इधर गिनती के फार्म हाउस गिराए, उधर हो गए कई गुना नए निर्माण ..!

 इधर गिनती के फार्म हाउस गिराए, उधर हो गए कई गुना नए निर्माण

इधर गिनती के फार्म हाउस गिराए, उधर हो गए कई गुना निर्माण …..

– नोएडा प्राधिकरण को नहीं पता कब और कितने बने अवैध फार्महाउस
– 900 से 1000 का संभावित आंकड़ा बताता है प्राधिकरण, तीन हजार का आंकड़ा भी हो सकता है पारनोएडा। प्राधिकरण ने जितने फॉर्महाउस बीते दिनों गिराए, उससे कई गुना फिर से बना लिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक यह संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। प्राधिकरण के पास कोई दस्तावेजी आंकड़ा उपलब्ध नहीं होने से स्पष्ट तौर पर यह नहीं कहा जा सकता है कि डूब क्षेत्र में कितने अवैध फॉर्महाउस हैं। इसी का फायदा भूमाफिया उठाते नजर आ रहे हैं, हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं कहा जा सकता है कि प्राधिकरण के भूलेख विभाग को इस तरह की गतिविधि का पता नहीं होगा।
प्राधिकरण ने बीते दिनों ड्रोन सर्वे के माध्यम से फॉर्महाउसों का पता करना चाहा, लेकिन स्पष्ट आंकड़ा नहीं मिल पाया। प्राधिकरण के पास संभावित आंकड़ा 900 से 1000 तक का है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह तीन हजार के पार भी जा सकता है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यहां मौके पर अंदर जाकर कभी भी इन फॉर्महाउसों की गिनती नहीं की गई है। बाहर से दीवार देखकर फॉर्महाउसों की संख्या का अंदाजा लगाया जाता है। ऐसे में इसकी वास्तविक संख्या में काफी ज्यादा इजाफा हो सकता है।

124 फॉर्महाउसों पर कार्रवाई कर चुका प्राधिकरण
प्राधिकरण ने इससे पहले तीन-चार बार में 124 फॉर्महाउस गिराए। इसके बाद मालिक कोर्ट चले गए और यह सिलसिला थम गया। हालांकि प्राधिकरण इस मामले में पहले भी कार्रवाई कर सकता था, लेकिन निकाय चुनाव की वजह से पुलिस बल नहीं मिलने से देरी हुई।

कार्रवाई शुरू होते ही बजने लगते हैं फोन
अवैध फॉर्महाउसों पर कार्रवाई शुरू होते ही दिल्ली से लेकर लखनऊ तक फोन घनघनाने शुरू हो जाते हैं। ऐसे फॉर्महाउस के मालिक और नामचीन हस्तियां अवैध निर्माण को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर देते हैं। कई बार प्राधिकरण स्तर पर भी कार्रवाई रोकने का दबाव बना रहता है।

नियम तोड़ने पर होती है कार्रवाई
प्राधिकरण का कहना है कि डूब क्षेत्र में खेती के अलावा कोई निर्माण नहीं किया जा सकता है। हालांकि वहां अवैध फॉर्महाउस बनाने वाले तर्क देते हैं कि यहां अस्थायी निर्माण किया गया है, लेकिन वास्तविकता यह होती है कि इसे वाणिज्यिक फायदे के लिए बनाया जाता है। यहां पार्टियां होती हैं और लोग मनोरंजन के लिए यहां आते हैं, जिसकी बुकिंग होती है।

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