13 अप्रैल को ही हो जाता अतीक का ‘खात्मा’ लेकिन फिर …!

13 अप्रैल को ही हो जाता अतीक का ‘खात्मा’ लेकिन फिर… लोकल नेता ने शूटर को प्रयागराज में कमरा दिलाने में की थी मदद
हमलावरों ने 15 अप्रैल की तारीख चुनी जब अतीक और अशरफ दोनों को पुलिस कस्टडी में रूटीन मेडिकल जांच के लिए ले जाया जाना था। शनिवार (15 अप्रैल) देर रात अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई

प्रयागराज: माफिया डॉन अतीक अहमद और अशरफ को सुपर्द-ए खाक कर दिया गया है। अतीक को आखिरी बार विदा करने उसके दोनों नाबालिग बेटे एहजम और अबान एंबुलेंस के साथ पहुंचे थे। ये दोनों वही बेटे हैं जो बाल सुधार गृह में थे। अतीक के 5 बेटे हैं जिनमें अली नैनी सेंट्रल जेल में बंद है, उमर लखनऊ की जेल में बंद है और तीसरे नंबर का बेटा असद एनकाउंटर में मारा गया। अशरफ की दोनों बेटियां भी कब्रिस्तान में पहुंची थी। वहीं, अतीक की पत्नी शाइस्ता पति के जनाजे में भी नहीं पहुंची। इस बीच अतीक की हत्या को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है।lay

…तो इसलिए बदला शूट न करने का फैसला

अतीक की हत्या करने वाले शूटर्स 2 अप्रैल 2023 से ही प्रयागराज में थे। वे 13 अप्रैल को ही अतीक को मार देना चाहते थे लेकिन उस दिन अतीक के बेटे असद का एनकाउंटर हो गया इसलिए उन्होंने शूट न करने (हत्या न करने) का फैसला लिया। वहीं, एक स्थानीय नेता ने शूटर को प्रयागराज में कमरा दिलाने में मदद की थी।

इसके बाद शूटर ने प्लान बदलकर 15 अप्रैल की तारीख चुनी जब अतीक और अशरफ दोनों को पुलिस कस्टडी में रूटीन मेडिकल जांच के लिए ले जाया जाना था। शनिवार (15 अप्रैल) देर रात अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में 3 हमलावरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया।

तीनों हमलावरों की कुंडली आई सामने
इन तीनों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी के रूप में हुई है। लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य कासगंज का निवासी है। तीसरा आरोपी सनी हमीरपुर से है। इनमें से एक शूटर ने अतीक को बेहद करीब से गोली मारी जबकि बाकी दो शूटर ने अशरफ पर फायरिंग की। इन हमलावरों से एक 30 पिस्टल (7.62) कंट्रीमेड, एक 9 एमएम पिस्टल गिरसान (मेड इन टर्की) और एक 9 एमएम पिस्टल, जिगाना (मेड इन टर्की) बरामद हुई है।

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