राजबब्बर नाराज क्यों?
राजबब्बर नाराज क्यों? UP में भारत जोड़ो यात्रा की समिति से नाम नदारद, जानिए इनसाइड स्टोरी
भारत जोड़ो यात्रा के यूपी आगमन पर उसके कुशल संचालन के लिए बनी पार्टी की समन्वय समिति से उनका नाम नदारद है, जबकि सलमान खुर्शीद, अजय लल्लू और निर्मल खत्री सरीखे बाकी तीनों पूर्व अध्यक्षों को इस समिति में अहम ज़िम्मेदारी दी गयी है.
राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले पूर्व यूपी कांग्रेस अध्यक्ष और अभिनेता राजबब्बर पार्टी से बेहद नाराज़ हैं. पिछले कुछ वक्त से सियासत की बजाय अभिनय और परिवार को समय दे रहे राजबब्बर भले ही अब तक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से दूर रहे हों. लेकिन वो यूपी चुनाव में अपनी अनदेखी के पुराने गिले शिकवों को भुलाकर यात्रा के उत्तर प्रदेश में आने पर उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहते थे.
यूपी और पंजाब के प्रचार से दूरी
G-23 ग्रुप का हिस्सा रहे राजबब्बर पिछले दिनों राहुल गांधी के करीबी नेता से मिलकर यूपी कांग्रेस के रवैये की शिकायत दर्ज करा चुके हैं. दरअसल, यूपी विधानसभा चुनाव के वक़्त से राजबब्बर नाखुश रहे हैं, उन्होंने डिमांड के बावजूद यूपी और पंजाब के प्रचार से दूरी बनाए रखी और मुम्बई में अभिनय की दुनिया में मशगूल रहे, लेकिन अपनी नाराजगी तब तक उन्होंने आलाकमान को नहीं बताई.
राज्यसभा सांसद की भी दावेदारी नहीं
इसके बाद राजबब्बर ने पिछले दिनों सोनिया से मुलाकात करके साफ कर दिया था कि, 70 बरस की उम्र में वो अपना समय परिवार, घर और थोड़ा बहुत अभिनय को देना चाहते हैं. फिलहाल उनकी राज्यसभा सांसद बनने की भी दावेदारी नहीं है. लेकिन जहां-जहां पार्टी को मेरी जरूरत होगी, वो तैयार हैं. फिर चाहे चुनाव प्रचार हो या कुछ और. साथ ही राजबब्बर ने सोनिया से उस मुलाकात में खुद के किसी और पार्टी में जाने की अटकलों को भी सिरे से खारिज कर दिया था.
राजबब्बर से प्रचार करने की गुजारिश
हिमाचल चुनाव में कुछ उम्मीदवारों ने व्यक्तिगत तौर राजबब्बर से प्रचार करने की गुजारिश की थी, जिस पर सहमति देते हुए उन्होंने पार्टी सिस्टम से उसे अमली जामा पहनाने को कहा था. लेकिन तब भी आखिरी मौके पर प्रशासनिक अनुमति के टालमटोल हुआ और राजबब्बर प्रचार करने नहीं आ सके.