वर्दी की गुस्ताखी:युवक को लुटेरा बताया, अवैध पिस्टल और कारतूस रखकर जेल भेज दिया
अफसरों को जानकारी दिए बगैर मनमानी करने पर दतिया टीआई और कंपू टीआई निलंबित
एक युवक के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से कार्रवाई करने के मामले में दतिया कोतवाली के टीआई रत्नेश सिंह यादव और कंपू थाने की टीआई अनीता मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है। युवक ग्वालियर का निवासी था। उस पर झगड़े के दौरान वीडियाे बना रहे टीआई यादव का मोबाइल फोन छीनने और बदतमीजी करने का आरोप था।
इस मामले में कंपू थाना प्रभारी अनीता मिश्रा ने भी वरिष्ठ अफसरों को बताए बिना टीआई यादव का साथ दिया था। एक ही मामले में दो टीआई के खिलाफ कार्रवाई से पुलिस महकमे में चल रही मनमानी की पोल खुल गई है। ग्वालियर और दतिया दोनों जिलों के एसपी ने इस मामले में सख्त कार्रवाई कर संकेत दिया है कि किसी भी स्तर पर मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मामले में 16 जनवरी को ही आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने आईजी सहित दोनों जिलों के एसपी से शिकायत कर मामले की जांच कराने का अनुरोध किया था। शुभम के चाचा उमेश भार्गव ने भतीजे के खिलाफ की गई गलत कार्रवाई की जानकारी दी थी।
ग्वालियर में मोबाइल छीनने वाले युवक को दतिया ले जाकर आर्म्स एक्ट में बंद कर दिया
घटनाक्रम 15 जनवरी की रात का है। गुड़ागुड़ी नाका के पास 19 वर्षीय शुभम भार्गव का एक कार चालक से झगड़ा चल रहा था। इसी बीच दतिया कोतवाली टीआई यादव यहां से सिविल ड्रेस में गुजरे। उन्होंने झगड़ा देखकर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। यह देख शुभम के साथी ने टीआई का मोबाइल छीन लिया।
विरोध करने पर शुभम का टीआई से झगड़ा बढ़ गया तो उन्होंने कंपू पुलिस को सूचना देकर बुला लिया। यादव कंपू थाने में एफआईआर दर्ज करवाने की बजाय शुभम को अपने साथ जबरन दतिया ले गए। वहां उसके पास से अवैध पिस्टल और पांच कारतूस बरामद होना बताकर आर्म्स एक्ट का केस दर्ज कर अगले दिन उसे जेल भिजवा दिया। कंपू टीआई अनीता मिश्रा ने वरिष्ठ अफसरों से इस मामले को छिपाया।
पहले कंपू टीआई पर कार्रवाई हुई फिर दतिया टीआई को किया गया निलंबित
शिकायतें मिलने के बाद आला अफसर हरकत में आए। ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने कंपू टीआई अनीता मिश्रा को निलंबित कर दिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने इस मामले में न तो वरिष्ठ अफसरों को जानकारी दी और न ही केस दर्ज किया। बल्कि जानकारी में होने के बाद भी टीआई यादव को शुभम को अपने साथ दतिया ले जाने दिया।
इसके बाद एसपी दतिया अमन सिंह राठौड़ को टीआई यादव की हरकत के बारे में जानकारी देकर कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा। प्रतिवेदन मिलने के बाद सोमवार सुबह एसपी दतिया अमन सिंह राठौड़ ने टीआई कोतवाली रत्नेश सिंह यादव को निलंबित कर दिया। ग्वालियर और दतिया पुलिस के दोनों टीआई की इस हरकत को लेकर पुलिस मुख्यालय से भी जानकारी मांगी गई है।
बड़ा सवाल… अवैध पिस्टल और कारतूस कहां से आए
अवैध पिस्टल और कारतूस युवक के पास कहां से आए, पुलिस ने बरामदगी कैसे दिखा दी, यह बड़ा सवाल है। पुलिस की आर्म्स एक्ट की हर कार्रवाई संदेह के घेरे में है। क्योंकि पुलिस हर दूसरे दिन किसी न किसी बदमाश को पकड़कर उससे पास से कट्टा, पिस्टल व चाकू बरामद होना बताती है।
पुलिस ने मेरे भतीजे का जीवन बर्बाद कर दिया
^मेरे बड़े भाई व भाभी का बीमारी के चलते निधन हो गया था। तभी से शुभम मेरे पास रहता है। वह अभी पढ़ाई कर रहा है। घटना की रात वह चौराहे के पास खड़ा था, तभी कार चालक से विवाद हो गया। यहां से टीआई गुजरे तो वीडियो बनाने पर मुंहवाद हो गया। इसी बात पर यह लोग कंपू थाने ले गए। हम थाने पहुंचे तो पता लगा कि टीआई उसे दतिया ले गए। वहां गए तो आर्म्स एक्ट में जेल जाने की जानकारी मिली। मेरे भतीजे का जीवन पुलिस ने बर्बाद कर दिया। हमें विश्वास है कि कोर्ट में न्याय मिलेगा। –उमेश भार्गव, शुभम के चाचा
सवालों के घेरे में आए दोनों टीआई ने दिए गोलमोल जवाब
^टीआई रत्नेश यादव को जब भास्कर संवाददाता ने इस घटनाक्रम के बारे में उनका पक्ष जानने के लिए कॉल किया तो उसने कहा इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना। यह कहकर फोन काट दिया।
^टीआई अनीता मिश्रा ने कहा कि लूट की सूचना मिलने पर उन्होंने फोर्स को भेज दिया था। टीआई ने खुद ही एफआईआर कराने से इंकार कर दिया। इसलिए एफआईआर नहीं की।