भिंड : नेशनल हाइवे पर ठेले और गुमटी वालों का अतिक्रमण, सिकुड़ गई सड़क, आए दिन जाम
शहर के अंदर से निकले नेशनल हाईवे 719 और बाइपास पर इन दिनों दबंगों का कब्जा लगातार बढ़ता जा रहा है। दरअसल, यहां अतिक्रमण बढ़ने के पीछे स्थानीय प्रशासन की लापरवाही है। ये क्रम अभी भी बदस्तूर जारी है। इससे राहगीर ही नहीं बल्कि वाहन चालक भी परेशान हैं। नगर पालिका और प्रशासन द्वारा हाइवे और बायपास पर अतिक्रमण हटाने के लिए मुहिम तो शुरू की जाती है। लेकिन एक-दो दिन कार्रवाई के बाद मुहिम ठंडे बस्ते में चली जाती है। कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण जहां से हटाया था, वही फिर आकर जम जाता है।
गौरतलब है कि शहर की सरकारी भूमि पर भारी पैमाने पर अतिक्रमण पसरा हुआ है। यह अतिक्रमण यहां से कम होने की बजाए बढ़ता जा रहा है। हाईवे और बाईपास के दोनों किनारे फुटपाथ और जल निकासी के लिए बने नालों पर दुकानदारों ने अपने ठेले और गुमटियां रखकर अतिक्रमण कर रखा है। हालत यह है कि सड़कें अतिक्रमण के कारण बिल्कुल संकरी हो गई हैं। जिसके चलते कई बार वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है।
चंबल कॉलोनी से हटाया तो हाइवे पर आ गए
शहर की चंबल कॉलोनी में नवीन निर्माण के चलते बीस दिन पहले कॉलोनी के किनारे लंबे समय से लग रहे ठेले और गुमटियों को हटाया गया। अब दुकानदारों ने अपने ठेले और गुमटियों को नेशनल हाईवे 719 के किनारे नाले के ऊपर लगाना शुरू कर दिया है, कुछ जगहों पर तो दुकानदारों की ठेले और गुमटी नाले के ऊपर रखी हुई हैं, तो उनका सामान दिन के समय सड़क पर पसरा रहता है।
सामान रखकर दुकानदारों ने किया अतिक्रमण
शहर के अंदर अग्रसेन चौराहा से संतोषी माता मंदिर तक जाने वाली रोड के किनारे बने नाले पर व्यापारियों ने अपने ठेले और गुमटियां लगाकर अतिक्रमण कर रखा है। नगर पालिका इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। वहीं व्यापारियों के अतिक्रमण के कारण नाले की साफ-सफाई नहीं हो पा रही, क्योंकि जब कर्मचारी सफाई के लिए आता है, तो नाले के ऊपर रखे सामान को हटाने से व्यापारियों के द्वारा इंकार कर दिया जाता है।
सड़क किनारे लगे पत्थर के टाल, रेत भी डंप
इंदिरा गांधी चौराहा से लेकर सुभाष तिराहा तक(बायपास) सड़क किनारे कही रेत के डंप हैं तो कही पत्थर के टाल और गुमटियां रखी हुई हैं। जिसके चलते सड़क सिकुड़कर छोटी रह गई है। जिसके चलते आए दिन बाइपास पर भारी वाहनों को जाम में फंसे हुए देखा जा सकता है। इसके अलावा रोड किनारे नाले पर भी स्थानीय लोगों ने पक्की दुकानें तक बना रखीं हैं। जिससे नाले की सफाई भी लंबे समय से नहीं हुई है।
अतिक्रमण की वजह से हादसे होने का डर
लहार चुंगी चौराहा के हालात भी नेशनल हाईवे और बाइपास जैस ही कई वर्ष से बने हुए हैं। अतिक्रमण के कारण वाहनों के आवागमन में परेशानी होती है। चौराहा के किनारे सभी दुकानों के काउंटर बाहर सड़क तक फैले हैं। लहार चुंगी चौराहा के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि अतिक्रमण के कारण हर समय हादसा होने का डर लगा रहता है। नगर पालिका और प्रशासनिक अधिकारी अतिक्रमण को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहे हैं।