क्या आप भी विदेश में नौकरी करने का सोच रहे है? देश छोड़कर जाने से पहले एक बार पढ़ लीजिए विदेश मंत्रालय की चेतावनी

  विदेश मंत्रालय ने भारतीय युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि लुभावनी कंपनियों की पेशकश में न फंसें। नौकरी ज्वाइन करने से पहले उस कंपनी को पूरी तरह से जांच परख लें तब जाएं।
  • विदेशों में नौकरी की तलाश कर रहे भारतीयों को विदेश मंत्रालय की सलाह
  • नौकरी के लिए बाहर जाने से पहले विदेशी कंपनी की विश्वसनीयता को जांच लें
  • म्यांमा में कई भारतीयों को नौकरी देने के नाम पर की गई कथित धोखाधड़ी

विदेशों में नौकरी की तलाश कर रहे भारतीय युवाओं को विदेश मंत्रालय ने सलाह दी है। मंत्रालय ने विदेशों में नौकरी देने संबंधी लुभावनी पेशकश करने वाली कंपनियों से बच कर रहने को कहा है। मंत्रालय ने कंपनी ज्वाइन करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करने को कहा है। विदेश मंत्रालय ने सलाह को दोहराते हुए कहा कि म्यामां, कंबोडिया, लाओस में फंसे सभी भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिये प्रयास जारी हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा कि जहां तक म्यांमा में फंसे भारतीय नागरिकों का सवाल है, हम इस मामले को देख रहे हैं जिनमें फर्जी पेशकश की गई है। उन्होंने कहा कि अब तक करीब 50 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और कुछ लोग अभी भी फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ सुरक्षित निकाले गए लोग लौट आए हैं जबकि कुछ लोग अवैध प्रवेश के मामले में वहां की पुलिस की हिरासत में हैं।

लुभावनी पेशकश करने वाली कंपनियों से रहें सावधान -विदेश मंत्रालय

खबरों में म्यांमार में 300 लोगों के फंसे होने की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि कुछ लोग वहां फंसे हैं लेकिन यह संख्या निश्चित तौर पर 300 नहीं है। इन लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं । विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि लाओस और कंबोडिया से अब तब 80 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने कहा कि हमने पिछले महीने परामर्श भी जारी किया है जिसमें ऐसी लुभावनी पेशकश करने वाली कंपनियों से सचेत रहने को कहा गया था । बागची ने दोहराया कि विदेशों में नौकरी देने संबंधी लुभावनी पेशकश करने वाली कंपनियों से बेहद सचेत रहें क्योंकि अगर आप वहां फंस गए तब बाहर निकालने में कठिनाई आती है। गौरतलब है कि इससे पहले बागची ने कहा था कि दक्षिण पूर्वी म्यामां के म्यावाड्डी क्षेत्र में बंधक बनाए गए भारतीयों के विषय से मंत्रालय अवगत हैं। थाईलैंड में आईटी कंपनियां रोजगार के लिए भारतीय श्रमिकों की भर्ती करती हैं जिन्हें म्यांमा ले जाया जाता है। इनमें से कुछ के अवैध रूप से जाने की भी खबरें आती हैं।

म्यांमा में फंसे भारतीयों को बचाने और वापस लाने की पीएम मोदी से अपील

इस विषय में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने म्यांमा में ‘अवैध रूप से बंधक’ बनाए गए भारतीयों को बचाने और वापस लाने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की थी। स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा था कि राज्य सरकार को करीब 50 तमिलों सहित करीब 300 भारतीयों के म्यांमा में फंसे होने की सूचना मिली है, जो बहुत मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।

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