नई दिल्ली। राजधानी में फैले ड्रग्स नेटवर्क को पूरी तरह समाप्त करने के लिए दिल्ली पुलिस बड़े अभियान की तैयारी कर रही है। इसके लिए क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स सेल को तकनीकी रूप से विकसित किया जा रहा है। एप, सॉफ्टवेयर और अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जा रहे हैं।

दिल्ली पुलिस ड्रग्स माफिया की कमर तोड़ने के लिए पहली बार उनकी अवैध संपत्तियों को ढहाने की भी तैयारी कर रही है। दिल्ली के 25 माफिया की लिस्ट तैयार की है। उनकी संपत्तियों पर जल्द ही बुलडोजर चलेगा।

इसके साथ ही माफिया पर पिट एनडीपीएस एक्ट (स्वापक औषधि और मन: प्रभावी पदार्थ अवैध व्यापार निवारण अधिनियम, 1988) के तहत सख्त कार्रवाई भी की जाएगी, ताकि माफिया लंबे समय तक जेल से बाहर न आ सके।

गत 27 अप्रैल को एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ बैठक कर दिल्ली में फैले ड्रग्स के मकड़जाल को हर हाल में समाप्त करने का सख्त निर्देश दिया था।

इसके कुछ दिन बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई भी की, लेकिन अब पुलिस ड्रग्स के कारोबार को समाप्त करने के लिए तकनीकी रूप से भी अपने को विकसित करने की योजना बना रही है।

ड्रग्स पैडलर्स और माफिया का डाटा एक विशेष एप में रखने की योजना बनाई जा रही है। यह एप अपराधियों के डोजियर जैसा होगा। ड्रग्स से जुड़े अपराधियों की पूरी कुंडली उसमें होगी। वे कितनी बार गिरफ्तार किए गए, उनके पास से कितनी मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई आदि शामिल किया जाएगा।

इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने 15 फोरेंसिक मोबाइल वैन भी खरीदा है। जिसमें अलग-अलग तरह की ड्रग्स की जांच की जा सकती है। पहले इसकी जांच देरी से पुलिस को मिलती थी।

100 माफिया पर रखा कार्रवाई का लक्ष्य

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने इस वर्ष ड्रग्स से जुड़े 100 माफिया पर पिट एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई का लक्ष्य रखा है।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन माफिया में अधिकतर उत्तर प्रदेश, हरियाणा व राजस्थान के रहने वाले है। लेकिन ड्रग्स कारोबार दिल्ली और एनसीआर में करते हैं।

पिट एनडीपीएस एक्ट 1988 उन गंभीर नशे का कारोबार करने वाले अपराधियों पर लगाया जाता है जो लगातार उस अपराध में शामिल पाए जाते हैं।

यह उन अपराधियों के खिलाफ लगाया जाता है, जिनका जेल में बंद किया जाना बेहद जरूरी हो जाता है। यह एक्ट लगने के बाद अपराधी को एक साल तक जमानत नहीं मिल पाती है। इसे एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) जैसी कार्रवाई मानी जाती है।

एनडीपीएस एक्ट के तहत इन माफिया पर की गई पिट कार्रवाई
  • वर्ष 2021 में शराफत शेख पर पहली बार लगाया गया था।
  • वर्ष 2022 में शाहिद खान, सन्नी उर्फ प्रेम, मोहम्मद तबरेज, फारूक, जावेद अली, हरजीत सिंह, धर्मवीर उर्फ पल्ला और सुनीता पर पिट एनडीपीएस की कार्रवाई की गई।
  • इस वर्ष तैमूर खान उर्फ भोला, मोहम्मद इदरीश और मोहम्मद रफी खान पर पिट एनडीपीएस की कार्रवाई की गई है।

यह होगी कार्रवाई

  • जिस इमारत में ड्रग्स का कारोबार हो रहा है उसे सील कर ध्वस्त किया जाएगा।
  • जिस वाहन से ड्रग्स तस्करी की जा रही है उसका परमिट रद किया जाएगा।
  • रेस्तरां, होटल आदि में ड्रग्स का सेवन होता है तो उसका लाइसेंस रद किया जाएगा।
  • स्कूल, कालेज रेस्तरां, होटल आदि में ड्रग्स के खिलाफ लेना होगा ई-शपथ।

करोड़ों के अवैध लेनदेन का पता चला, लगातार कार्रवाई दावा कर रही पुलिस

दिल्ली पुलिस ने राजधानी में ड्रग्स के कुख्यात 25 माफिया की अवैध संपत्तियों को ढहाने के लिए दिल्ली नगर निगम समेत अन्य एजेंसियों को कहा है। इसके साथ ही इन माफिया के करोड़ों के अवैध लेनदेन का भी पता चला है। इस संबंध में ईडी को भी पुलिस ने सूचित किया है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ड्रग्स तस्करी से संबंधित हर मामले की सूचना ईडी को भी दी जाती है, ताकि अवैध लेन देन की जांच ईडी द्वारा की जाए।

ड्रग्स तस्करी से जुड़े मामलों की जांच आदि करने के लिए अधिकारियों को यूनाइटेड नेशन के वियना में स्थित कार्यालय में विशेष प्रशिक्षण के लिए भी भेजा जाएगा। यहां पर अधिकारी ड्रग्स और अपराध से संबंधित विशेष प्रशिक्षण लेंगे।