ग्वालियर में फायरिंग रेंज बेचने का मामले में जल्द होगी एफआईआर …!
चार सदस्यीय जांच कमेटी भी बनाई….
ग्वालियर में फायरिंग रेंज बेचने का मामले में जल्द होगी एफआईआर, चार सदस्यीय जांच कमेटी भी बनाई
पुलिस की फायरिंग रेंज की जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी। इस मामले की जांच के लिए पुलिस के चार अफसरों की जांच कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी जांच करने के बाद रिपोर्ट देगी।
ग्वालियर पुलिस की फायरिंग रेंज की जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी। इस मामले की जांच के लिए पुलिस के चार अफसरों की जांच कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी जांच करने के बाद रिपोर्ट देगी। इसके अलावा फायरिंग रेंज में बने अवैध निर्माण की फोटोग्राफी से लेकर इनका सर्वे पुलिस खुद ही कराएगी।
दरअसल बहोड़ापुर स्थित सागरताल रोड पर ग्वालियर पुलिस की फायरिंग रेंज है। फायरिंग रेंज पर करीब 15 साल से शस्त्र प्रशिक्षण बंद है। यहां की बजाय एसएएफ रोड पर बनी फायरिंग रेंज में प्रशिक्षण दिया जाता है। इस जमीन को पुलिस अधिकारी भूल गए, जिसका फायदा भू-माफियाओं ने उठाया। भू-माफियाओं ने जमीन को समतल कराया, इसके बाद जमीन को अपनी बताकर कई लोगों को बेच डाला। तब भी पुलिस अधिकारियों को इसका पता नहीं लगा। जब यहां लोगों ने भवन निर्माण कर लिए तब पुलिस की नींद टूटी। नईदुनिया ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया।
……ने भू-माफियाओं के इस कृत्य को जैसे ही उजागर किया तो पुलिस महकमे में खलबली मच गई। एसएसपी अमित सांघी ने मामले में कागजी कार्रवाई के लिए एएसपी मृगाखी डेका, डीएसपी लाइन विजय सिंह भदौरिया, आरआइ रणजीत सिंह और बहोड़ापुर थाना प्रभारी अमर सिंह सिकरवार की एक कमेटी बनाई है। यह टीम पूरी रिपोर्ट तैयार करेगी, जो कलेक्टर को भेजी जाएगी। एसएसपी ने बताया कि जल्द से जल्द पुलिस की जमीन को मुक्त करा लिया जाएगा।
जल्द दर्ज होगी एफआइआर
जमीन के खेल में कुछ अफसरों के भी नाम आए सामने़इिस मामले में एसएसपी ने जल्द से जल्द एफआइआर के आदेश दिए हैं। इस मामले में सूत्रों का कहना है कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से इस जमीन का सौदा भू-माफिया ने कर दिया है। इन अधिकारियों के नाम पुलिस अधिकारियों तक भी पहुंच गए हैं। इसी के चलते यह मामला अभी तक दबाया गया।