अब हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू …!
पीएम मोदी ने कहा लाखों छात्र अपनी भाषा में कर सकेंगे MBBS
अमित शाह ने कहा, ”आज का दिन आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत के चिकित्सा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसे आने वाले समय में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। आज का दिन देश के शिक्षा क्षेत्र के लिए पुनर्जागरण और पुनर्निर्माण का दिन है।”
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मध्य प्रदेश में पहली बार हिंदी में एमबीबीएस के पाठ्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने हिंदी में चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीन हिंदी पुस्तकों का विमोचन भी किया। देश में यह पहली बार है कि एमबीबीएस की पाठ्यपुस्तकें हिंदी में प्रकाशित हुई हैं और इसी के साथ मध्य प्रदेश आज से हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
शाह ने जिन तीन पुस्तकों का भोपाल में विमोचन किया, उनके नाम एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायो केमिस्ट्री हैं। 97 चिकित्सकों की टीम ने प्रचलित अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी रूपांतरण किया है। केन्द्रीय गृह मंत्री के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पुस्तकों का विमोचन किया। इस अवसर पर अमित शाह ने कहा, ”स्वभाषा के विकास और उपयोग से भारत अनुसंधान के क्षेत्र में विश्व में बहुत आगे जाएगा।”
शाह ने पीएम मोदी की तारीफ की
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक मंचों पर हिन्दी में बोलते हैं। शिक्षा नीति में प्राथमिक, तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा में हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। शाह ने कहा, ”मध्य प्रदेश में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में शुरू कर प्रधानमंत्री मोदी के इस संकल्प को पूरा किया है।” उन्होंने कहा, ”आज का दिन आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत के चिकित्सा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जिसे आने वाले समय में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। आज का दिन देश के शिक्षा क्षेत्र के लिए पुनर्जागरण और पुनर्निर्माण का दिन है।”
पीएम मोदी ने कहा यह बड़ा बदलाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि हिंदी में चिकित्सा शिक्षा की शुरुआत से देश में बड़ा सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि लाखों छात्र अपनी भाषा में अध्ययन कर सकेंगे और उनके लिए कई नए अवसरों के द्वार भी खुलेंगे। प्रधानमंत्री ने भोपाल में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा इस तरह के एक पाठ्यक्रम की शुरुआत पर यह टिप्पणी की।