नोएडा : सावधान : दिल्ली-एनसीआर के बाजार में खप रहीं नकली दवाएं ..?

– एक महीने में तीन बड़े मामले सामने आने पर अलर्ट हुआ औषधि विभाग
– मोदीनगर में 50 लाख की नकली दवाओं की बरामदगी के बाद जांच तेज
300 से ज्यादा मेडिकल स्टोरों की दो साल में हुई जांच
एनसीआर समेत अन्य केंद्रों के ध्यानार्थ दिल्ली-एनसीआर के बाजार में खप रहीं नकली दवाएं …
सावधान : दिल्ली-एनसीआर के बाजार में खप रहीं नकली दवाएं….

नोएडा। अगर आप मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने जा रहे हैं तो सावधान रहें। दिल्ली-एनसीआर के बाजार में बड़ी तादाद में नकली दवाएं खपाईं जा रहीं हैं। पिछले एक महीने में तीन बड़े मामले सामने आने पर जिला औषधि विभाग अलर्ट हो गया है। वहीं, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद जिले की टीम की संयुक्त कार्रवाई के दौरान शुक्रवार को मोदी नगर में 50 लाख रुपये से ज्यादा कीमत की नकली दवाओं का स्टॉक पकड़े जाने के बाद जांच की कार्रवाई तेज कर दी गई है।

इस साल नकली दवाओं के जितने बड़े मामले सामने आए हैं उन सभी में नोएडा का कनेक्शन मिला है। चाहे वो उज्बेकिस्तान में भारतीय कंपनी का कफ सिरप पीने से 18 बच्चों की मौत का मामला हो या फिर नामचीन दवा कंपनियों के हूबहू नाम से बाजार में खपाई जा रही दवाओं की बात हो। हाल ही में हरियाणा की सीएम फ्लाइंग टीम ने सेक्टर-62 से कैंसर की नकली दवाओं की सप्लाई का खुलासा किया था।

वहीं इसी माह बिना लाइसेंस और दवाओं के क्रय-विक्रय में अनियमितता बरतने पर दो मेडिकल स्टोरों पर शिकंजा कसते हुए दवाओं के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर के औषधि विभाग के सहयोग से मोदी नगर में 50 लाख रुपये की नकली दवाओं की खेप पकड़ी गई है। इस माममे में एक आरोपी रूपचंद की गिरफ्तारी हो गई है, जबकि फरार रवि कुमार की तलाश जारी है। मामले का खुलासा होने के बाद शासन की तरफ से मानकों के अनुरूप दवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता की जांच का अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि नकली दवाओं की सप्लाई कहां की गई और कहां से दवाइयां मंगाईं गईं इसकी जानकारी पूछताछ के बाद मिलेगी। हालांकि सामने आए तमाम मामलों को देखते हुए जनपद स्तर पर विशेष एहतियात बरती जा रही है।

दिल्ली-एनसीआर में विदेशों से आ रहे मरीज ..

भारत में कैंसर, स्पाइन, हृदय रोग, न्यूरो सर्जरी, लिवर व किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा विकसित देशों के मुकाबले तीन से चार गुना तक सस्ती मिल रही है। इसके अलावा इलाज के परिणाम बेहतर साबित हो रहे हैं। सस्ते इलाज की चाह खाड़ी और अफ्रीकी देशों के मरीज अच्छी खासी तादाद में दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में आ रहे हैं। साथ ही, देश के अलग-अलग राज्यों से भी गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए मरीज यहां आ रहे हैं। नकली दवाओं का सिंडिकेट सक्रिय होने की एक वजह यहां दवाओं की मांग ज्यादा होना भी है।

पिछले साल 12 दवाओं के नमूने फेल

औषधि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में 12 एंटीबायोटिक दवाओं के नमूने फेल हुए थे। इनमें बुखार और अन्य सामान्य बीमारियों में प्रयोग होने वाली पांच दवाइयां शामिल रहीं। जांच के बाद औषधि विभाग सीजेएम कोर्ट में स्टोर संचालकों और कंपनियों पर कानूनी कार्रवाई भी शुरू की है।

कोविड की दूसरी लहर के बाद जांच तेज

कोविड के दौरान नकली दवाइयों की आपूर्ति बढ़ने पर औषधि विभाग ने जांच की कार्रवाई तेज की है। अप्रैल 2021 से अब तक करीब 300 मेडिकल स्टोर और दवा कंपनियों की जांच की जा चुकी है। दिसंबर 2022 तक ही 264 जांचों में 261 दवाओं के नमूने लिए गए थे। इनमें ज्यादातर एंटीबायोटिक दवाएं शामिल रहीं।

दिल्ली-एनसीआर के बड़े मामले

15 मई 2023 : नामी दवा कंपनी के नाम पर नकली आयुर्वेदिक दवा सस्ती दरों पर दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के दस बदमाश गिरफ्तार। 1.94 करोड़ की दवाएं खपाने का खुलासा।

15 मई 2023 : हरियाणा केसीएम फ्लाइंग दस्ते ने सेक्टर-62 में छापा मारकर दो फ्लैटों से कैंसर की नकली दवाएं जब्त कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया।

3 मार्च 2023 : फेज-तीन पुलिस ने नकली दवाओं की आपूर्ति के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। तीनों उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत मामले से जुड़ी कंपनी से जुड़े थे।

15 नवंबर 2022 : दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गाजियाबाद की ट्रोनिका सिटी से सात लोगों को गिरफ्तार कर 20 अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की आठ नकली दवाएं जब्त कीं।

08 जून 2021 : ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-3 क्षेत्र में पुलिस ने कोविड-19 के उपचार में प्रयोग होने वाली दवाओं की नकली खेप तैयार करने वाली फैक्ट्री का किया खुलासा।

जिले में कार्रवाई

25 मई : सेक्टर-5 स्थित एसएस फार्मा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा।

18 मई : सेक्टर-10 स्थित नेशनल मेडिकल स्टोर से दवाओं के नमूने लिए।

03 मार्च : सेक्टर-5 स्थित टेस्टिट फार्मेसी से दो दवाओं के नमूने लिए।

यह बरतें सावधानी

– अगर कोई कम कीमत पर दवाएं दिलाने की बात कहे तो सावधान हो जाएं। दवा या तो नकली होगी या इसे बनाने के फॉर्मूले में अंतर होगा।

– दवाओं को खरीदने के बाद उसे अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए। एक अच्छा डॉक्टर आसानी से पहचान कर सकता है।

– दवाइयां खरीदते समय उसकी पैकिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। पैकिंग में किसी तरह की कमी दिखे तो दवा खरीदने से बचें।

– भरोसेमंद मेडिकल स्टोर से ही दवाएं खरीदें और दवा लेने के बाद उसका बिल जरूर लें।

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