भोपाल  जिले में अवैध कालोनियो का गोरखधंधा तेजी से फैलता जा रहा हैं। इन्हीं अवैध कालोनियों को आधार बनाकर नई कलेक्टर गाइडलाइन में रेट वृद्धि तय की गई है। वहीं यह अवैध कालोनाइजर बिना किसी अनुमति के मनमर्जी से प्लाट तो काटकर बेच ही रहे हैं, साथ ही कृषि भूमि पर लगे सागौन के हरे-भरे पेड़ों को काट रहे हैं। जब इसकी शिकायत वन विभाग को की गई तो उन्होंने तहसील क्षेत्र का मामला होने का बताकर पल्ला झाड़ लिया। तहसील में बताया गया कि पेड़ों को सूखा बताकर काटने की अनुमति ली है। कहीं सुनवाई नहीं होने के बाद मामले की शिकायत कलेक्टर अविनाश लवानिया से की गई है।
पर्यावरणविद एवं सामाजिक कार्यकर्ता राशिद नूर खान ने शिकायत में बताया कि भोपाल की तहसील हुजूर की भोपाल बायपास से लगी ग्राम पंचायतों में बड़े स्तर पर अवैध कालोनियां विकसित की जा रही हैं। इसी की आड़ में बड़े स्तर पर हरे-भरे पेड़ों को काटा जा रहा है। जगदीशपुर रोड स्थित ग्राम पंचायत देवलखेड़ी के गांव पुरा मनभावन में भी अवैध कालोनियों में प्लाट काटे जा रहे हैं। किसान और कालोनाइजर ने मिलकर कृषि भूमि पर प्लाट काटकर बेचने की तैयारी कर दी है, लेकिन इससे पहले जमीन पर लगे लगभग 70 से अधिक सागौन के पेड़ काटने की तैयारी कर ली गई है।
पेड़ सुखाने छाल को काटा
उन्होंने बताया कि कृषि भूमि पर लगे दो दर्जन से अधिक सागौन के पेड़ों को सुखाने के लिए नीचे से एक बराबर छाल को काटा गया है। इससे वह धीमी गति से सूख जाएंगे और इन्हें गिरा दिया जाएगा। वहीं कृषि भूमि पर एक कच्ची सड़क का निर्माण भी किया गया है। इस कारण पेड़ों को सूखाने का प्रयास किया जा रहा है। हरे भरे पेड़ो को काटना नियम विरुद्ध है ।
इनका कहना है
सागौन के पेड़ों का मामला हमारे संज्ञान में है। भूमि स्वामी ने पेड़ों को सूखा हुआ बताकर अनुमति ली है। यदि ऐसा नहीं है तो जांच करवाई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।
– मुकेश राज, नायब तहसीलदार
कृषि भूमि में लगे सागौन के पेड़ यदि काटे जा रहे हैं तो इस तहसील कार्यालय से कार्रवाई की जाना चाहिए। हालांकि मैं भी इसे दिखवाकर जांच कराता हूं।
-आरके भदौरिया, सामान्य वनमंडल, भोपाल