कारम डैम के व्हिसल ब्लोअर बोले-मुझे जान का खतरा ..
कहा-शिवराज-कमलनाथ ने जांच दबाई, दोषियों पर कार्रवाई करने दिग्विजय ने CM को लिखा पत्र…
धार जिले के कारम डैम में हुई गड़बड़ी का सबसे पहले खुलासा करने वाले व्हिसल ब्लोअर लोकेश सोलंकी ने खुद की जान को खतरा बताया है। खरगोन के काकडदा गांव के रहने वाले लोकेश शनिवार को भोपाल पहुंचे, जहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस बारे में बात की। उन्होंने कारम डैम निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदारों पर केस दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि कई बार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कार्रवाई करने को लेकर पत्र लिखा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लोकेश ने बताया कि वे शुरू से ही कारम डैम में हो रही गड़बड़ियों को उजागर करते रहे थे। मगर, भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकारों ने एक्शन नहीं लिया। लोकेश ने डैम निर्माण में लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री के इस्तीफे की मांग की। लोकेश और अन्य ग्रामवासियों ने जनप्रतिनिधियों और मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत भी की, मगर ध्यान नहीं दिया गया।
लोकेश ने कहा कि बांध का निर्माण करने वाली दिल्ली की ANS कंस्ट्रक्शन कंपनी को पांच साल पहले पवई बांध निर्माण में लापरवाही के चलते सस्पेंड किया गया था। फिर उसी कंपनी को ये डैम बनाने की जिम्मेदारी क्यों सौंपी गई? इसके अलावा, लीकेज होने पर पता चला कि बांध के वॉल्व का मेंटेनेंस भी नहीं किया गया था। जिसके चलते 48 में से कुल 24 नट ही खुल पाए। इसी के साथ लोकेश सोलंकी ने बांध निर्माण के दौरान हुए सॉइल टेस्ट, निर्माण कार्य की कॉस्ट कटिंग टेस्ट, पडल टेस्ट सहित हर लेवल की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की। साथ ही मामले से जुड़े सभी अधिकारियों की कॉल डिटेल भी सार्वजनिक करने की मांग की।
दिग्विजय ने लिखा सीएम शिवराज को लेटर
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को एक पत्र लिखकर कारम डैम में हुए कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने लिखा कि धार जिले में बने 300 करोड़ के कारम डैम में हुए भ्रष्टाचार पर अभी तक आपने कोई कार्रवाई नहीं कर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का मन बना लिया है। उन्होंने लिखा कि ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को सैकड़ों करोड़ रुपए का निर्माण कार्य किस आधार पर दिया गया, इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी गहरे प्रश्न पैदा करती है।

दिग्विजय ने आगे लिखा, टूट चुके डैम को फोड़कर आपने पानी निकालने का काम कर अपनी पीठ स्वतः से थपथपा ली है, लेकिन उन किसानों की सुध नहीं ली है, जिनके खेत की मिट्टी बह गई है। मैं उम्मीद करता हूं कि आपकी सरकार के माथे पर कलंक बने कारम डैम में हुए भारी भ्रष्टाचार के लिए दोषी शीर्ष अधिकारियों को निलंबित कर विभागीय जांच पश्चात सेवा से बर्खास्त किया जाए।
