बिहार: आखिरकार बारिश से लोगों को मिली राहत लेकिन जलजमाव बना आफत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

पटना: चार दिनों की लगातार बारिश के बाद अब आखिरकार बिहार (Bihar) में लोगों ने राहत की सांस ली है. लेकिन जलजमाव की समस्या अभी भी बनी हुई है. बारिश की वजह से अभी तक राज्य में 42 लोगों की मौत हो चुकी है.

बारिश खत्म होने के एक दिन बाद भी पटना में राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, भूतनाथ रोड, कांटी फैक्ट्री रोड, मलाही पकड़ी, एसके पुरी में अधिक जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. दानापुर और गोला रोड में लोग पानी की वजह से घरों में कैद हो गए हैं.

वहीं, कटिहार में महेशपुर कोशी तटबंध टूट गया है. कोसी नदी के जलस्तर हुई वृद्धि पर बांध टूट गया है. लगभग 7 हजार आबादी प्रभावित है. बारिश के कारण लगभग दो दर्जन जिले प्रभावित हैं. शिवहर, सितामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण,पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा, वैशाली, सारण, सीवान और गोपालगंज में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.

बारिश से सबसे ज्यादा परेशानी खासकर पटनावासियों को हुई है. एनडीआरएफ की टीम मोटर वोट के जरिए लोगों का रेस्क्यू कर रही है. राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी रेस्क्यू किया गया. इसी बीच बीजेपी के गिरिराज सिंह सहित कई नेता भी बिना नाम लिए सीएम नीतीश कुमार पर तंज कस चुके हैं.

बिहार में इस बारिश से बिहार में 95 प्रखंड 464 पंचायत 758 गांव 16,56607 जनसंख्या प्रभावित हुई है. प्रभावित लोगों के लिए 17 राहत शिविर 226 सामुदायिक रसोई बनाई गई है.1 35 नाव 18 एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम राहत के लिए लगाया गया है.

वहीं, मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पत्रकारों ने इसपर सवाल पूछा तो वे तमतमा गए. सवालों का जवाब देने के बजाय सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि क्या आप लोगों को केवल पटना में ही पानी दिख रहा है. सीएम नीतीश ने कहा, ‘मैं पूछता हूं कि भारत में अलग-अलग जगहों सहित पूरी दुनिया में पानी भरा है, लेकिन पटना के कुछ मुहल्लों में पानी क्या भर गया आप लोग इसको बड़ी समस्या बताने में जुटे हैं. अमेरिका में क्या हो रहा है?’

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