गोवा के स्पा-क्लब में घुसे तो ठगी का कॉकटेल!

गोवा के स्पा-क्लब में घुसे, तो लुटा बैठेंगे हजारों रुपए:सेक्स वर्क-ठगी का कॉकटेल! 5 हजार का पेग, बोतल का बिल 20 हजार

‘मैं आपको एक टोकन दूंगा, जो लड़की पसंद आए, उसे वो टोकन देना और फिर अंदर चले जाना। हर तरह के पैकेज हैं। बॉडी मसाज 3 हजार, बॉडी टु बॉडी मसाज 4 हजार और फुल सर्विस 5 हजार रुपए में। पुलिस को हर महीने कमीशन जाता है, इसलिए कोई झंझट नहीं है। पंजाब, मुंबई से लेकर फॉरेन तक की लड़कियां हैं। 18 से 35 तक की उम्र है। आप एक बार मेरे साथ चलिए, सब समझ जाएंगे।’

यह कहते हुए दलाल हमें गोवा के कलंगुट में उस स्पा सेंटर में ले गया, जहां लड़कियों के नाम पर टूरिस्ट को फंसाने का खेल चल रहा है। दलाल ने खुद का नाम चंदू बताया।

पहले लड़की पसंद कर लो, फिर पेमेंट कर देना
स्पा सेंटर में पहुंचते ही वहां का स्टाफ एक्टिव हो गया। सेंटर खाली पड़ा था। अंदर छोटे-छोटे रूम बने थे। चंदू ने कहा कि कस्टमर आए हैं, लड़कियां दिखा दो। एक स्टाफ ने लड़कियों को आवाज देकर बाहर आने को कहा।

8 से 10 लड़कियां बाहर आईं, सभी चेहरे से नॉर्थ ईस्ट की लग रही थीं। चंदू ने कहा अपनी पसंद की लड़की को सिलेक्ट कर लो। फिर उसने 3 हजार रुपए जमा करने को कहा। बोला, अंदर फुल सर्विस मिलेगी। मैंने पूछा- ये स्पा सेंटर है, तो प्रॉस्टिट्यूशन कैसे हो रहा है, पुलिस नहीं आती क्या? वो बोला, पुलिस से सेटिंग है।

मैंने कहा, पहले मैं लड़कियों से बात करना चाहता हूं। हमें कहा गया मोबाइल बाहर मत निकालना। लड़कियों से बात की, तो वो बहुत गुस्से में नजर आईं। ऐसा लगा जैसे अपने मन से नहीं, बल्कि पैसों की मजबूरी या धमकी में सेंटर में रुकी हैं। हमारे कई बार पूछने पर बस इतना ही बोलीं कि जो सर्विस चाहिए मिल जाएगी, लेकिन पहले पैसे जमा करो।

स्पा सेंटर के अंदर ऐसे छोटे-छोटे कमरे बने हैं। कमरे की चौड़ाई करीब 6 फीट होगी। इनमें एक छोटा बेड लगा है और दीवार पर एक पंखा।

हम सर्विस लेने से इनकार करते हुए बाहर आ गए। कुछ ही देर बाद चंदू एक दूसरे शख्स को लेकर आया। हम उसके पीछे फिर स्पा सेंटर में पहुंच गए। उससे 3000 रुपए जमा करवाए और अंदर कमरे में चला गया। 10 मिनट बाद ही वो लड़का बाहर आ गया।

मैंने उससे पूछा कि अंदर क्या हुआ। बोला- मुझे कहा था कि फुल सर्विस मिलेगी, लेकिन लड़कियों ने अंदर कहा कि सिर्फ मसाज होगी। फुल सर्विस के 10 हजार लगते हैं। मैंने मैनेजर से पूछा कि आपने 45 मिनट मसाज को कहा था, तो वो बोला कि जो आपको लेकर आया था, उससे बात करो। हम आपको नहीं जानते। 3 हजार रुपए में सिर्फ 10 मिनट ही मसाज मिलती है। इस लड़के ने कैमरे पर आने से इनकार कर दिया।

लड़कियों के गोवा तक पहुंचने का रूट
TISS (Tata Institute of Social Sciences) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर भारत से लड़कियां फ्लाइट से लाई जाती हैं। महाराष्ट्र- कर्नाटक की भी बड़ी संख्या में लड़कियां हैं, उन्हें बस, ट्रेन और प्राइवेट गाड़ियों से गोवा तक लाया जाता है।

दूसरे देशों जैसे यूक्रेन, उज्बेकिस्तान, रूस, नेपाल, बांग्लादेश और इंडोनेशिया से आने वाली लड़कियों को चार्टर्ड और नॉर्मल फ्लाइट्स से लाया जाता है। इन्हें ज्यादातर टूरिस्ट, मेडिकल और वर्क वीजा पर लाते हैं। ये पहले दिल्ली आती हैं और फिर यहां से मुंबई, हैदराबाद, अहमदाबाद और गोवा जैसे बड़े शहरों में भेज दी जाती हैं।

गोवा में सप्लाई का रूट: लड़कियों को मडगांव से मापुसा और फिर पंजिम लाया जाता है। गोवा में इन लड़कियों को स्कूटी, बाइक और टैक्सी के जरिए एक से दूसरे अड्डे तक भेजा जाता है। टैक्सी का इस्तेमाल भी होता है।

सेक्स वर्क में फंसाने के बाद लड़कियों को सस्ते होटलों में रखते हैं
लड़कियों को सेक्स वर्क में धकेलने के बाद उन्हें गोवा के ही आउटर इलाकों में रेंट पर फ्लैट्स या फिर सस्ते होटलों में रखा जाता है। इन कमरों को हमेशा बाहर से लॉक रखा जाता है। यहां पुरानी लड़कियां, नई लड़कियों को ट्रेनिंग भी देती हैं।

लालच देकर अपने ही फंसा रहे, एजेंट्स का तगड़ा नेटवर्क
छानबीन में सामने आया है कि कमजोर आर्थिक स्थिति वाली लड़कियों को उनके करीबी रिश्तेदार, दोस्त या बॉयफ्रेंड ही गोवा में लाकर दलालों के पास बेच देते हैं। उन्हें काम दिलाने या शादी करने के वादे कर गोवा तक लाया जाता है। इनसे मसाज पार्लर, ब्यूटी पार्लर, कसीनो, कंस्ट्रक्शन साइट या फिर डोमेस्टिक हेल्प जैसे काम दिलाने का वादा किया जाता है। सर्वाइवर लड़कियों के मुताबिक उन्हें 15-20 हजार रुपए महीने की कमाई का वादा कर लाया गया था।

गरीब घरों की लड़कियों को ज्यादातर आंध्र प्रदेश, UP, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के गांवों से लाया जा रहा है। इन लड़कियों को फंसाने के लिए इन राज्यों के लोकल लोगों का नेटवर्क काम करता है। ये लोग इन्हें सपने दिखाते हैं और गोवा लाकर सेक्स वर्क में धकेल देते हैं। कम उम्र के जवान लड़कों को भी लड़कियों को फंसाने के लिए गैंग में रखा जाता है।

इन एजेंट्स का एक मजबूत नेटवर्क है, जो इन सभी राज्यों में काम करता है। इनके पास अपने वकील हैं, जो पकड़े जाने पर तुरंत जमानत करवा देते हैं। लड़कियों को फंसाने के बाद उन्हें मारपीट और घरवालों को नुकसान पहुंचाने जैसी धमकियों से डराकर रखा जाता है। सभी एजेंट्स सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप जैसे वॉट्सऐप के जरिए नेटवर्क चलाते हैं।

सोर्स: एंटी ट्रैफिकिंग स्टेट यूनिट्स

प्रिंट-ऑनलाइन ऐड देते हैं, फिर फंसा लेते हैं
TISS की रिपोर्ट के मुताबिक, ये एजेंट्स छोटे-छोटे स्किल बेस्ड कामों के लिए मोटी तनख्वाह के ऑफर वाले ऐड अखबारों में छपवाते हैं, सोशल मीडिया पर भी शेयर करते हैं। काफी लड़कियां काम के चक्कर में इनके संपर्क में आती हैं और ये उन्हें बहला-फुसलाकर गोवा या किसी और शहर में बुला लेते हैं। इस तरह फंसने वाली लड़कियां ज्यादातर गांवों से आती हैं।

ये वीडियो कॉल्स पर इंटरव्यू करते हैं, सिलेक्शन का लेटर भेजते हैं। फिर फ्लाइट के टिकट भिजवा देते हैं। जैसे ही लड़की गोवा या किसी और शहर के होटल में पहुंचती है, उसे एक तरह से किडनैप कर लिया जाता है। लड़कियों को सेक्स वर्क के लिए मजबूर किया जाता है, उसके नकली कागज और फर्जी आईकार्ड बनवाए जाते हैं।

