नया शराब मॉडल …?

बीयर की हर महीने खपत 50%, तो देसी शराब की 18% तक बढ़ गई; घर में शराब रखने की सीमा बढ़ी..

मध्यप्रदेश में शराब दुकानों का नया कंपोजिट शॉप मॉडल एक अप्रैल से लागू हुआ है। तब से बीयर की खपत हर महीने नए रिकॉर्ड बना रही है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि साल 2019-20 की तुलना में इस साल की तिमाही में बीयर की खपत 50% बढ़ गई है। जबकि देसी शराब की खपत 18% तो विदेशी की 8% बढ़ी है।

आबकारी विभाग ने 2020-21 और 2021-22 को कोविड-19 प्रभावित वर्ष मानकर अपनी इस साल की ग्रोथ की तुलना 2019-20 से की है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो देसी शराब के ग्रामीण ठेकों में बीयर पहली बार बेची जा रही है। ज्यादातर वृद्धि वहीं से आ रही है। अप्रैल में बीयर की खपत 61% तक बढ़ी है।

बीयर का उत्पादन 7 करोड़ बल्क लीटर बढ़ सकता है

साल 2021-22 में कुल बीयर का उत्पादन 13.48 करोड़ बल्क लीटर था। 2019-20 की तुलना में यह 31% बढ़ा था। लेकिन, इस बार उत्पादन 20 करोड़ बल्क लीटर को भी पार कर सकता है। पहले तीन महीने में ही बीयर का उत्पादन 8 करोड़ लीटर के पार हो चुका है।

देसी और विदेशी की खपत कम क्यों

विभागीय सूत्र कहते हैं कि अप्रैल-मई में देसी शराब की बिक्री लगातार बढ़ रही थी। निर्माता सप्लाई नहीं दे पा रहे थे। पहली तिमाही में खपत महज 18% ही बढ़ी। वहीं, 2021-22 में मप्र में कुल 14.33 करोड़ लीटर विदेशी शराब बिकी थी। 2019-20 में यह 15.82 करोड़ लीटर रही थी। यानी दो सालों में खपत 10% तक कम हुई।
आंकड़े- बीयर की खपत सबसे ज्यादा
माह 2022 2019
अप्रैल 268.47 166.25
मई 291.47 208.31
(सारे आंकड़े लाख प्रूफ लीटर में)–
2022-23 की स्थिति देसी शराब
माह 2022 2019
अप्रैल 117.39 98.50
मई 135.61 129.47

विदेशी शराब

माह 2022 2019 अप्रैल 54.77 48.79 मई 61.36 59.38

खपत बढ़ने की दो बड़ी वजह

  • अप्रैल-जून के बीच गर्मी ज्यादा पड़ी। मई में बीयर के दाम भी 40% तक गिरे।
  • घर में शराब रखने की सीमा बढ़ी। एक करोड़ का टैक्स भरते हैं तो घर में मिनी बार खोल सकते हैं।

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