AAP की मान्यता रद्द की जाए ..!
रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स ने चुनाव आयोग से की मांग; कहा- केजरीवाल सरकारी लोगों का चुनाव के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं …
दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की मान्यता रद्द कराने को लेकर 57 रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स ने चुनाव आयोग को लेटर लिखा है। लेटर में कहा गया कि आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सरकारी कर्मचारियों का इस्तेमाल चुनावी प्रचार के लिए किया है। उनके जरिए गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने की कोशिश की जा रही है।
नौकरशाहों ने लेटर में 3 सितंबर को राजकोट में हुई अरविंद केजरीवाल की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों को आप पार्टी की जीत के लिए काम करने की बात को बार-बार दोहराया है।
केजरीवाल पर लगे कई आरोप
रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स ने कहा कि गुजरात के सरकारी कर्मचारियों का इस्तेमाल केजरीवाल अपनी पार्टी प्रचार के लिए कर रहे हैं। केजरीवाल ने आने वाले चुनाव में होमगार्ड, पुलिसकर्मियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सरकारी ड्राइवरों से पार्टी के लिए काम करने की अपील की है।
ब्यूरोक्रेट्स का कहना है कि किसी भी स्टेट में सिविल सर्वेंट का काम सिर्फ सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना होता है। उनका राजनीति से कोई संबंध नहीं होता। वे किसी दल के लिए काम नहीं कर सकते, लेकिन CM केजरीवाल अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बार उनसे पार्टी के लिए प्रचार करने की बात कही है।
आम जनता का उठ रहा भरोसा
चुनाव आयोग में लिखे लेटर में दावा किया गया है कि अरविंद केजरीवाल के इन बयानों के बाद आम जनता में सरकारी कर्मचारियों के लिए भरोसा उठ रहा है। आम जनता को अब ऐसा लग रहा है जैसे कि हर सरकारी कर्मचारी किसी ना किसी पॉलिटिकल पार्टी के लिए काम करता है।
केजरीवाल की ‘फ्री’ पॉलिसी को नौकरशाह मान रहे गलत
इतना ही नहीं रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स ने कहा कि केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी को समर्थन मिलने पर मुफ्त में बिजली, शिक्षा और महिलाओं के खाते में 1000 रुपए डालने की बात कही है। जबकि केजरीवाल की इस नीति को अधिकतर नौकरशाह गलत मान रहे हैं। इतना ही नहीं केजरीवाल ने कई बार सरकारी कर्मचारियों को भी लालच देकर पार्टी के लिए काम करने की अपील भी की है। इन्हीं सभी बयानों को देखते हुए चुनाव आयोग से आम आदमी पार्टी की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है।
लेटर में किसके हैं सिग्नेचर?
केरल के पूर्व चीफ सेक्रेटरी आनंद बोस, पूर्व IAS आरडी कपूर, पूर्व IAS सौरभ चंद्र, पूर्व IAS के श्रीधर राव, पूर्व IAS अभिक घोष, पूर्व IAS सीएस खैरवाल, पूर्व IRS एसके गोयल, पूर्व IFS निरंजन देसाई, पूर्व IFA सतीश मेहता, पूर्व IFS भसवती मुखर्जी, विद्यासागर, बाला शेट्टी, पूर्व IPS उमेश कुमार, एम.मोहन राज, निर्मल कौर, महेश सिंघला, शीला प्रिया, जी. प्रसन्ना कुमार, संजय दीक्षित, पीबी राममूर्ति सहित कई पूर्व अधिकारियों के सिग्नेचर लेटर में शामिल हैं।