BJP नेताओं के पास इतना पैसा कहां से आया?
BJP नेताओं के पास इतना पैसा कहां से आया? इनकी तो सैलरी भी नहीं होती- दुर्गेश पाठक
विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी मांग करती है और आदेश गुप्ता और श्याम जाजू ये बताएं कि इतनी संपत्ति के लिए पैसा कहां से आए? कंपनी का दफ्तर बीजेपी के कार्यालय के पते पर रजिस्टर कराई गई, जबकि ऐसा नहीं हो सकता तो कहीं इसके पीछे सुनियोजित तो नहीं.
राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक और एमसीडी के प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बीजेपी को लेकर हमला बोला है. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम लोग बचपन से कुछ मुहावरे सुनते हैं, जोकि चाल चलन का हिस्सा बन जाता है, एक मोरे सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का और दूसरा एक फिल्मी है, मेरे पापा दी ग्रेट. इन मुहावरों को बीजेपी नेता आदेश गुप्ता और श्याम जाजू ने चरितार्थ किया है, लोकपाल ने तीन नोटिस भेजा और पूछा कि आपके नाम पर तकरीबन 40 संपति हैं ये कहां से आई, जबकि 2017 में जब वो पार्षद बने तो उनके नाम पर एक गाड़ी भी नहीं थी, अर्थव्यवस्था नीचे जा रही है, आपका कौनसा बिजनेस मॉडल है ?
आदेश गुप्ता और श्याम जाजू की संपत्ति कहां से आई?- MLA
वहीं, विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी मांग करती है और आदेश गुप्ता और श्याम जाजू ये बताएं कि इतनी संपत्ति के लिए पैसा कहां से आए? कंपनी का दफ्तर बीजेपी के कार्यालय के पते पर रजिस्टर कराई गई, जबकि ऐसा नहीं हो सकता तो कहीं इसके पीछे सुनियोजित तो नहीं? जेपी नड्डा जी को इस बारे में पता था या नहीं, अगर पता था तो कुछ एक्ट क्यों नहीं किया? कहीं नीचे से ऊपर तक का मामला तो नहीं है.
24 जनवरी के बाद जनता BJP दफ्तर का करेगी घेराव
उन्होंने आगे कहा कि एक काउंसलर को 300 रुपए प्रति मीटिंग मिलता है, पार्षद या प्रदेश अध्यक्ष की कोई तनख्वाह भी नहीं होती, अगर जांच हो जाए तो बीजेपी के बहुत लोग जेल जाएंगे. ऐसे में हम बीजेपी को 2 दिनों का समय देते हैं कि श्याम जाजू और आदेश गुप्ता बताए कि पैसा कहां से आया. बीजेपी उनके खिलाफ कार्रवाई करें वर्ना 24 जनवरी के बाद जनता सड़क पर होगी और बीजेपी के दफ्तर का घेराव करेंगे.
दुर्गेश पाठक बोले-इतने समय में किसी की तनख्वाह नहीं बढ़ी
इस दौरान बीजेपी नेता आदेश गुप्ता द्वारा सौरभ भारद्वाज के खिलाफ मानहानि का दावा करने के बयान पर दुर्गेश पाठक ने कहा कि मानहानि का मुकदमा वो कर लें, लेकिन पहले जवाब दें कि ये पैसा कहां से आए? वो भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जवाब दें. आप इसे दिल्ली नगर निगम में भ्रष्टाचार कह रहे हैं या पद का दुरपयोग कर अर्जित की गई अधिक संपत्ति का मामला है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि ये हमारा प्रश्न है, कि इतना पैसा कहां से आया इतने समय में किसी की तनख्वाह नहीं बढ़ी इनकी कैसे बढ़ गई.