेरा मिशन अधूरा रह जाएगा।

अन्नपूर्णा को गिटार बजाना और खाली समय में वर्कआउट करना पसंद है।
अन्नपूर्णा को गिटार बजाना और खाली समय में वर्कआउट करना पसंद है।

सवाल-आपका फ्यूचर प्लान क्या है?
जवाब-मैं अपने देश को पॉपुलेशन कंट्रोल गिफ्ट देना चाहती हूं। मैं आजीवन समाज सेवा ही करूंगी। फिलहाल अभी मैं झलवा के एक प्राइवेट कॉलेज से थ्री इयर लॉ कर रही हूं। इसके बाद LLM करना है।

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