टूरिस्ट का पीछा कर तलाशते हैं ग्राहक
एजेंट्स अक्सर बाइक और स्कूटी का इस्तेमाल करते हैं। मांडोवी ब्रिज और जुआरी नदी के पास खड़े रहते हैं और टूरिस्ट्स के प्राइवेट व्हीकल इनके निशाने पर रहते हैं। ये इनका पीछा करते हैं और पता करते हैं कि ये लोग कहां ठहरे हैं। इनकी होटल स्टाफ के साथ भी सेटिंग होती है। इन्हें टूरिस्ट के ग्राहक होने का अंदाजा हो जाता है, तो ये सीधे बात करने आ जाते हैं।

लड़कियों के फोटो, ओरिजिन और टाइम के आधार पर रेट का मोलभाव करते हैं। डील फाइनल होने के बाद ये ग्राहक को उस जगह ले जाते हैं, जहां लड़कियां होती हैं। कभी-कभी लड़कियों को भी उन जगहों पर बुलाया जाता है, जहां ग्राहक ठहरा है। टैक्सी वाले भी इस नेटवर्क के साथ मिलकर काम करते हैं। एजेंट्स के निशाने पर बड़े टूरिस्ट डेस्टिनेशन, क्लब, बीच और बिजनेस कॉन्फ्रेंस भी होती हैं।

गोवा में क्लब के नाम पर भी ठगी की जा रही
छानबीन के दौरान मुझे पता चला कि गोवा में सिर्फ स्पा सेंटर ही नहीं, बल्कि क्लब्स में भी लड़कियों के नाम पर टूरिस्ट को फंसाया जा रहा है। ये लोग ऐसे लड़कों को निशाना बनाते हैं, जिनके साथ फैमिली या लड़कियां नहीं होतीं।

यहां हमें फिर एक एजेंट मिला, जिसने अपना नाम सिराज बताया। बोला, सर सर्विस चाहिए क्या। मैंने पूछा कौन सी सर्विस। बोला, सब कुछ मिलेगा। लड़की को साथ भी ले जा सकते हो। कहीं बाहर नहीं जाना, मेन रोड पर ही हमारा क्लब है।

फिर वो हमें कलंगुट में चावला रेस्टोरेंट के पीछे बने वॉइट हाउस नाम के क्लब में ले गया। यह क्लब कलंगुट में मेन रोड पर बना है। सिराज ने कहा कि, अंदर लड़कियां बैठी हैं, आपको जो पसंद आए, उसे सिलेक्ट कर लो। फिर उसको आप अपने साथ भी ले जा सकते हो। क्लब में अंदर जाते वक्त हमारे फोन स्विच ऑफ करवा दिए गए और फोटो-वीडियो शूट करने नहीं दिए।

कलंगुट से कांदोलिम जाने वाले रोड पर एजेंट टूरिस्ट को फंसाने की फिराक में घूमते रहते हैं। एक एजेंट हमें यहां बने वॉइट हाउस क्लब में ले गया था।

एक लड़की दिखाने के बाद वो हमें काउंटर पर लाया और कहा कि आप यहां 3 हजार रुपए सिक्योरिटी के जमा कर दीजिए। बिना सिक्योरिटी के अंदर नहीं जा सकते। अंदर जाने के बाद एक लड़की शराब का पेग लाई और बोली कि ये मेरे पीने के लिए है। लड़की के पेग लाते ही पीछे से एक बंदा 5 हजार रुपए का बिल ले आया। फिर लड़की शराब की बॉटल लाई और 10 हजार रुपए का बिल पीछे-पीछे ही आ गया।

मैंने कहा, हम ये बिल नहीं भरेंगे, क्योंकि हमने कुछ ऑर्डर ही नहीं किया। इसके बाद क्लब के गेट पर खड़े बाउंसर ने कहा कि बिना पेमेंट किए यहां से बाहर नहीं जा सकते। अब तो शराब की बोतल खुल चुकी है। क्लब में ही बैठा एक टूरिस्ट हमें इशारों में क्लब से निकलने के लिए कहने लगा।

हम अपना बैग लेने के बहाने बाहर आ गए और पुलिस को कॉल किया। बाहर हमें वो बंदा भी मिलता है, जो अंदर इशारे कर रहा था। फोटो-वीडियो लेने का मना करते हुए उसने बताया- ‘मुझे अनलिमिटेड ड्रिंक-फूड और पूरी रात पार्टी का ऑफर लेकर यहां लाए थे। मैंने भी सिक्योरिटी के 3 हजार रुपए जमा किए। बाद में अंदर 10-10 हजार रुपए के दो बिल दिए। मुझसे कहा कि ये बिल भरे बिना बाहर नहीं जा सकते, क्योंकि बॉटल का ढक्कन खुल गया है। मैं 20 हजार रुपए का पेमेंट करके बाहर आया हूं। मुझे लड़कियां के साथ सेक्स का ऑफर भी दिया गया।’

इसके बाद नवाज शेख नाम के आदमी का कॉल आया। उसने कहा कि मैं आपको फोटो और रेट लिस्ट भेज रहा हूं। जो लड़की पसंद आए, उसे सिलेक्ट कर लो। कई बार हमें क्लब में आने के लिए फोन किया। उसने ये भी कहा कि आप फोन पे और गूगल पे से भी पेमेंट कर सकते हैं। जो पैकेज चाहते हैं, वो सिलेक्ट कर लीजिए और लड़की को साथ ले जाइए।

पुलिस के दो सिपाही सादी वर्दी में क्लब पहुंचे
इस मामले की तह तक जाने के लिए हमने अगले दिन गोवा के SP क्राइम  ……. से मुलाकात की। वो CM प्रमोद सावंत के एक प्रोग्राम में ड्यूटी के लिए पणजी में थे। उन्होंने कहा कि आप GST भवन आएं, वहां मिलते हैं। मैंने उन्हें कहा कि सर गोवा में लड़कियों के नाम पर टूरिस्ट के साथ स्कैम चल रहा है। यह सुनकर एकदम चौंककर बोले-कौन सा स्कैम?

मैंने उन्हें पूरा किस्सा सुनाया तो बोले कि आप एक FIR दर्ज करवा दीजिए, हम एक्शन लेंगे। मैंने कहा, मीडिया का काम न्यूज दिखाना है, FIR करवाना नहीं। इन्वेस्टिगेशन आपको करना है। इसके बाद उन्होंने डिप्टी SP क्राइम से बात की और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर को जांच करने के लिए कहा।

अगले दिन सुबह 5 बजे एसपी वाल्सन ने मुझे वॉट्सऐप पर एक मैसेज भेजा। उसमें लिखा था कि, ‘आज क्लब में एक भी आदमी नहीं था। सिर्फ हमारे दो सिपाही, 7 से 8 लड़कियां और 2 बाउंसर थे। दो दलाल हमारे सिपाहियों से रोड के किनारे मिले।

उन्होंने क्लब जाने का ऑफर दिया और व्हाइट हाउस क्लब के पास ड्रॉप कर दिया। काउंटर पर 2 हजार रुपए जमा करवाए गए और कहा कि एक फूड आइटम फ्री मिलेगा। अंदर गए तो लड़कियों उनके पास आईं और पूछा कि वो साथ में डांस करना चाहते हैं क्या? सिपाहियों के साथ किसी ने मिसबिहेव नहीं किया और वो बाहर आ गए।’

SP वाल्सन ने कहा- हमने वीकेंड पर एक बार फिर छापा मारेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आप यह खबर अभी मत लिखना। वरना वो अलर्ट हो जाएंगे। जब हम एक्शन लेंगे, उसके बाद आप खबर पब्लिश करेंगे तो अच्छा रहेगा।

‘पुलिस का इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट करप्शन में डूबा’
इसके बाद मेरी मुलाकात गोवा के सोशल एक्टिविस्ट स्वपनेश शेरलेक से हुई। वे कहते हैं, कुछ ही दिन पहले की रिपोर्ट है कि सेक्स ट्रैफिकिंग में गोवा सोर्स डेस्टिनेशन के साथ डेस्टिनेशन भी बन गया है। लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज कंट्रोल करने की सिचुएशन में ही नहीं हैं।

पुलिस डिपार्टमेंट में इंटेलिजेंस की टीम होती है, लेकिन यहां की इंटेलिजेंस टीम पूरी तरह करप्शन में डूबी है। कॉमर्शियल सेक्सअुल एक्टिविटी सबसे ज्यादा नॉर्थ गोवा के कोस्टल बेल्ट में चल रही है। कुछ ही महीनों पहले कलंगुट में पुलिस ने इंटरनेशनल प्रॉस्टिट्यूशन रैकेट का पर्दाफाश किया था।

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