खतरे में चीता प्रोजेक्ट …?
मादा चीता सियाया के दो और शावकों की मौत के बाद चीता प्रोजेक्ट पर खतरे के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। अब यहां 17 वयस्क और एक चीता शावक रह गया है। बताया गया है कि 1 मात्र बचे चीता शावक की तबीयत भी खराब है और वो डॉक्टरों की मॉनिटरिंग में हैं। यहां ये भी बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में हो रही चीतों की लगातार मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी पिछले हफ्ते चिंता जाहिर की थी। तब सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 3 चीतों के मौत पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार को सलाह दी थी कि राजनीति से ऊपर उठकर कूनो से कुछ चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने पर विचार किया जाए।
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क से चीतों की मौत की खबरें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ठीक दो दिन पहले 23 मई को भी कूनो नेशनल पार्क से एक चीता शावक की मौत की खबर सामने आई थी जिसके बाद अब 25 मई को दो और चीता शावकों की बुरी खबर सामने आई है।
इससे पहले 9 मई को साउथ अफ्रीका से लाई गई मादा चीता दक्षा (South African Cheetah Daksha dies) की मौत हो गई थी। तब कूनो नेशनल पार्क की मॉनिटरिंग टीम को मादा चीता (female cheetah) दक्षा घायल हालत में मिली थी और उसकी कुछ देर बाद मौत हो गई थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.
इससे पहले 23 मार्च को पार्क में उदय नाम के चीते की मौत हुई थी। उदय को इसी साल 18 फरवरी को 11 अन्य चीतों के साथ साउथ अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें-