दरोगा जी रिपोर्ट नहीं लिखते!

भोपाल-इंदौर में पुलिस कार्यप्रणाली की सबसे ज्यादा शिकायतेंदरोगा जी रिपोर्ट नहीं लिखते!

भोपाल. प्रदेश में पुलिस के एफआइआर न लिखने, एफआइआर करने में देरी करने, सही धाराओं को न जोड़ने को लेकर हर दिन औसतन 325 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। इनमें सबसे ज्यादा शिकायतें भोपाल और इंदौर जिले की होती हैं। भोपाल में रोजाना औसतन 14 और इंदौर में 21 पीड़ित सीएम हेल्प लाइन पर गुहार लगा रहे हैं।

प्रदेश में 1 जनवरी से अब तक पुलिस से जुड़ी 1,01,291 शिकायतें की गईं। इनमें एफआइआर, मामला कोर्ट में पेश करने में देरी, विवेचना ठीक से नहीं करने, पक्षकार से मिलकर समझौता करने पर दबाव बनाने सहित अन्य तरह के प्रकरणों को शामिल किया गया है। इसमें आधे से ज्यादा शिकायतें एफआइआर से जुड़ी हुई होती हैं।

राजीनामा के लिए दबाव भी बनाती है पुलिस

पुलिस एक पक्ष से मिलकर राजीनामा करने पर भी दबाव बनाती है, जो कि उसे नहीं करना चाहिए। पिछले दस माह के अंदर करीब 18 हजार से अधिक शिकायतें दर्ज हुई हैं, इसमें मामले में भी भोपाल और इंदौर जिले आगे हैं। पुलिस के बार बार दबाव बनाने पर इससे बचने के लिए फरियादियों को सीएम हेल्पलाइन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का सहारा लेना पड़ता है।

टॉप 5 जिले जिला शिकायतें
इंदौर 6592
भोपाल 4352
रीवा 2351
सागर 1822
सतना 1680
हालांकि जनता के 80 फीसदी से अधिक मामलों का निराकरण किए जाने का दावा है। …
जीआरपी का भी ऐसा ही रवैया
इधर, जीआरपी का भी आम पुलिस की तरह कार्य व्यवहार है। पूरे 10 माह में जीआरपी से जुड़ी करीब 30 शिकायतें दर्ज हुई हैं। इनमें भी ज्यादातर शिकायतें आरोपी को नहीं पकड़ने, राजीनामा पर दबाव बनाने को लेकर आई हैं। इस कार्यप्रणाली से लोग नाराज हैं।

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