इंदाैर : पटवारी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा शिकायतें,हार्डिया दूसरे नंबर …….

इंदौर में ……… सर्वे में ड्रेनेज सबसे बड़ा मुद्दा,जानिए क्या बोले महापौर…
इंदाैर ….बारिश ने शहर की ड्रेनेज और सड़कों के हालात बिगाड़ दिए हैं। सफाई में नंबर 1 शहर के कई इलाकों में बदबू के साथ कुत्तों से भी लोग परेशान हो रहे हैं। ड्रेनेज तो हर दूसरे वार्ड की समस्या बनी हुई है जो बारिश में सबसे बड़ा चैलेंज है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसे लेकर कहा है कि अफसर-पार्षद तालमेल बैठाएं। सबसे पहले पार्षद की सुनी जाए और तुरंत समस्या दूर कराएं। उन्होंने पहली बार तल्ख लहजे में चेताया कि लापरवाही करने पर एक्शन लूंगा। ……..ने बेसिक समस्या, शिकायतों को लेकर इंदौर शहर का स्कैन किया। इसमें लोगों से ऑनलाइन फीडबैक लिए।

आइए बताते हैं कि कहां लोग कैसी-कैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं…

सबसे ज्यादा लोग राऊ क्षेत्र में परेशान

सर्वे में सबसे ज्यादा लोग राऊ के आसपास के वार्डों में परेशान दिखे। यहां नगर निगम के 6 वार्ड स्थित हैं। इनमें 242 लोगों ने सफाई, ड्रेनेज, जलभराव और खराब सड़कों पर गुस्सा जताया है। यह इलाका कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी का है।

वार्ड नंबर 78 में शिकायतों की बाढ़, जानिए पार्षद क्या वजह बता रहे…

सबसे ज्यादा 112 लोगों ने वार्ड नंबर 78 से सर्वे में हिस्सा लिया। इस पर यहां के भाजपा पार्षद ओम प्रकाश आर्य ने माना कि उनके क्षेत्र में ड्रेनेज और सड़क की समस्या है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके वार्ड में स्थित ट्रेजर टाउनशिप इलाके में जलभराव की समस्या सबसे गंभीर है। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर कि आपसे पहले आपकी पत्नी सावित्री आर्य भी इसी वार्ड से पार्षद थीं, तो पिछले पांच सालों में समस्याओं का निराकरण क्यों नहीं हुआ? इस पर आर्य ने कहा कि पांच साल का समय काफी कम होता है। साथ ही उन्होंने वार्ड का क्षेत्रफल बड़ा होने और इसके लिहाज से विकास कार्यों के लिए कम राशि आवंटित होने की बात भी कही।

अब जानिए टॉप 5 शिकायतों वाले वार्ड…

स्मार्ट सिटी इंदौर की असल कहानी कुछ और ही है, पढ़िए क्या कहती है इंदौर की जनता…

सबसे पहले बात स्वच्छता की : ऑनलाइन सर्वे में 85 में से लगभग सभी वार्ड के रहवासियों ने सफाई, ड्रेनेज, चैंबर चोक होना और कचरा वाहन के नियमित रूप से नहीं आने की समस्या को उठाया है। अधिकांश वार्ड के रहवासियों ने बैकलेन में गंदगी और ड्रेनेज का पानी सड़कों पर बहने की समस्या उठाई है। इसके साथ ही बारिश के मौसम में नालियों का पानी घरों में घुसने और कचरा वाहन के नियमित रुप से नहीं आने की समस्या बता रहे हैं। इसके साथ ही अंडर ग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम में चैंबर चोक होना भी बड़ी समस्या है।

वार्डों में 5 तरह की शिकायतें, जो सबसे ज्यादा उठाई गई.. ड्रेनेज लाइन सबसे बड़ा मुद्दा

 

अब सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि किस विधायक के क्षेत्र में कितने वार्ड, कितने लोग परेशान

मेंदोला के क्षेत्र में आते हैं सबसे ज्यादा 13 वार्ड, भगतसिंह वार्ड में लोग ज्यादा परेशान

मालिनी गौड़ के वार्ड सुदामा नगर में ज्यादा दिक्कत

संजय शुक्ला के क्षेत्र में श्याम नगर के लोग त्रस्त

महेंद्र हार्डिया के क्षेत्र में भी सबसे ज्यादा शिकायतें मिलीं वार्ड 37 से, जानिए पार्षद पति क्या बोले

