भोपाल : कृषि यंत्रीकरण घोटाला ..!

कृषि यंत्रीकरण घोटाला:किसानों को दिए घटिया यंत्र, फर्म के अकाउंट में डाल दी राशि, आईएफएस सत्यानंद समेत 15 पर केस दर्ज

मंदसौर जिले में डेढ़ लाख के पावर टिलर की जगह 52 हजार तक के चाइना मेड यंत्र बांट दिए।

ऐसे भी कई किसान थे, जिनको खेतों में खड़ा कर फोटो खींच लिए, लेकिन यंत्र नहीं दिए गए। घोटाले की शिकायत मुकेश पाटीदार ने उज्जैन लोकायुक्त में की थी। एकीकृत बागवानी मिशन योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना ये गड़बड़ी सामने आई थी।

लोकायुक्त पुलिस ने विभाग के पूर्व संचालक सत्यानंद, मंदसौर के तत्कालीन उप संचालक मनीष चौहान, ग्रामीण उद्यान विकास अधिकारी राजेश जाटव, पप्पू लाल पाटीदार, बनवारी वर्मा, राजेश मईड़ा, सत्यम मंडलोई, सुरेश धाकड़, दिनेश पाटीदार, निजी फर्म के संचालक सुरेश भाई पटेल, प्रवीण मूलजी पटेल व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

विभाग की जांच में भी दोषी

मंदसौर के कृषि यंत्रीकरण घोटाले की जांच सरकार भी करा चुकी है। इसमें सामने आया था कि अफसरों ने किसानों को डेढ़ लाख कीमत के पावर टिलर की जगह सस्ते पावर विडर और पावर स्प्रेयर बाट दिए थे। इनकी कीमत 21 से 52 हजार रुपए है।

यह भी साफ हो गया है कि सारे कृषि यंत्र मेड इन चाइना है। उद्यानिकी विभाग ने एमपी एग्रो के एमडी श्रीकांत बनोठ की अध्यक्षता में चार तकनीकी अफसरों की जांच कमेटी बनाई थी। कमेटी ने सभी जिलों से किसानों को बांटे गए दो-दो कृषि यंत्र पुष्टि के लिए भोपाल बुलवाए थे।

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