अटेर किला : जहां कभी बागी घूमते थे, अब वहां पर आएंगे पर्यटक …!

अटेर महोत्सव 10 फरवरी से …

ऐतिहासिक अटेर किला और चंबल नदी के किनारे 10 फरवरी से अटेर महोत्सव आयोजन के साथ ही स्पोर्ट्स और सांस्कृतिक गतिविधियों का एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। चंबल नदी के किनारे मौजूद बीहड़ों में पहले जहां कभी बागी घूमते थे, अब वहां पर पर्यटक नजर आएंगे।

गौरतलब है कि अटेर और चंबल नदी के किनारे पर्यटन को बढ़ावा देने संस्कृति विभाग और जिला पुरातत्व पर्यटन पांच दिवसीय अटेर महोत्सव करने जा रहा है। महोत्सव आयोजन सहायक नोडल अधिकारी प्रबल श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि अटेर महोत्सव 10 से 14 फरवरी तक आयोजित होगा। इस पांच पांच दिवसीय महोत्सव में कुश्ती एवं कबड्डी जैसे स्थानीय खेलों के साथ ही बॉलीबॉल, ऊंट सवारी, घुड़ सवारी, एथलेटिक्स, वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को शामिल किया गया है। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।

यह गतिविधियां होंगी
हॉट एयर बैलून, पैरामोटर, पैरासिलिंग, बनाना राइड, स्पीडबोट, रिवर्सबाजी, जेट्स्की, रॉलरबाल, पेंटबॉलअरेना, रायफल शूटिंग, गतिविधियों होंगी।

किले के नीचे मैदान में होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्रबल श्रीवास्तव ने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा 11 और 12 फरवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किले के नीचे मौजूद मैदान में किया जाएगा। वहीं वॉटर स्पोर्टस गतिविधियां चंबल नदी में होंगी। इसके अलावा कुश्ती एवं कबड्डी जैसे स्थानीय खेलों के साथ ही वालीबॉल, ऊंट सवारी, घुड़ सवारी सहित एथलेटिक्स नदी के किनारे आयोजित कराई जाएंगी।

बजट के अभाव में टल गया था आयोजन
वर्ष 2022 में 24 से 28 नवंबर तक अटेर महोत्सव का आयोजन होना था। महोत्सव के लिए संस्कृति विभाग से पर्याप्त बजट न मिलने और गुजरात चुनाव के कारण इस महोत्सव को स्थगित कर दिया गया था। जिसके बाद महोत्सव को फरवरी माह तक टाल दिया गया था। प्रबल श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि अटेर महोत्सव को भव्य रूप देने के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं।

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