वार्ड-37 : इस वार्ड में करीब 50 से ज्यादा शिकायतें सर्वे में मिली हैं। यहां से भाजपा की पार्षद संगीता जोशी पार्षद हैं। यह वार्ड पहले भी भाजपा के पास ही था और यहां से संजय कटारिया पार्षद थे। वार्ड में नर्मदा लाइन, ड्रेनेज और खराब सड़कों की शिकायतों के बारे में चर्चा करने के लिए जब पार्षद जी को कॉल किया गया, तो फोन उनके पार्षद पति महेश जोशी ने उठाया। उन्होंने कहा कि सामान्य महिला सीट होने से पत्नी को टिकट मिला। मैं अभी नगर निगम में एक मीटिंग में हूं। कार्यकर्ता तो मैं ही हूं, जो भी बात करना है आप मुझसे किजिए।

जीतू पटवारी के क्षेत्र में सबसे कम वार्ड, शिकायतें सबसे ज्यादा

आवारा कुत्तों का आतंक भी बड़ी समस्या : पिछले कुछ समय में प्रदेश के कई शहरों में आवारा कुत्तों के आतंक और लोगों पर हमला करने की घटनाएं सामने आई हैं। दो दिन पहले ही राजधानी भोपाल में एक सात साल की बच्ची पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। सर्वे के अनुसार शहर के 30 फीसदी से ज्यादा वार्ड में आवारा कुत्तों का आतंक है। रहवासी इस समस्या से खासे परेशान हैं। इसके अलावा कुछ वार्ड में सुअर पालन और सुअरों के खुलेआम घूमने जैसी समस्या भी रहवासियों ने उठाई है।

पीने के साफ पानी को तरस रहे कई वार्ड : नर्मदा लाइन से इंदौर में पीने के पानी की सप्लाई की हकीकत भी इस सर्वे में सामने आई है। जहां एक ओर कई बार कम दबाव के कारण टंकियां नहीं भरने से पूरे शहर में पानी की सप्लाई सुचारू रूप से नहीं हो पाती। वहीं दूसरी ओर नर्मदा लाइन से गंदा और पीला पानी सप्लाई होने जैसी बात भी इस सर्वे में सामने आई है।

सड़कें और स्ट्रीट लाइट दे रहे हादसों और अपराध को न्योता : शहर के आधे से ज्यादा वार्ड के रहवासियों ने एप्रोच रोड और कॉलोनी के अंदर की सड़कों की बदहाली सामने रखी है। सड़कें खराब होने और उनमें गड्‌ढे होने से हादसे होने का खतरा लगातार बना रहता है। बरसात के मौसम में तो यह समस्या विकराल रुप ले लती है। गुरुवार को ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी सड़क पर गड्‌ढों को हार-फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि देते हुए जिम्मेदारों पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है। दूसरी ओर कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट को लेकर भी काफी समस्या है। इसके चलते महिलाओं की सुरक्षा खतरे में होने के साथ ही लगातार अपराध भी बढ़ रहे हैं। पिछले समय में शहर में हुई लूट और हत्या की वारदातें इसका ताजा सबूत हैं।

ट्रैफिक और सड़कों पर अतिक्रमण : सर्वे में शहर के लगभग दस से ज्यादा वार्ड में ट्रैफिक और दुकानदारों द्वारा सड़कों पर अतिक्रमण करने की समस्या भी सामने आई है। यहां के रहवासी बेतरतीब ट्रैफिक, ट्रैफिक सिग्नल का समय कम होने के कारण जाम की स्थिति बनने की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी और जिन वार्ड में शहर के बड़े और छोटे बाजार आते हैं, वहां से रहवासी दुकानदारों द्वारा सड़कों पर अतिक्रमण करने की समस्या से भी परेशान हैं।

समस्याएं ये भी हैं : वार्ड 52 के रहवासियों ने नगर निगम के सफाई दरोगा को लेकर भी शिकायत की है। रहवासियों का कहना है कि निगम का दरोगा जहां एक ओर महिलाओं से अभद्रता करते हुए गालियां देता है, वहीं आए दिन रहवासियों से लड़ता भी है। वार्ड 75 में आवारा मवेशी, तो वार्ड 71 और 65 के रहवासी मच्छरों से परेशान हैं। वार्ड 41 में सोमवार को लगने वाले हाट बाजार से जाम लगने की समस्या है, तो वार्ड 5 और 7 में गार्डन का मेंटेनेंस भी बड़ी समस्या है।

ऐसे किया सर्वे

के जरिए ऑनलाइन लिंक जनरेट कर लोगों से अपने वार्डों की सबसे बड़ी सार्वजनिक समस्याओं पर फीडबैक चाहा गया था। इसमें …….00 से अधिक लोगों ने सार्वजनिक समस्याएं बताईं और इसे इलाके के सभी लोगों का प्रभावित होना बताया। इसी आधार पर ……..र ने यह रिपोर्ट विधानसभा क्षेत्रवार तैयार की है।

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