स्ट्रेस फ्री लाइफ …?

मुश्किल नहीं है सुकून भरा जीवन पाना…बस छोटी-छोटी बातों का रखिए ख्याल

जिसे देखिए वो परेशान ही दिखता है, स्टूडेंट हो, प्रोफेशनल हो या होममेकर …

2008 में ‘सर्वश्रेष्ठ मूल गीत’ के लिए गोल्डन ग्लोब पुरस्कार प्राप्त फिल्म ‘इन टू द वाइल्ड’ के इस गाने का सर्वश्रेष्ठ नज़दीकी भावार्थ शायद गुलजार द्वारा लिखे ‘दिल ढूंढता है फिर वही फ़ुरसत के रात-दिन…’ में मिल सकता है।

दिल ढूंढता है फिर वही फ़ुरसत के रात-दिन

आज बातचीत की शुरुआत करेंगे 2007 की अनोखी हॉलीवुड फिल्म ‘इनटू द वाइल्ड’ से। यह एक सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म है। एक अमीर परिवार से सम्बंधित युवा ‘क्रिस मैककंडलेस’ (Christopher McCandless) एमोरी यूनिवर्सिटी से एक टॉपर और एथलीट के रूप में ग्रेजुएट होने बावजूद खुद को खोजने और स्वतंत्रता-सादगी का जीवन जीने की यात्रा पर निकलता है। वह प्रतिष्ठित और प्रॉफिटेबल करिअर शुरू करने के बजाय, अपनी बचत को दान में देकर अपनी संपत्ति से छुटकारा पाता है और अलास्का के जंगल की यात्रा पर निकल जाता है।

हम में से कइयों के लिए एक सपने की तरह, करिअर डेवलपमेंट का यह भी एक पहलू है। इस फिल्म से व्यक्तिगत स्वतंत्रता, सेल्फ-डिस्कवरी, प्रकृति की शक्ति, रिश्तों के मूल्य तथा जीवन में सभी वस्तुओं के बैलेंस के सबक लिए जा सकते हैं।

सुकून भरे जीवन से बढ़ती है प्रोडक्टिविटी और खुशी

बहुत से लोग एक सुकून भरा जीवन चाहते हैं, लेकिन तनाव और भागदौड़ से भरी इस दुनिया में इसे हासिल करना मुश्किल लगता है। हालांकि, कुछ प्रयास से ऐसा करना संभव है। तो लीजिए पेश हैं, सुकून भरे जीवन के लिए कुछ टिप्स!

1 स्ट्रेस मैनेजमेंट – मस्ती की पाठशाला

सुकून भरा जीवन जीने का पहला कदम स्ट्रेस मैनेजमेंट है। स्ट्रेस जीवन का एक सामान्य हिस्सा है, लेकिन अगर इसे ठीक से मैनेज न किया जाए तो यह भारी पड़ सकता है।

स्ट्रेस को मैनेज करने के लिए, अपने जीवन में स्ट्रेस के कारणों की पहचान कर उनसे एक-एक कर निपटें।

इसमें शामिल होगा (1) रोज एक्सरसाइज करना, (2) मेडिटेशन,(3) डायरी राइटिंग, (4) हंसना हंसाना और (5) एक्सपर्ट्स से सलाह। यह सीखना भी महत्वपूर्ण है कि उन चीजों को कैसे न कहें जो आपके लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं ताकि आप महत्वपूर्ण चीजों को प्राथमिकता दे सकें।

2 आपसी संबंध – हर एक फ्रेंड जरूरी होता है

एक प्रजाति के तौर पर मनुष्यों के लिए मानसिक और भावनात्मक कल्याण के लिए पॉजिटिव रिलेशन महत्वपूर्ण हैं। अपने आप को ऐसे लोगों के बीच रखें जो सहायक, समझदार और पॉजिटिव हों।

दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं और मौजूदा रिश्तों को मजबूत करने का प्रयास करें। यह तनाव को कम करने और ओवरऑल वेलनेस में सुधार करने में मदद कर सकता है।

3 सेल्फकेयर – लव यू जिन्दगी, जो दिल से लगे उसे कह दो हाय हाय हाय, जो दिल न लगे उसे कह दो बाय बाय बाय

दूसरों के लिए त्याग करना अच्छी बात है पर स्वयं की देखभाल के लिए समय निकालें। आप उन चीजों को करने के लिए समय निकालें जो आपको अच्छा महसूस कराती हैं।

इसमें (1) किताबें पढ़ना, (2) टहलने जाना या योगाभ्यास, (3) खाना पकाना, (4) लम्बी यात्रा पर जाना आदि कुछ शामिल हो सकता है। अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना भी महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आप अच्छा खा रहे हैं, और अपने दिमाग और शरीर को आराम देने के लिए पर्याप्त नींद ले रहे हैं।

4 माइंडफुलनेस – जिन्दगी के सफ़र में गुजर जाते हैं जो मकाम वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते

माइंडफुलनेस (mindfulness) का अभ्यास करें।

माइंडफुलनेस पल में मौजूद रहने और अपने विचारों और भावनाओं पर ध्यान देने का अभ्यास है। यह स्ट्रेस को कम करने और ओवरऑल वेलनेस में सुधार करने में मदद कर सकता है।

अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हर दिन कुछ मिनट निकालकर और बिना किसी निर्णय के अपने विचारों और भावनाओं का निरीक्षण करके माइंडफुलनेस का अभ्यास करें। आप इसे मेडिटेशन, डायरी राइटिंग या बस प्रकृति में सैर करके भी कर सकते हैं।

5 ग्रेटिटयूड दिखाना – एक शब्द की कविता: ‘शुक्रिया’

अर्थात कृतज्ञता विकसित करें। जो आपके पास है उसकी सराहना करें। इससे संतुष्टि महसूस होती है। जिन चीजों के लिए आप आभारी हैं, उन पर विचार करने के लिए प्रत्येक दिन समय निकाले। आप इसे अपनी प्रार्थना में शामिल कर सकते हैं, जिसमें आप ईश्वर या प्रकृति को जो भी कुछ आपके पास है, उसके लिए धन्यवाद दे सकते हैं। इसमें आपका परिवार, दोस्त, स्वास्थ्य या नौकरी जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं।

आप एक ‘आभार पत्रिका या ग्रेटिटयूड जर्नल’ भी मेंटेन कर सकते हैं, जिसमें आप हर दिन उन चीजों को लिखते हैं जिनके लिए आप आभारी हैं।

6 अनावश्यक चिंता ना करें – हर फिक्र को धुंए में उड़ाता चला गया

उन चीजों की चिंता करने से भी क्या ही फायदा जो आप नियंत्रित नहीं कर सकते। तनाव के सबसे बड़े स्रोतों में से कंट्रोल खोने की भावना है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि जीवन में ऐसी चीजें हैं जिन्हें आप नियंत्रित नहीं कर सकते हैं और यह ठीक है। जिन चीजों को आप नियंत्रित नहीं कर सकते उन्हें जाने देना तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। यहां ‘धुंए में उड़ाने से आशय है हंसी खुशी के धुंए में’!

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