MP में नर्सिंग फर्जीवाड़ा मामले में रजिस्ट्रार को हटाया ..?

हाईकोर्ट की फटकार के बाद सरकार का एक्शन, सुनीता शिजु को दिया नोटिस …

मध्यप्रदेश में नर्सिंग फर्जीवाड़ा मामले में हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार सुनीता शिजु को हटा दिया है। उन्हें मूल विभाग गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में स्टाफ नर्स के मूल पद पर भेज दिया गया है। 3 मई को की गई इस कार्रवाई की सरकार ने हाईकोर्ट में आदेश की कॉपी भी पेश की। साथ ही, कहा कि सुनीता को नोटिस भी जारी किया है।

एमपी लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और एडवोकेट विशाल बघेल ने इस संबंध में याचिका दायर की थी। गुरुवार को इस मामले में चीफ जस्टिस रवि मलिमठ और जस्टिस विशाल मिश्रा की डिविजन बेंच में सुनवाई हुई। कोर्ट ने मामले में राज्य सरकार से जवाब-तलब किया।

आगे बढ़ने से पहले मामला जानते हैं…

एमपी में नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार सुनीता शिजु पर फर्जी तरीके से नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने के आरोप लगे थे। साथ ही, रजिस्ट्रार पद पर योग्य नहीं होने का आरोप भी लगा था। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। हाईकोर्ट के आदेश पर अगस्त 2022 में सुनीता शिजु को निलंबित करते हुए रजिस्ट्रार पद से हटा दिया गया था। निलंबन के खिलाफ सुनीता शिजु ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली। इसके बाद सुप्रीम न्यायालय ने हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी थी।

सरकार ने सुनीता शिजु को 3 मई को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
सरकार ने सुनीता शिजु को 3 मई को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

याचिकाकर्ता ने नोटिस को बताया कमजोर

याचिकाकर्ता ने सरकार द्वारा जारी नोटिस को कमजोर बताते हुए रजिस्ट्रार को संरक्षण दिए जाने की बात कही। इस पर कोर्ट ने अनुपयुक्त नोटिस जारी करने पर सरकार को पुनः फटकार लगाई। याचिकाकर्ता ने आपत्ति ली कि अनियमितता करने वाली रजिस्ट्रार को भोपाल में ही पदस्थ कर दिया गया है। सरकार ने नए सिरे से नोटिस जारी करने और पदस्थापना करने के लिए वक्त मांगा है।

हाईकोर्ट ने मांगी पूर्व रजिस्ट्रार पर किए गए एक्शन की रिपोर्ट

याचिकाकर्ता ने आपत्ति ली कि पूर्व में निलंबित रजिस्ट्रार चंद्रकला दिवगैयां के खिलाफ पिछले दो साल में कार्रवाई की रिपोर्ट पेश नहीं की गई है। इस पर कोर्ट ने पूर्व रजिस्ट्रार पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने के लिए सरकार से कहा है। मामले की अगली सुनवाई अब कोर्ट की समर वैकेशन के बाद होगी।

सुनीता शिजु को सरकार ने हटा दिया है।
सुनीता शिजु को सरकार ने हटा दिया है।

सरकार ने आनन-फानन में मांगा जवाब

चिकित्सा शिक्षा संचालक ने सुनीता शिजु को आनन-फानन में नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नोटिस में कहा गया है कि शासन द्वारा आपको रजिस्ट्रार मध्य प्रदेश नर्सेज काउंसिल के पद का दायित्व सौंपा गया था, लेकिन आपके द्वारा उक्त पद के कर्तव्यों का जिम्मेदारी से निर्वहन नहीं किया गया, जिससे समय पर कई मामलों का निराकरण नहीं हुआ। विभिन्न शिकायतें प्राप्त होती रही, जिससे कि काउंसिल की छवि धूमिल हो रही है।

जानिए, सुनीता शिजु के बारे में

सुनीता शिजु ने 24 जनवरी 2000 को हमीदिया अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर ज्वाइन किया था। बीएससी नर्सिंग वर्ष 1999 में पूरी की। दिसंबर 2016 को सुनीता शिजु ने स्कूल ऑफ नर्सिंग, जीएमसी में टीचिंग फैकल्टी के पद पर ज्वाइन किया था। 18 महीने तक स्कूल ऑफ नर्सिंग में सेवा दी। इसके बाद जून 2018 को मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल में असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर काम किया, तब से लेकर दिसंबर 2020 तक यह मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल में कार्यरत रहीं। दिसंबर 2020 को पुनः कॉलेज ऑफ नर्सिंग जीएमसी में ज्वाइन किया, जहां सितंबर 2021 तक ये कॉलेज ऑफ नर्सिंग में कार्यरत रहीं। इसके बाद कॉलेज ऑफ नर्सिंग से कार्यमुक्त होकर मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल में रजिस्ट्रार के पद पर कार्यभार संभाला

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *