नोएडा : सोमवार से जिला अस्पताल का नया ठिकाना ..!

नोएडा में 519 करोड़ की लागत से तैयार की गई इमारत, 2020 में होना था शिफ्ट …

सोमवार से संयुक्त चिकित्सालय का नया पता होगा। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर राजेंद्र कुमार अस्पताल को सेक्टर-39 वर्तमान (कोविड केयर अस्पताल) में शिफ्ट कर दिया गया है। शनिवार को इमरजेंसी विभाग भी शिफ्ट कर दिया जाएगा। हालांकि नए अस्पताल में सिटी स्केन की सुविधा है इसलिए सेक्टर-30 में बने अस्पताल में चल रही सिटी स्कैन सेवा को वही रहने दिया जाएगा। सेक्टर-30 की खाली बिल्डिंग में चाइल्ड पीजीआई के विभाग शिफ्ट होंगे।

नए अस्पताल की फार्मेसी यहां मिलेगी पर्चे पर लिखी दवा
नए अस्पताल की फार्मेसी यहां मिलेगी पर्चे पर लिखी दवा

दरअसल, सेक्टर-30 में बनी इमारत चाइल्ड पीजीआई के लिए ही बनाई गई थी। संयुक्त चिकित्सालय पहले सेक्टर-39 में खपरैल और टिन के शेड में चलता था। वहां नई इमारत बनानी थी। इसके लिए 2012 में संयुक्त चिकित्सालय को सेक्टर-30 पीजीआई की इस इमारत में शिफ्ट किया गया था। मार्च 2020 में सेक्टर-39 की इमारत बनकर तैयार हो गई। पहले चरण में यहां छह ओपीडी शुरू की गई थी। अब इसे पूर्ण रूप से संचालित किया जाएगा।

ये है पुराना इमारत जहां से नई इमारत में शिफ्ट हो गया संयुक्त चिकित्सालय
ये है पुराना इमारत जहां से नई इमारत में शिफ्ट हो गया संयुक्त चिकित्सालय

उस समय कोविड के चलते इसे 220 बेड का पश्चिमी उप्र का सबसे बड़ा कोविड अस्पताल बना दिया गया। पहली और दूसरी लहर में यहां कोविड मरीजों का इलाज किया गया। वर्तमान में भी तीसरे फ्लोर पर कोविड मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। अब इस इमारत में संयुक्त चिकित्सालय को शिफ्ट कर दिया गया है।

ये इमारत 519 करोड़ में तैयार की गई है। इसमें आठ फ्लोर है। इसी इमारत में गौतमबुद्ध नगर का स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभाग भी है। 26 जनवरी से यहां शिफ्टिंग शुरू की गई। जिसे अब पूरा किया जा सका है। हालांकि बीच में काम रुक गया था। इस कारण मरीजों को काफी समस्या हो रही थी।

नए अस्पताल की ओपीडी में लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते मरीज।
नए अस्पताल की ओपीडी में लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते मरीज।

उप मुख्यमंत्री ने दिए थे निर्देश
इस साल फरवरी में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक नोएडा आए थे। जिन्होंने मरीजों से बातचीत के बाद स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए थे कि एक महीने के अंदर अस्पताल को शिफ्ट कर दिया जाए। इसके बाद युद्ध पर कार्य करते हुए अस्पताल के सभी विभागों को यहां शिफ्ट किया गया।

रोजाना 2000 की ओपीडी
गौतमबुद्ध नगर में संयुक्त चिकित्सालय ही सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। यहां रोजाना की ओपीडी करीब 2000 मरीजों की है। जनवरी से लेकर अब तक मरीजों को काफी दिक्कत हुई। बहरहाल अस्पताल शिफ्ट होने के बाद मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी तरह की जांच, इलाज और दवा मिल सकेगी।

आठ फ्लोर का होने की वजह से लिफ्ट का इंतजार करते मरीज।
आठ फ्लोर का होने की वजह से लिफ्ट का इंतजार करते मरीज।

नए पते पर पहुंचा भी है आसान
सेक्टर-39 में जिस स्थान पर अस्पताल शिफ्ट हुआ है वहां पहुंचना भी आसान है। ये अस्पताल सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन और परिवहन निगम के मोरना बस डीपो से महज 100 से 150 मीटर दूरी पर है। यहां ई रिक्शा और ऑटो रिक्शा भी आसानी से जा सकते है। इसलिए यहां पहुंचना आसान है।

अस्पताल का छह रोग विभाग।
अस्पताल का छह रोग विभाग।

अब जानते है किस फ्लोर पर कौन कौन से विभाग

  • ग्राउंड फ्लोर : पंजीकरण केंद्र, सभी विशेषज्ञ ओपीडी, एंटी रैबिज वैक्सीनेशन सेंटर और औषधी केंद्र।
  • फर्स्ट फ्लोर : आपातकालीन सेवाएं।
  • सेकंड फ्लोर : पैथोलॉजी जांच, रेडियोलॉजी विभाग के अलावा अन्य जांच की सुविधाएं।
  • थर्ड फ्लोर : स्त्री रोग विशेषज्ञ ओपीडी, लेबर रूम, सर्जरी रूम और जच्चा-बच्चा वार्ड।
  • फोर्थ फ्लोर : सर्जरी, ऑर्थोपेडिक, नेत्र रोग, ईएनटी की आईपीडी के साथ 70 बेड की सुविधा।
  • फिफ्थ फ्लोर : सामान्य मेडिसिन वार्ड, सर्जिकल की आईपीडी के साथ 70 बेड की सुविधा।
  • सिक्थ फ्लोर : कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन युक्त 70 बेड के आइसोलेशन वार्ड की सुविधा।
  • सातवा फ्लोर : प्रशासनिक विभाग।
  • आठवा फ्लोर : मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय।

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