MP: फर्जी बिल भुगतान से मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में हुआ 1661 करोड़ का घोटाला!
भोपाल: मध्य प्रदेश के 7 मेडिकल कॉलेजों और 21 अस्पतालों में करीब 1661 करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ा गया है. महालेखाकार की टीम ने यह घोटाला पकड़ा है. बताया जा रहा है कि साल 2007 से 2018 के बीच फर्जी बिलों के भुगतान करके घोटाला किया गया. इस दौरान चिकित्सा शिक्षा संचालनालय और स्थानीय अधिकारियों पर मिलीभगत के आरोप लगे हैं. खबर है कि ऑडिटर जनरल की आपत्ति के बाद चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने मेडिकल कॉलेजों से जानकारी मांगी है.
आरोप है कि जबलपुर नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल ने फर्जी खाता खोलकर उसमें सरकारी पैसा जमा किया. छात्राओं की कॉशनमनी के गबन और स्कॉलरशिप नहीं देने के आरोप लगे हैं. जानकारी के मुताबिक, GMC भोपाल में सफाईकर्मी होने के बावजूद निजी कंपनी को सफाई का ठेका दे दिया गया. इसके साथ ही रीवा मेडिकल कॉलेज में सफाई कर्मियों की संख्या से ज्यादा लोगों को भुगतान किया गया.
आरोप है कि इंदौर के MY अस्पताल में महंगे टेंडर वाली एजेंसी से दवाएं खरीदी गयीं. बिजली उपकरणों में करीब डेढ़ करोड़ की अनियमितता के अलावा कैंसर अस्पताल में जरूरत से ज्यादा दवा खरीदी के मामले भी सामने आए हैं. जबलपुर के सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज में जरूरत से ज्यादा सफाई और सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति की गयी. ग्वालियर मेडिकल कॉलेज परिसर में तो निजी नर्सिंग स्कूल चलाए जाने का मामला भी सामने आया.