रेलवे स्टेशन के पास वह स्थान, जहां दुकानें शिफ्ट होंगीं …!
रेलवे स्टेशन:पुनर्विकास के लिए हटने वाली बजरिया की दुकानों को सिग्नल तिराहे पर शिफ्ट करने की चल रही तैयारी, अफसर दिन-रात कर रहे मशक्कत …
- 62 दुकानदारों को हाउसिंग बोर्ड दे चुका है मालिकाना हक, 44 की लीज का 2040 तक के लिए नवीनीकरण हुआ
रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास में बाधक बन रही स्टेशन बजरिया की दुकानों (डाकघर से होटल सफारी वाली लाइन में अंत तक) को अब बस स्टैंड के सिग्नल तिराहे पर शिफ्ट करने की प्लानिंग चल रही है। जिला प्रशासन, हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने दुकानदारों के साथ बैठक कर विस्थापन का रास्ता निकालने का प्रयास किया है लेकिन इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
बीते दिनों केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कलेक्ट्रेट में ली गई समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि सिग्नल चौराहे पर 0.3 से 0.6 हेक्टेयर जमीन खाली है। जिस पर इन दुकानदारों को शिफ्ट किया जा सकता है। बैठक में तय हुआ कि जल्द से जल्द दुकानदारों के साथ बैठक कर इस पर निर्णय लिया जाए। क्योंकि, आवंटी दुकानदारों की सहमति के बिना विस्थापन का यह निर्णय नहीं हो सकता। क्योंकि, अधिकांश दुकानदारों के पास विक्रय विलेख (मालिकाना हक दस्तावेज) है।
यह है दुकान आवंटन की स्थिति
- 62 दुकानदारों काे हाउसिंग बोर्ड दे चुका मालिकाना हक।
- 11 दुकानदारों की पूर्ण राशि जमा।
- 44 दुकानदारों की लीज 2040 तक नवीनीकरण हुआ।
- 02 दुकानदारों का लीज नवीनीकरण विवाद में।
- 02 दुकानदारों विक्रय विलेख शेष।
कानूनी पेंच- डीड में लीज निरस्त का प्रावधान नहीं, हाईकोर्ट से भी हुआ स्टे
स्टेशन पुनर्विकास को लेकर बीते दिनों जो बैठक हुई थी। उसमें हाउसिंग बोर्ड के आयुक्त के पत्र के अनुसार आवंटित संपत्ति की लीज डीड में लीज निरस्त करने के लिए कोई प्रावधान नहीं है। जिस कारण हाउसिंग बोर्ड द्वारा इनकी लीज निरस्त नहीं की जा सकती। हाउसिंग बोर्ड अधिकारियों ने यह भी बताया कि ब्लॉक 1 के भूतल एवं प्रथम तल पूरी तरह से विभिन्न हितग्राहियों को आवंटित किया जा चुका है। ब्लॉक 2 की भूतल की पूरी संपत्ति बेची जा चुकी है और प्रथम तल का हॉल किरए पर दिया गया था जिसमें सफारी होटल चल रहा है। प्रथम तल खाली करने के लिए जो नोटिस जारी हुआ था उसके विरूद्ध किराएदार द्वारा हाईकोर्ट से स्टे ले लिया गया है।