पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सहित 41 पर होगी चार्जशीट
विधानसभा में कथित अवैध बहाली के मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष सदानंद सिंह सहित 41 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करेगा। निगरानी ब्यूरो ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। विधानसभा सचिवालय ने भी चार्जशीट दायर करने की अनुमति दे दी है। मामला वर्ष 2000 से 2005 के बीच का है।
इस सप्ताह के अंत तक विशेष निगरानी कोर्ट में चार्जशीट दायर की जाएगी। इसमें सदानंद सिंह के अलावा विस के तत्कालीन सचिव झौरी प्रसाद पाल, अवर सचिव रामेश्वर प्रसाद चौधरी, अध्यक्ष के आप्त सचिव कामेश्वर प्रसाद सिंह, लेखा सचिव बैजू प्रसाद, प्रशाखा पदाधिकारी सुबोध जायसवाल, उप सचिव नवल किशोर, वशिष्ट देव तिवारी, राज किशोर रावत, ब्रज किशोर सिंह, अरुण कुमार, पुरुषोत्तम मिश्रा व नियुक्त 30 कर्मी शामिल हैं।
निगरानी ब्यूरो की जांच के अनुसार अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से रिश्तेदारों को क्लर्क के पद पर बहाल किया गया। बहाली में नियम कानून की अनदेखी की गईं और राज्यपाल के अध्यादेश की भी गलत तरीके से व्याख्या की गई। कर्मचारियों की वैकेंसी में मौखिक या साक्षात्कार लेने का कोई जिक्र नहीं था, लेकिन रिश्तेदारों को बहाल करने के लिए रिक्त पदों से कई गुना अधिक उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। अवैध नियुक्त कर्मचारियों की उत्तर पुस्तिकाओं में भी हेराफेरी की गई।
निगरानी में दर्ज एफआईआर के मुताबिक सदानंद सिंह ने अपने एक रिश्तेदार संजय कुमार को बहाल करने के लिए मनमाने तरीके से चयन कमेटी का गठन किया। चयन समिति में वैसे सदस्यों को रखा गया जिनके सगे-संबंधी परीक्षा में शामिल हुए थे। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के एडीजी सुनील कुमार झा ने बताया कि विस में कर्मचारियों की अवैध नियुक्ति के मामले में चार्जशीट तैयार कर ली गई है। जल्द इसे निगरानी कोर्ट में दायर की जाएगी। इधर विस सचिव बटेश्वर नाथ ने कहा कि अवैध नियुक्ति मामले में चार्जशीट की स्वीकृति दे दी गई है।
अधिकारियों-कर्मचारियों के रिश्तेदारों की हुई बहाली
तत्कालीन उप सचिव नवलकिशोर सिंह के रिश्तेदार अवधेश कुमार सिंह, आप्त सचिव कामेश्वर प्रसाद सिंह के रिश्तेदार संजीव कुमार, विमल प्रसाद के पुत्र राकेश कुमार, उप सचिव वशिष्ठ देव तिवारी के पुत्र नवीन कुमार, उप सचिव ब्रजकिशोर सिंह के रिश्तेदार सत्यनारायण, उप सचिव अरुण कुमार के रिश्तेदार नीरज आनंद, उप सचिव पुरुषोत्तम मिश्रा के रिश्तेदार देव कुमार, अवर सचिव बैजू प्रसाद सिंह के पुत्र मनीष कुमार, सुबोध कुमार जायसवाल के पुत्र रतन कुमार का चयन किया गया था।